स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहेंगे तो बीमारियों से बचे रहेंगे

विश्व स्वास्थ्य दिवस (सात अप्रैल पर विशेष)  स्वास्थ्य के प्रति जागरुक रहेंगे तो बीमारियों से बचे रहेंगे    जालौन : लोगों को बीमारियों के प्रति जागरुक करने के लिए हर साल सात अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस आयोजित किया जाता है। विश्व दिवस के आयोजन का उद्देश्य है कि यदि हम अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरुक रहेंगे तो कई बीमारियों से बचे रहेंगे। यदि व्यक्ति खानपान और अपनी जीवनशैली को संयमित रखता है तो वह कई तरह की बीमारियों से बच सकता है।    असंतुलित जीवनशैली और खानपान में लापरवाही बढ़ा रही बीमारियां    मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एनडी शर्मा बताते हैं कि स्वास्थ्य विभाग का तो हर दिन विश्व स्वास्थ्य दिवस होता है। स्वास्थ्य क​​र्मी रोजाना लोगों की सेहत के लिए काम कर रहे हैं। जिस तरह बीमारियां तेजी से बढ़ रही है। उसका कारण व्यक्ति की असंतुलित जीवनशैली और खानपान में लापरवाही है। आज की जीवनशैली के कारण बहुसंख्यक लोग उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) और शुगर का शिकार हो रहे हैं। वहीं बदलती जीवनशैली बीमारियों का सबब बन रही है। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में एनसीडी सेल में गैर संचारी रोगों से जुड़ी बीमारियों के इलाज के साथ जांच की जाती है। इसके अलावा सभी सीएचसी और पीएचसी में भी इनके जांच व इलाज की सुविधा उपलब्ध है।    गैर संचारी रोगों के मरीजों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी    जिला अस्पताल के एनसीडी सेल में तैनात फिजीशियन डॉ गोपालकृष्ण सोनी ने बताया कि जिला अस्पताल में इस समय गैर संचारी रोगों से जुड़ी बीमारियों के मरीज बढ़ है। हाइपरटेंशन, शुगर जैसे मरीजों को उपचार कराने प्रतिदिन पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि बदलती जीवन शैली, तनाव, मोटापा तथा शारीरिक निष्क्रियता इसके प्रमुख कारणों में से हैं। लोगों में जंक फूड का क्रेज बढ़ता जा रहा है। इस कारण मोटे बच्चों के बड़े होने पर उनमें हाइपरटेंशन की आशंका बढ़ जाती है। उच्च रक्तचाप के कारण हृदय रोग, गुर्दे का फेल होना व लकवे के मामले बढ़ रहे हैं। कई बार लोगों को इस बात का पता ही नहीं चलता कि वे बीपी, शुगर से ग्रस्त है। उन्होंने बताया कि आजकल बीपी, शुगर के अलावा पेट और श्वास संबंधी मरीज भी बढ़ रहे हैं।    बीमारी का लक्षण होने पर तत्काल कराए इलाज    अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह बताते है कि ह्दय रोग, शुगर, बीपी, कैंसर जैसी गैर संचारी ​बीमारियों के मरीज बढ़ रहे हैं। ऐसे में लक्षण दिखने पर तत्काल इलाज कराने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि चक्कर आना, उल्टी आना, सिरदर्द होना, सांस लेने में तकलीफ, नींद न आना, कम मेहनत करने पर सास फूलना, नाक से खून आना, छाती में दर्द व चश्मे का नंबर बार-बार बदलने जैसी समस्या है तो यह गैर संचारी रोगों के लक्षण है। इनका इलाज जरूरी है।    इन बातों पर दें विशेष ध्यान    - मोटापा को न बढ़ने दें।  -  बीपी और मधुमेह को नियंत्रित करना भी काफी जरूरी है।  - वसायुक्त खाद्य पदार्थ या दूध का सेवन न करें।  - मौसमी फल और सब्जिया अधिक खाएं।  - दिन में पांच ग्राम से अधिक नमक का सेवन न करें।  - खुद को सक्रिय रखें। रोज कम से कम तीस मिनट की सैर जरूर करें।  - तेज नमक वाली चीज जैसे चिप्स, नमकीन का सेवन कम करे।    --------------------------------------------------------------------------  बीमारी का नाम          पुरुष          महिला          कुल योग           मरीज मिले  शुगर                        27909          39738           67647                 3245  हाईपरटेंशन                3298             2820            6168                 2729  शुगर व बीपी             2598              2612              5120                 2770  स्ट्रोक                       66                    41                 107                 22  श्वांस                       11                     14                  25                   01   क़िडनी                     386                333                 719                   92  ओरल कैंसर                9                  11                      20                  0  बेस्ट कैंसर                  0                  10                      10                  0  सरवाइकल कैंसर          0                   12                        12              0        अन्य कैंसर                2                    0                         02                  0    -------------------------------------------------------------------  नोट-अप्रैल 2022 से फरवरी 2023 तक जिला अस्पताल और सीएचसी में हुई जांच व मिले मरीजों की स्थिति

विश्व स्वास्थ्य दिवस (सात अप्रैल पर विशेष)

स्वास्थ्य के प्रति जागरुक रहेंगे तो बीमारियों से बचे रहेंगे


जालौन : लोगों को बीमारियों के प्रति जागरुक करने के लिए हर साल सात अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस आयोजित किया जाता है। विश्व दिवस के आयोजन का उद्देश्य है कि यदि हम अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरुक रहेंगे तो कई बीमारियों से बचे रहेंगे। यदि व्यक्ति खानपान और अपनी जीवनशैली को संयमित रखता है तो वह कई तरह की बीमारियों से बच सकता है।


असंतुलित जीवनशैली और खानपान में लापरवाही बढ़ा रही बीमारियां


मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एनडी शर्मा बताते हैं कि स्वास्थ्य विभाग का तो हर दिन विश्व स्वास्थ्य दिवस होता है। स्वास्थ्य क​​र्मी रोजाना लोगों की सेहत के लिए काम कर रहे हैं। जिस तरह बीमारियां तेजी से बढ़ रही है। उसका कारण व्यक्ति की असंतुलित जीवनशैली और खानपान में लापरवाही है। आज की जीवनशैली के कारण बहुसंख्यक लोग उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) और शुगर का शिकार हो रहे हैं। वहीं बदलती जीवनशैली बीमारियों का सबब बन रही है। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में एनसीडी सेल में गैर संचारी रोगों से जुड़ी बीमारियों के इलाज के साथ जांच की जाती है। इसके अलावा सभी सीएचसी और पीएचसी में भी इनके जांच व इलाज की सुविधा उपलब्ध है।


गैर संचारी रोगों के मरीजों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी


जिला अस्पताल के एनसीडी सेल में तैनात फिजीशियन डॉ गोपालकृष्ण सोनी ने बताया कि जिला अस्पताल में इस समय गैर संचारी रोगों से जुड़ी बीमारियों के मरीज बढ़ है। हाइपरटेंशन, शुगर जैसे मरीजों को उपचार कराने प्रतिदिन पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि बदलती जीवन शैली, तनाव, मोटापा तथा शारीरिक निष्क्रियता इसके प्रमुख कारणों में से हैं। लोगों में जंक फूड का क्रेज बढ़ता जा रहा है। इस कारण मोटे बच्चों के बड़े होने पर उनमें हाइपरटेंशन की आशंका बढ़ जाती है। उच्च रक्तचाप के कारण हृदय रोग, गुर्दे का फेल होना व लकवे के मामले बढ़ रहे हैं। कई बार लोगों को इस बात का पता ही नहीं चलता कि वे बीपी, शुगर से ग्रस्त है। उन्होंने बताया कि आजकल बीपी, शुगर के अलावा पेट और श्वास संबंधी मरीज भी बढ़ रहे हैं।


बीमारी का लक्षण होने पर तत्काल कराए इलाज


अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह बताते है कि ह्दय रोग, शुगर, बीपी, कैंसर जैसी गैर संचारी ​बीमारियों के मरीज बढ़ रहे हैं। ऐसे में लक्षण दिखने पर तत्काल इलाज कराने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि चक्कर आना, उल्टी आना, सिरदर्द होना, सांस लेने में तकलीफ, नींद न आना, कम मेहनत करने पर सास फूलना, नाक से खून आना, छाती में दर्द व चश्मे का नंबर बार-बार बदलने जैसी समस्या है तो यह गैर संचारी रोगों के लक्षण है। इनका इलाज जरूरी है।


इन बातों पर दें विशेष ध्यान


- मोटापा को न बढ़ने दें।

-  बीपी और मधुमेह को नियंत्रित करना भी काफी जरूरी है।

- वसायुक्त खाद्य पदार्थ या दूध का सेवन न करें।

- मौसमी फल और सब्जिया अधिक खाएं।

- दिन में पांच ग्राम से अधिक नमक का सेवन न करें।

- खुद को सक्रिय रखें। रोज कम से कम तीस मिनट की सैर जरूर करें।

- तेज नमक वाली चीज जैसे चिप्स, नमकीन का सेवन कम करे।


--------------------------------------------------------------------------

बीमारी का नाम          पुरुष          महिला          कुल योग           मरीज मिले

शुगर                        27909          39738           67647                 3245

हाईपरटेंशन                3298             2820            6168                 2729

शुगर व बीपी             2598              2612              5120                 2770

स्ट्रोक                       66                    41                 107                 22

श्वांस                       11                     14                  25                   01 

क़िडनी                     386                333                 719                   92

ओरल कैंसर                9                  11                      20                  0

बेस्ट कैंसर                  0                  10                      10                  0

सरवाइकल कैंसर          0                   12                        12              0      

अन्य कैंसर                2                    0                         02                  0  

-------------------------------------------------------------------

नोट-अप्रैल 2022 से फरवरी 2023 तक जिला अस्पताल और सीएचसी में हुई जांच व मिले मरीजों की स्थिति

एक टिप्पणी भेजें (0)
और नया पुराने

Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS