tag:blogger.com,1999:blog-46948265658372031612024-03-18T08:33:15.361+05:30UPVIRAL24 NEWS : Hindi News : JALAUN, ORAI, KANPUR, LUCKNOW, JHANSI, HINDI Latest Jalaun Headlinesorai news, orai news today corona, orai news today live, orai news today live corona, orai news today, breaking news, orai jalaun breaking news, jalaun news today, jalaun news app, jalaun news in hindi, jalaun news whatsapp group, jalaun news upviral24, Latest Jalaun Headlines
jalaun news live video, jalaun news video,
jalaun news dainik jagran, jalaun district news, jalaun news app, jalaun news Aaj ki, jalaun circle news, jalaun news, jalaun news live, jalaun ki newsJournalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.comBlogger3633125tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-70645753030154268862024-03-10T21:18:00.001+05:302024-03-10T21:18:30.654+05:30न्यायालय केवल भवन नहीं न्याय का मंदिर है : राज्यपाल<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEh8_Wrr_fqvRaAwp_nhH7_U2BMhc1hE-2wyRp_CEZyU8rSGJaKWbWLjpmqBKl8j-eUnxkDeZyiVGrzP4NM1Hh18k3Fha_ctQ9nVknLTAiolrSVA-7zBtDV-OqusUUa5_kERgZ6g3dlkg8qxtcdThfWlcVTFo8gYdSL84J5dJn8GLhpafgqWooGGzAfoXerb/s1620/L-Bhopal100324064831.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="1080" data-original-width="1620" height="213" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEh8_Wrr_fqvRaAwp_nhH7_U2BMhc1hE-2wyRp_CEZyU8rSGJaKWbWLjpmqBKl8j-eUnxkDeZyiVGrzP4NM1Hh18k3Fha_ctQ9nVknLTAiolrSVA-7zBtDV-OqusUUa5_kERgZ6g3dlkg8qxtcdThfWlcVTFo8gYdSL84J5dJn8GLhpafgqWooGGzAfoXerb/s320/L-Bhopal100324064831.jpg" width="320" /></a></div><p><b>न्यायालय केवल भवन नहीं न्याय का मंदिर है - राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल</b></p><p><b>115 करोड़ रूपए की लागत से बने आधुनिक जिला न्यायालय भवन का लोकार्पण</b></p><p><b>न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका यह तीनों लोकतंत्र के मजबूत स्तम्भ - मुख्यमंत्री डॉ. यादव</b></p><p><b>मुख्यमंत्री डॉ. यादव, केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति श्री माहेश्वरी व श्री शर्मा, प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश श्री मलिमथ एवं प्रशासनिक</b></p><p><b>न्यायाधिपति श्री आर्या की गरिमामयी मौजूदगी में हुआ लोकार्पण</b></p><p><br /></p><p>भोपाल : राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि न्यायालय केवल भवन नहीं होता बल्कि न्याय का मंदिर होता है। मंदिर में आने वाले गरीब, शोषित और जरूरतमंद व्यक्तियों को समय पर न्याय मिले, यह जरूरी है। राज्यपाल श्री पटेल ने रविवार को ग्वालियर में नवनिर्मित जिला एवं सत्र न्यायालय भवन के शुभारंभ अवसर पर यह बात कही। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन व इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति श्री जे. के. माहेश्वरी व न्यायमूर्ति श्री एस. सी. शर्मा, मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश श्री रवि मलिमथ एवं उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर के प्रशासनिक न्यायाधिपति श्री रोहित आर्या कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित थे।</p><p><br /></p><p>ग्वालियर को बेहतर वातावरण एवं सुविधाओं के साथ न्यायिक सेवाएँ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 115 करोड़ 41 लाख रूपए की लागत से नवनिर्मित नवीन जिला एवं सत्र न्यायालय भवन के लोकार्पण अवसर पर राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि हमारे देश की न्यायपालिका श्रेष्ठ है और इसे विश्व भर के देश भी मानते हैं। हमारे देश की न्यायपालिका ने सामाजिक सरोकार के क्षेत्र में भी कई नवाचार किए हैं।</p><p><br /></p><p>राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में सभी को बेहतर न्याय मिले, इसके लिए कई नवाचार किए गए हैं। बंदीगृहों में बंदियों को बेहतर सुविधायें मिलें, इसके लिये भी कई कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जेल में बंद 12 से 14 साल के बच्चे जिनसे छोटे-छोटे अपराध हो गए हैं और जेल में बंद हैं उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिये बंदीगृहों में शिक्षा की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाना चाहिए। ग्वालियर में निर्मित जिला एवं सत्र न्यायालय का नया भवन जरूरतमंदों को न्याय उपलब्ध कराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा।</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका यह तीनों लोकतंत्र के मजबूत स्तम्भ हैं। ग्वालियर में जिला एवं सत्र न्यायालय का आधुनिक भवन बनकर तैयार हुआ है। इस न्यायालय के माध्यम से लोगों को न्याय मिलेगा, साथ ही आधुनिक भवन में आने वाले लोगों को बेहतर सुविधायें उपलब्ध होंगीं। वकीलों एवं न्यायधीशों को भी अच्छे वातावरण में कार्य करने का अवसर मिलेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नए भवन के उद्घाटन अवसर पर बारकाउंसिल के माध्यम से वकीलों की सुविधाओं के लिये जो भी मांग रखी गई है उसे राज्य सरकार पूरा करेगी।</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि ग्वालियर के लिये आज ऐतिहासिक दिन है। यहाँ पर एक ही दिन में तीन बड़ी सौगातें मिली हैं। नए एयर टर्मिनल, जिला एवं सत्र न्यायालय का आधुनिक भवन और एमआईटीएस कॉलेज के नए भवन के साथ डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा भी आज प्राप्त हुआ है। हम सबके लिये यह गौरव की बात है।</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि न्यायालय में आने वाला सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति पक्षकार होता है। उसे समय पर न्याय मिले इसकी चिंता हम सबको करना चाहिए। मध्यप्रदेश में न्यायालयीन भवनों के निर्माण के साथ न्यायालयीन प्रकरणों के निराकरण में भी उल्लेखनीय कार्य हुआ है।</p><p><br /></p><p>केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि देश के अमृतकाल में ग्वालियर विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है। आज के दिन ग्वालियर को तीन बड़ी सौगातें मिली हैं। ग्वालियर में विशाल एयरपोर्ट, नया न्यायालयीन भवन और एमआईटीएस के नए भवन का लोकार्पण भी हुआ है। साथ ही एमआईटीएस कॉलेज को डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा भी प्राप्त हो गया है।</p><p><br /></p><p>केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर को आज न्याय की क्षमता, शासन की क्षमता और बौद्धिक क्षमता के क्षेत्र में तीन बड़ी उपलब्धियाँ प्राप्त हुई हैं। श्री सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर में न्याय का 150 साल पुराना इतिहास है। माधवराव सिंधिया द्वितीय के द्वारा दरबार पॉलिसी लागू की गई थी, जिसके 12 वॉल्यूम थे और सभी क्षेत्रों में न्याय मिले, इसकी व्यवस्था सिंधिया रियासत में लागू की गई थी। सन्1938 में ग्वालियर हाईकोर्ट भवन का लोकार्पण भी सिंधिया परिवार के महादजी सिंधिया द्वारा किया गया था। केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि महिलायें आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। न्याय दिलाने के क्षेत्र में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़ना चाहिए।</p><p><br /></p><p>सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति श्री जे के माहेश्वरी ने कहा कि ग्वालियर में जिला एवं सत्र न्यायालय का आधुनिक भवन आज लोकार्पित हुआ है। इसकी शुरूआत 16 साल पहले हुई थी। लेकिन कई कारणों से निर्माण में विलंब हुआ है। आज प्रसन्नता की बात है कि नया आधुनिक भवन बनकर लोकार्पित हुआ है। उन्होंने कहा कि न्याय के लिये केवल भवन ही नहीं बल्कि न्याय दर्शन पर भी कार्य किया जाना चाहिए। पक्षकार को न्यायालय में समय पर न्याय मिले, इसके लिये विधि अनुसार हम सबको मिलकर कार्य करना चाहिए। इससे आम लोगों का न्यायालय के प्रति जो भरोसा है वह मजबूत हो सके।</p><p><br /></p><p>सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति श्री एस सी शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में न्यायालयों में लंबित प्रकरणों के निराकरण में उल्लेखनीय कार्य हुआ है। इसके साथ ही न्यायालयों के भवनों के निर्माण का कार्य भी मध्यप्रदेश में तेजी से हुआ है। अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाना चाहिए, इससे लोगों को समय पर न्याय मिल सके। इसके साथ ही न्यायालयीन दस्तावेजों का कम्प्यूटराईजेशन भी होना चाहिए।</p><p><br /></p><p>मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश श्री रवि मलिमथ ने कहा कि मध्यप्रदेश में न्यायालयीन प्रकरणों के निराकरण में तेजी आई है। इसके साथ ही न्यायालयीन भवनों का निर्माण भी तेजी से हो रहा है। ग्वालियर का नया भवन अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। यहाँ पर पक्षकार को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होगी और उसे तत्परता से न्याय भी प्राप्त हो सकेगा। मध्यप्रदेश में वर्ष 2023 में सबसे ज्यादा न्यायालयीन प्रकरणों का निराकरण किया गया है। विजन 2047 के अंतर्गत हम सब कार्य कर रहे हैं, इससे न्यायालयों में प्रकरण लंबित न हों।</p><p><br /></p><p>कार्यक्रम के प्रारंभ में उच्च न्यायालय ग्वालियर के प्रशासनिक न्यायाधिपति श्री रोहित आर्या ने कहा कि नागरिकों को बेहतर सुविधाओं के साथ न्यायिक सेवायें उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ग्वालियर में 115 करोड़ 41 लाख रूपए की लागत से 69 हजार 584 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में नवीन जिला एवं सत्र न्यायालय का निर्माण किया गया है। भूतल सहित पाँच मंजिला इस भवन में वास्तु, सांस्कृतिक एवं स्थापत्य शैलियों को संजोया गया है। उन्होंने नए भवन के निर्माण में सहयोग करने वाले सभी के प्रति धन्यवाद भी ज्ञापित किया।</p><p><br /></p><p>कार्यक्रम में मध्यप्रदेश बारकाउंसिल के चेयरमेन श्री प्रेमसिंह भदौरिया और हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के प्रेसीडेंट श्री पवन पाठक ने भी अपने विचार रखे।</p><p><br /></p><p>कार्यक्रम में यह भी रहे उपस्थित</p><p><br /></p><p>मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री राकेश शुक्ला, क्षेत्रीय सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर, विधायक श्री मोहन सिंह राठौर, पूर्व मंत्री श्रीमती माया सिंह, श्री ध्यानेन्द्र सिंह जन-प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में न्यायाधीशगण और अधिवक्तागण भी समारोह में शामिल हुए।</p><p><br /></p><p>नए भवन का किया अवलोकन</p><p><br /></p><p>राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति एवं मध्यप्रदेश के मुख्य न्यायाधीश ने संयुक्त रूप से नए भवन का फीता काटकर शुभारंभ किया और नए भवन का अवलोकन भी किया।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-90231725776809001412024-03-10T21:00:00.000+05:302024-03-10T21:00:00.497+05:30उज्जैन, रीवा,सतना, दतिया,गुना और शिवपुरी में भी बनेंगे एयर पोर्ट : केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiOUqeY54cV0Rk9x5RB48z99QLZHjVMGQ4Vye6yypLfbYMdyHaHWJh1zchWs3X580om1EjFnd9_28DzaBuGu0nDXt_hWk1F-QbsghDY7ULDpt3Jl38mrKRW4siT7F5-T9yVe7oTeJYZxMHZOpaO7MmOL6aswd84sLhKbg0uMSAXSOw5KFWqogthiObULYjF/s4160/L-Bhopal100324044436.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="2773" data-original-width="4160" height="213" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiOUqeY54cV0Rk9x5RB48z99QLZHjVMGQ4Vye6yypLfbYMdyHaHWJh1zchWs3X580om1EjFnd9_28DzaBuGu0nDXt_hWk1F-QbsghDY7ULDpt3Jl38mrKRW4siT7F5-T9yVe7oTeJYZxMHZOpaO7MmOL6aswd84sLhKbg0uMSAXSOw5KFWqogthiObULYjF/s320/L-Bhopal100324044436.jpg" width="320" /></a></div><p><b>एयरपोर्ट निर्माण 16 माह में पूर्ण कर ग्वालियर ने तेजी से कार्य का उदाहरण प्रस्तुत किया: प्रधानमंत्री श्री मोदी</b></p><p><b>प्रधानमंत्री श्री मोदी ने 9 हजार 811 करोड़ लागत की देश की 14 अन्य हवाई अड्डा परियोजनाओं का उदघाटन व शिलान्यास किया</b></p><p><b>मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 30 हजार 551 श्रमिक परिवारों के खातों में 678 करोड़ रुपए सिंगल क्लिक से जारी किए</b></p><p><b>श्रमिकों को दिव्यांगता और मृत्यु के आधार पर मिलने वाली सहायता को बढ़ाकर 4 लाख रुपए किया गया</b></p><p><b>अकुशल,अर्द्धकुशल और खेतिहर मजूदरों की मजदूरी में वृद्धि</b></p><p><b>पार्ट टाइम मजदूरी करने वालों को संबल योजना से जोड़ा जाएगा</b></p><p><b>उज्जैन, रीवा,सतना, दतिया,गुना और शिवपुरी में भी बनेंगे एयर पोर्ट: केंद्रीय मंत्री श्री सिंधिया</b></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा आम आदमी के लिए एयर एम्बुलेंस सेवा आरंभ करना उनकी संवेदनशीलता को दर्शाता है: विधानसभा अध्यक्ष श्री तोमर</p><p>राजमाता विजयाराजे सिंधिया ग्वालियर एयर पोर्ट के नए टर्मिनल भवन का हुआ उदघाटन</p><p><br /></p><p>भोपाल : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि 16 माह में ग्वालियर एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का निर्माण पूर्ण कर ग्वालियर ने देश में द्रुत गति से कार्य का उदाहरण प्रस्तुत किया है, यह देश में तेज गति से हो रहे विकास का प्रतीक है। हमारी सरकार देश के सभी परिवारजनों के जीवन को आसान बनाने के लिए दिन-रात कार्य कर रही है। सामान्यजन के लिए विमान यात्रा को अधिक सहज एवं सुलभ बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हवाई सेवाओं का विस्तार छोटे शहरों तक हो रहा है, इससे औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी। प्रधानमंत्री श्री मोदी आजमगढ़ उत्तरप्रदेश से देश की विभिन्न परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास समारोह को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने वीडियों कान्फ्रेंसिंग से राजमाता विजयाराजे सिंधिया ग्वालियर एयरपोर्ट के नये टर्मिनल भवन का भी उदघाटन किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा 9 हजार 811 करोड़ लागत की देश की 14 अन्य हवाई अड्डा परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास भी किया गया।</p><p><br /></p><p>राजमाता विजयाराजे सिंधिया की भव्य प्रतिमा का हुआ अनावरण</p><p><br /></p><p>ग्वालियर एयर पोर्ट पर आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन व इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री ऐदलसिंह कंषाना उपस्थित रहे। कार्यक्रम में राजमाता विजयाराजे सिंधिया की भव्य प्रतिमा का अनावरण कर पुष्पांजलि अर्पित की गई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राष्ट्रगान के बाद दीप प्रज्ज्वलित कर तथा संतों का सम्मान कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।</p><p><br /></p><p>विकास की अनंत यात्रा का अभियान जारी है</p><p><br /></p><p>प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि वर्तमान समय में एक ही स्थान से देश में अलग-अलग स्थानों पर स्थित संस्थानों एवं सुविधाओं का शुभारंभ किया जा रहा है, जो दर्शाता है कि हमारी प्रतिबद्धता घोषणाओं और शिलान्यासों तक सीमित नहीं हैं, हम विकास को धरातल पर उतारने में विश्वास रखते हैं और इसी के लिए निरंतर कार्यरत हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि देश में विकास की अनंत यात्रा का अभियान जारी है। वर्ष 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने के लिए हम तेज गति से दौड़ रहे हैं। एयरपोर्ट, हाई-वे और रेलवे जैसी अधोसंरचना के साथ-साथ पढ़ाई, पानी और पर्यावरण से जुड़े कार्यों को भी नई गति मिली है। देश में तेजी से हो रहे नगरीकरण के लिए टीयर-टू व टीयर-थ्री शहरों में आधुनिक अधोसंरचना का विस्तार किया जा रहा है, यही डबल इंजन सरकार का मूल मंत्र है। बढ़ती कनेक्टिविटी से हम युवाओं के लिए सुनहरा भविष्य लिखने जा रहे हैं। सही नीयत और ईमानदारी से काम के परिणाम स्वरूप ही विकास को गति और विस्तार मिलता है।</p><p><br /></p><p>श्रमिकों को ई-स्कूटर खरीदने के लिए 40 हजार रुपए की मदद दी जाएगी</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्वालियर एयरपोर्ट पर कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल योजना 2.0 के अंतर्गत 30 हजार 551 श्रमिक परिवारों के खातों में 678 करोड़ रुपए की राशि सिंगल क्लिक से जारी की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने श्रमिकों को दिव्यांगता और मृत्यु के आधार पर मिलने वाली एक लाख रुपए की सहायता को 4 लाख रुपए करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के हर दुःख में हमारी सरकार उनके साथ है। श्रमिकों को ई-स्कूटर खरीदने के लिए 40 हजार रुपए की मदद दी जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में मजदूर भाई-बहन के हित में अकुशल श्रमिकों की मजदूरी बढ़ाकर 11 हजार 450 रुपए, अर्धकुशल श्रमिकों की मजदूरी 12 हजार 446 रुपए, खेतिहर मजदूरों की मजदूरी 9 हजार 160 रुपए करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि पार्ट टाइम मजदूरी करने वालों को संबल योजना से जोड़कर लाभान्वित किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार गरीब से गरीब व्यक्ति के जीवन में बदलाव ला रही है।</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश में विमान सेवा विस्तार के लिए केंद्रीय मंत्री श्री सिंधिया का माना आभार</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में नए युग का बदलता भारत विकास के नए प्रतिमान गढ़ रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी हवाई सेवाओं को हवाई चप्पल पहनने वाले की पहुंच में लाने के लिए प्रयासरत हैं। आज का दिन अनेक कारणों से महत्वपूर्ण है। श्रद्धेय राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी के नाम पर नए विमान तल का लोकार्पण, समृद्ध विरासत के साथ ही बदलते दौर के बदलते भारत के विकास का प्रतीक है। उन्होंने उज्जैन एयरपोर्ट की घोषणा के लिए केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का आभार माना। मुख्यमंत्री डॉ. ने कहा कि प्रदेश में विकास का क्रम निरंतर जारी रहेगा।</p><p><br /></p><p>ग्वालियर क्षेत्र शौर्य के साथ ही प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सिंधिया परिवार ग्वालियर-चंबल सहित उज्जैन के विकास को समर्पित रहा है। महाकाल मंदिर के संरक्षण में श्रीमंत महादजी सिंधिया के योगदान का उल्लेख करते हुए उन्होंने भारतीय संस्कृति और मूल्यों के संरक्षण में ग्वालियर घराने की भूमिका का स्मरण किया। डॉ. यादव ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक से दुश्मन को धूल चटाने वाले विमानों ने भी उड़ान ग्वालियर से ही भरी थी। ग्वालियर क्षेत्र शौर्य के साथ ही प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है।</p><p><br /></p><p>15 हवाई अड्डों के एक साथ लोकार्पण ने आज के दिन को ऐतिहासिक बनाया: केंद्रीय मंत्री श्री सिंधिया</p><p><br /></p><p>केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा एक साथ 15 हवाई अड्डों के लोकार्पण और शिलान्यास ने भारतीय विमानन के क्षेत्र में आज के दिन को ऐतिहासिक बना दिया है। ग्वालियर के हवाई अड्डे को मात्र 16 महीने में तैयार कर लोकार्पण भी ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह क्षेत्रीय आकांक्षाओं के साथ प्रधानमंत्री श्री मोदी की प्रतिबद्धता और प्राथमिकता प्रत्यक्ष प्रमाण है। इन विमानन परियोजनाओं से यात्री सुगमता में नया अध्याय जुड़ा है, ये परियोजनाएं न केवल देश के कोने-कोने को जोड़ेंगी अपितु देश के सभी भागों को विकसित करने में भी सहायक होंगी।</p><p><br /></p><p>प्रदेश में होंगे अब 10 एयर पोर्ट</p><p><br /></p><p>केंद्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि देश के साथ-साथ प्रदेश में हवाई सेवा का विस्तार किया जा रहा है। ग्वालियर की एयर कनेक्टिविटी देश के प्रमुख शहरों से सुनिश्चित की गई है। ग्वालियर एयरपोर्ट का विस्तार 144 एकड़ भूमि पर किया गया है। यह मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट है। जबलपुर में एक लाख स्क्वेयर फिट के विमान तल का शुभारंभ हो रहा है। प्रदेश में रीवा,सतना और दतिया में भी एयर पोर्ट बनने जा रहा है। इसके साथ ही उज्जैन,गुना और शिवपुरी में भी हवाई सेवा का विस्तार किया जाएगा। प्रदेश में अब 10 एयरपोर्ट बन जाएंगे। प्रदेश में अब प्रति सप्ताह एक हजार विमानों का आवागमन हो रहा है।</p><p><br /></p><p>देश में नागर विमानन अधोसरंचना और सेवा का निरंतर विस्तार हो रहा है</p><p><br /></p><p>केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि प्रधानंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में देश में नागर विमानन की अधोसंरचना और सेवा को बढ़ावा देने के लिए अभूतपूर्व कदम उठाए गए हैं। इसी का परिणाम है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र में कोल्हापुर और पुणे, मध्यप्रदेश में जबलपुर और ग्वालियर, उत्तरप्रदेश के छह हवाई अड्डों क्रमश: लखनऊ, आज़मगढ़, अलीगढ़, मुरादाबाद, श्रावस्ती और चित्रकूट एवं नई दिल्ली में नए टी-1 टर्मिनल और पंजाब में आदमपुर हवाई अड्डों का उदघाटन कर रहे हैं। साथ ही कर्नाटक में बेलगावी व हुबली और आंध्रप्रदेश में कड़प्पा हवाई अड्डों पर नए टर्मिनल भवनों की आधारशिला भी रखी जा रही है।</p><p><br /></p><p>ग्वालियर एयरपोर्ट क्षेत्र की प्रगति को नए आयाम देगा: विधान सभा अध्यक्ष श्री तोमर</p><p><br /></p><p>विधानसभा अध्यक्ष श्री तोमर ने कहा कि ग्वालियर एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का उदघाटन ग्वालियर क्षेत्र की प्रगति को नए आयाम देगा। नए भवन का विकास ग्वालियर की संस्कृति और धरोहरों को शामिल करते हुए किया गया है, जो इस भवन को जीवंत बनाता है। भवन का निर्माण समय सीमा में किया गया। विधानसभा अध्यक्ष श्री तोमर ने राजमाता विजयाराजे सिंधिया के योगदान का स्मरण भी किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा आम आदमी के लिए एयर एम्बुलेंस की सेवा आरंभ करना उनकी संवेदनशीलता को दर्शाता है।</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 31 करोड़ 62 लाख के 257 विकास कार्यों का किया लोकार्पण</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 31 करोड़ 62 लाख के 257 विकास कार्यों का लोकार्पण भी किया। कार्यक्रम में मंत्री श्री प्रधुम्न सिंह तोमर, मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह, सांसद ग्वालियर श्री विवेक नारायण शेजलवलकर, विधायक श्री मोहन सिंह राठौड़, पूर्व मंत्री व सांसद श्री अनूप मिश्रा, पूर्व मंत्री व सांसद श्री जयभान सिंह पवैया, पूर्व मंत्री श्रीमती माया सिंह, पूर्व मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह, पूर्व मंत्री श्रीमती इमरती देवी, महापौर ग्वालियर श्रीमती शोभा सतीश सिकरवार, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती दुर्गेश कुंवर सिंह, जिला अध्यक्ष श्री अभय चौधरी एवं श्री कौशल शर्मा उपस्थित थे।</p><p><br /></p><p>ग्वालियर के नए टर्मिनल भवन में क्षेत्र की संस्कृति, ऐतिहासिक वैभव और वास्तुकला की झलक दिखाई देती है</p><p><br /></p><p>उल्लेखनीय है कि देश के नागर विमानन इतिहास में सबसे कम समय में राजमाता विजयाराजे सिंधिया हवाई अड्डा ग्वालियर का नया टर्मिनल भवन बनकर तैयार हुआ है। इसमें ग्वालियर के सांस्कृतिक व ऐतिहासिक वैभव एवं वास्तुकला की झलक दिखाई देती है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा 498 करोड़ 50 लाख रूपए की लागत से रिकॉर्ड लगभग 16 माह में टर्मिनल भवन का कार्य पूर्ण किया गया है। अत्याधुनिक उड्डयन सेवाओं से सुसज्जित यह टर्मिनल अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से परिपूर्ण हैं। लगभग 20 हजार 230 वर्ग मीटर क्षेत्र में स्थापित इस टर्मिनल भवन एक साथ 1400 यात्रियों को सुविधायें देने में सक्षम है। इसमें 16 चैक इन काउण्टर्स, 4 लिफ्ट, 4 पेसेंजर ब्रिज, 6 एक्सरे मशीन, 3 एस्केलेटर एवं 700 वाहनों की पार्किंग क्षमता विकसित की गई है। हवाई अड्डे पर बुनियादी ढाँचे के निर्माण के अलावा ग्वालियर को अधिक से अधिक शहरों से जोड़ने की क्षमता विकसित की गई है। वर्तमान में ग्वालियर से अहमदाबाद, बैंगलोर, दिल्ली, हैदराबाद, इंदौर, मुम्बई एवं अयोध्या के लिये हवाई उड़ानें उपलब्ध हैं।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-85037796087389704102024-03-09T20:06:00.002+05:302024-03-09T20:06:25.502+05:30साहित्यकार और चिंतक अपने विचारों से समाज को दिशा देते हैं : उप मुख्यमंत्री<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjXRJUvQWYcUY-HoGAVpsLckrvt4SyzX72Q2RQZwXfpHHwOMt9iyTGEo3GBfUzS1mwsqEh5o1VVWc3gMAM3l7yeWKNfNCjk2jh-L9TtFBcLfahGOWOsO5R-7rqpF-bRbWYfPELZwuQUSqII_BUsKaDsewFCY_ottiKA8qUK_1o-8YzdSW8-wiWDpSPg6y7U/s3360/L-Bhopal090324074634.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="2240" data-original-width="3360" height="213" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjXRJUvQWYcUY-HoGAVpsLckrvt4SyzX72Q2RQZwXfpHHwOMt9iyTGEo3GBfUzS1mwsqEh5o1VVWc3gMAM3l7yeWKNfNCjk2jh-L9TtFBcLfahGOWOsO5R-7rqpF-bRbWYfPELZwuQUSqII_BUsKaDsewFCY_ottiKA8qUK_1o-8YzdSW8-wiWDpSPg6y7U/s320/L-Bhopal090324074634.jpg" width="320" /></a></div><p><b>साहित्यकार और चिंतक अपने विचारों से समाज को दिशा देते हैं - उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल</b></p><p><b>उप मुख्यमंत्री ने रीवा में अखिल भारतीय साहित्य परिषद सम्मेलन का शुभारंभ किया</b></p><p>भोपाल : उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि साहित्यकार और चिंतक अपने विचारों के माध्यम से समाज को दिशा देते हैं। वर्तमान समय में तेजी से हो रहे परिवर्तनों के कारण समाज और देश के सामने कई चुनौतियाँ हैं। इन चुनौतियों का सामना करने के लिए साहित्यकारों और चिंतकों का मार्गदर्शन आवश्यक है। उप मुख्यमंत्री ने सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय निरालानगर रीवा में अखिल भारतीय साहित्य परिषद सम्मेलन का शुभारंभ किया।</p><p><br /></p><p>22 करोड़ 87 लाख लागत के निर्माण कार्यों का किया भूमिपूजन</p><p><br /></p><p>उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय रीवा में 22 करोड़ 87 लाख रुपए लागत के वाणिज्य संकाय भवन निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि रीवा में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में विकास के लिए कई महत्वपूर्ण अधोसंरचनाओं का विकास किया जा रहा है। रीवा शीघ्र ही शिक्षा और स्वास्थ्य के विकास का महत्वपूर्ण केन्द्र बनेगा।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-55960935618020303572024-03-09T20:01:00.001+05:302024-03-09T20:01:25.287+05:30मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव श्री बागेश्वर धाम में सामूहिक कन्या विवाह महोत्सव में शामिल हुए<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjrvhTJ7Keed1ufUFAc8nYXY11SU4imXIOBpB-6byAi8j0Au6klN76Ghw0ZMNYSLnYLoyCZ1_nqFFuTiTTpBeZ5IhJkOFLucp_ogryJcVcX2F71pTVc3L6WILEGCovSOXPws7Qlz1vacJmBfOOUrQFRSZ1-rZED0-2DH_1yYfseEHIFTi4tH0lkLf1Y3BO3/s3936/L-Bhopal080324091038.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव श्री बागेश्वर धाम में सामूहिक कन्या विवाह महोत्सव में शामिल हुए नव दंपत्तियों को दिया आशीर्वाद भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव महाशिवरात्रि पर्व पर छतरपुर जिले के ग्राम गढ़ा स्थित बागेश्वर धाम में विशाल सामूहिक कन्या विवाह महोत्सव में शामिल हुए और नव दंपत्तियो को आशीर्वाद दिया। उन्होंने सफल और सुखमय वैवाहिक जीवन की शुभकामनाएं भी दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री और देश के अन्य स्थानों से उपस्थित संतों का आशीर्वाद भी प्राप्त किया। सामूहिक विवाह महोत्सव के कार्यक्रम में गरीब परिवार की 156 कन्याओं के विवाह संपन्न हुआ। बागेश्वर धाम में बुंदेलखंड महाकुंभ के अंतर्गत सामूहिक विवाह कार्यक्रम का यह पंचम आयोजन था। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, कैबिनेट मंत्री श्री विजय शाह, श्री राकेश सिंह, श्री गोविंद सिंह राजपूत, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री धर्मेन्द्र लोधी एवं राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री लखन पटेल उपस्थित थे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि कन्यादान सबसे बड़ा दान है। बागेश्वर धाम में आगामी शुभ मुहूर्त में बड़ी संख्या में निर्धन और जरूरतमंद परिवार की बेटियों के विवाह संपन्न करवाए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि क्षेत्र के सभी धार्मिक स्थलों का विकास किया जाएगा और पुरातन समय के प्रत्येक मंदिरों में पूजन का प्रबंधन सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में देश धर्म के मार्ग पर चल रहा है और विश्वगुरु बनने की ओर अग्रसर है। भारत 21वीं शताब्दी में दुनिया में सर्वोच्च स्थान पर पहुंचेगा। डॉ. यादव ने कहा कि सामूहिक विवाह के गौरवशाली आयोजन में शामिल होने का अवसर मिलने से जीवन धन्य हो गया। बागेश्वर धाम में सनातन संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि केनबेतवा लिंक परियोजना के क्रियान्वयन से बुंदेलखंड में समृद्धि आएगी। उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि से हुई किसानों को फसल क्षति की भरपाई के लिए सरकार संवेदनशील है। किसानों को फसल नुकसान की शत-प्रतिशत राशि का भुगतान किया जाएगा। सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने सामूहिक विवाह कार्यक्रम को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि आइकॉनिक सिटी खजुराहो के साथ बागेश्वर धाम की भी देश में अलग पहचान स्थापित हुई है। हरियाणा से आए कुश्ती पहलवान दलीप सिंह राणा उर्फ खली ने एक स्थल पर गरीब कन्याओं के विवाह आयोजन को अनूठा और समाज के लिए अनुकरणीय बताया।" border="0" data-original-height="2624" data-original-width="3936" height="213" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjrvhTJ7Keed1ufUFAc8nYXY11SU4imXIOBpB-6byAi8j0Au6klN76Ghw0ZMNYSLnYLoyCZ1_nqFFuTiTTpBeZ5IhJkOFLucp_ogryJcVcX2F71pTVc3L6WILEGCovSOXPws7Qlz1vacJmBfOOUrQFRSZ1-rZED0-2DH_1yYfseEHIFTi4tH0lkLf1Y3BO3/w320-h213/L-Bhopal080324091038.jpg" width="320" /></a></div><p><b>मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव श्री बागेश्वर धाम में सामूहिक कन्या विवाह महोत्सव में शामिल हुए</b></p><p><b>नव दंपत्तियों को दिया आशीर्वाद</b></p><p>भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव महाशिवरात्रि पर्व पर छतरपुर जिले के ग्राम गढ़ा स्थित बागेश्वर धाम में विशाल सामूहिक कन्या विवाह महोत्सव में शामिल हुए और नव दंपत्तियो को आशीर्वाद दिया। उन्होंने सफल और सुखमय वैवाहिक जीवन की शुभकामनाएं भी दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री और देश के अन्य स्थानों से उपस्थित संतों का आशीर्वाद भी प्राप्त किया। सामूहिक विवाह महोत्सव के कार्यक्रम में गरीब परिवार की 156 कन्याओं के विवाह संपन्न हुआ। बागेश्वर धाम में बुंदेलखंड महाकुंभ के अंतर्गत सामूहिक विवाह कार्यक्रम का यह पंचम आयोजन था। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, कैबिनेट मंत्री श्री विजय शाह, श्री राकेश सिंह, श्री गोविंद सिंह राजपूत, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री धर्मेन्द्र लोधी एवं राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री लखन पटेल उपस्थित थे।</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि कन्यादान सबसे बड़ा दान है। बागेश्वर धाम में आगामी शुभ मुहूर्त में बड़ी संख्या में निर्धन और जरूरतमंद परिवार की बेटियों के विवाह संपन्न करवाए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि क्षेत्र के सभी धार्मिक स्थलों का विकास किया जाएगा और पुरातन समय के प्रत्येक मंदिरों में पूजन का प्रबंधन सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में देश धर्म के मार्ग पर चल रहा है और विश्वगुरु बनने की ओर अग्रसर है। भारत 21वीं शताब्दी में दुनिया में सर्वोच्च स्थान पर पहुंचेगा। डॉ. यादव ने कहा कि सामूहिक विवाह के गौरवशाली आयोजन में शामिल होने का अवसर मिलने से जीवन धन्य हो गया। बागेश्वर धाम में सनातन संस्कृति की झलक देखने को मिलती है।</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि केनबेतवा लिंक परियोजना के क्रियान्वयन से बुंदेलखंड में समृद्धि आएगी। उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि से हुई किसानों को फसल क्षति की भरपाई के लिए सरकार संवेदनशील है। किसानों को फसल नुकसान की शत-प्रतिशत राशि का भुगतान किया जाएगा।</p><p><br /></p><p>सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने सामूहिक विवाह कार्यक्रम को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि आइकॉनिक सिटी खजुराहो के साथ बागेश्वर धाम की भी देश में अलग पहचान स्थापित हुई है। हरियाणा से आए कुश्ती पहलवान दलीप सिंह राणा उर्फ खली ने एक स्थल पर गरीब कन्याओं के विवाह आयोजन को अनूठा और समाज के लिए अनुकरणीय बताया।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-37256729756456757292024-03-08T20:42:00.000+05:302024-03-08T20:42:01.914+05:30मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विक्रम व्यापार मेले का किया भ्रमण<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjG3mlBL8-Ipp76T9bgDVx1-7u82dMtnbr0BdXnG8Nbnd-OgN04oxxaLtJEZYF2cLTLHlCIAocGqbrhZX_9HZEINoY1fPdk4R4YZXoAGdpnyuA2YaznNmSe4xKsNI_Rk4cv46hJkDFEY2HTffC2eX8VEQUS3Qu24w_qQcx_YFqfZGqf9OejhBFqXHxYL5nP/s720/L-Bhopal080324123823.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="405" data-original-width="720" height="180" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjG3mlBL8-Ipp76T9bgDVx1-7u82dMtnbr0BdXnG8Nbnd-OgN04oxxaLtJEZYF2cLTLHlCIAocGqbrhZX_9HZEINoY1fPdk4R4YZXoAGdpnyuA2YaznNmSe4xKsNI_Rk4cv46hJkDFEY2HTffC2eX8VEQUS3Qu24w_qQcx_YFqfZGqf9OejhBFqXHxYL5nP/s320/L-Bhopal080324123823.jpg" width="320" /></a></div><p><b>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विक्रम व्यापार मेले का किया भ्रमण</b></p><p>भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन के दशहरा मैदान में चल रहे उज्जैनी विक्रम व्यापार मेले का गुरुवार देर रात्रि भ्रमण कर अवलोकन किया। उन्होंने मेले में विभिन्न कंपनियों के चार पहिया, दो पहिया वाहनों सहित अन्य उत्पादों के स्टॉलों में घूम कर दुकानदारों से बातचीत भी की।</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री ने आत्माराम को दी स्कूटी की चाबी</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने व्यापार मेले में वाहन खरीदी के लिए आए श्री आत्माराम मेघवाल को स्कूटी की चाबी सौंपी। आत्माराम ने बताया कि उज्जैन में इस प्रकार से भव्य मेले क्या आयोजन से सभी को प्रसन्नता हुई है। ऐसे आयोजनों से सभी को लाभ मिल रहा है।</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव का बेहतर व्यवस्थाओं के लिए आभार माना</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव का मेले में स्टॉल संचालित कर रहे विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों ने विक्रम व्यापार मेले की बेहतर व्यवस्थाओं और प्रबंधन के लिए आभार व्यक्त किया। विधायक श्री अनिल जैन कालूहेडा, नगर निगम अध्यक्ष श्री मुकेश टटवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी इस दौरान उपस्थित रहें।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-77075206878284018912024-03-08T20:38:00.001+05:302024-03-08T20:38:13.290+05:30मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने महाशिवरात्रि पर बोरेश्वर महादेव का लिया आशीर्वाद<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjjLTistOR0X_JBhxA-M1Vd9Dz0UgrdU-QneiM9UbX0W8KumIJzqrFEsa13S4wN22yRL1soOcTad6JYE3se22L8ow796-TuGfJ-cf2zPQamxwXwrOW_Kc4KhH_8ImmKAlb4kwsAvaUJnzdkHP0PRpw7DnJp1boD3f3VhOaks9Cl6B_jFDyw47tILk7IwfUP/s3696/L-Bhopal080324022022.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="2448" data-original-width="3696" height="212" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjjLTistOR0X_JBhxA-M1Vd9Dz0UgrdU-QneiM9UbX0W8KumIJzqrFEsa13S4wN22yRL1soOcTad6JYE3se22L8ow796-TuGfJ-cf2zPQamxwXwrOW_Kc4KhH_8ImmKAlb4kwsAvaUJnzdkHP0PRpw7DnJp1boD3f3VhOaks9Cl6B_jFDyw47tILk7IwfUP/s320/L-Bhopal080324022022.jpg" width="320" /></a></div><p><b>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने महाशिवरात्रि पर उज्जैन जिले के दंगवाड़ा में बोरेश्वर महादेव का लिया आशीर्वाद</b></p><p>भोपाल : महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सपत्नीक उज्जैन में बड़नगर के ग्राम दंगवाड़ा में चंबल तट स्थित श्री बोरेश्वर महादेव मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की। उन्होंने उन्होंने प्रदेशवासियों के कल्याण की मंगल कामना की।</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने महाशिवरात्रि पर्व की सभी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंदिर दर्शन के बाद विशाल भंडारे का अवलोकन किया। मंदिर में जलाभिषेक व पूजन पंडित श्री जगदीश शर्मा, श्री विक्रम सिंह, श्री विश्वेंद्र ठक्कर ने विधि विधान से संपन्न कराया। बड़नगर विधायक श्री जितेंद्र पंड़या, जिला पंचायत सदस्य श्री रामप्रसाद पंड़या सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहें।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-15354965952587105932024-03-08T20:33:00.002+05:302024-03-08T20:33:34.901+05:30मुख्यमंत्री डॉ. यादव पंच कल्याणक महोत्सव में शामिल हुए<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhT0piVQg6UKUzPXU1IyDnxZ_G-ZR895cWGbQF4l18fuViDig759pdCcT_f3rTI4bVRIQe28KZM0xBBt3FEb0AtGSrXbW-g66Uvtic9VYlFaF2g_Eu4Greb4QJOvr2YvT7uBSPiY87lDKiOe30kQ9gum3q-rIxw0f4pFFToQutVpdlslKA81oi08jEhfBg5/s6720/L-Bhopal080324062315.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="4480" data-original-width="6720" height="213" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhT0piVQg6UKUzPXU1IyDnxZ_G-ZR895cWGbQF4l18fuViDig759pdCcT_f3rTI4bVRIQe28KZM0xBBt3FEb0AtGSrXbW-g66Uvtic9VYlFaF2g_Eu4Greb4QJOvr2YvT7uBSPiY87lDKiOe30kQ9gum3q-rIxw0f4pFFToQutVpdlslKA81oi08jEhfBg5/s320/L-Bhopal080324062315.jpg" width="320" /></a></div><p><b>मुख्यमंत्री डॉ. यादव पंच कल्याणक महोत्सव में शामिल हुए</b></p><p><b>आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज का पाद प्रक्षालन कर आशीर्वाद लिया</b></p><p>भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव सुमति धाम इंदौर में आयोजित पंच कल्याणक महोत्सव में शामिल हुए। उन्होंने आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज का आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज का पाद प्रक्षालन भी किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश वासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर सांसद श्री बी.डी. शर्मा, श्री महेंद्र सिंह, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक श्री गोलू शुक्ला एवं श्री अनिल जैन, श्री गौरव रणदिवे, श्री चिंटू वर्मा और जनप्रतिनिधि मौजूद थे।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-18374888862145728152024-03-08T20:30:00.001+05:302024-03-08T20:30:10.761+05:30आईआईटी की तर्ज पर मध्यप्रदेश में इंजीनियरिंग कॉलेज विकसित किए जाएंगे : मुख्यमंत्री डॉ. यादव<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhHpeffE-dimdUNvfiNPR_7YQLRVYmoNMazk8BKJrlGPJfxD7pMRmqo_tX7g9-gM-hKZWwrpr2SVQDV-nUEURALNrmjmoNia8tUyjEWBFNuOG5o1VYDaZudD7Bb0bCHuHet-MdRJOJsa7BwpzOmAU3XmY8rQGQ-htxbw-cmFTLgAhsL7Bluwy7Y5RKsbWtu/s6720/L-Bhopal080324015757.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="4480" data-original-width="6720" height="213" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhHpeffE-dimdUNvfiNPR_7YQLRVYmoNMazk8BKJrlGPJfxD7pMRmqo_tX7g9-gM-hKZWwrpr2SVQDV-nUEURALNrmjmoNia8tUyjEWBFNuOG5o1VYDaZudD7Bb0bCHuHet-MdRJOJsa7BwpzOmAU3XmY8rQGQ-htxbw-cmFTLgAhsL7Bluwy7Y5RKsbWtu/s320/L-Bhopal080324015757.jpg" width="320" /></a></div><p><b>आईआईटी की तर्ज पर मध्यप्रदेश में इंजीनियरिंग कॉलेज विकसित किए जाएंगे : मुख्यमंत्री डॉ. यादव</b></p><p><b>सैटेलाइट परिसर की स्थापना से प्रदेश में तकनीकी शिक्षा को नई दिशा मिलेगी</b></p><p><b>मध्यप्रदेश को ज्ञान परंपरा का केंद्र बनाया जाएगा : केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री प्रधान</b></p><p><b>उज्जैन में डीप-टेक रिसर्च एंड डिस्कवरी सेंटर का हुआ उद्घाटन</b></p><p>भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भारतीय संस्कृति जीवंत और अनुसंधानात्मक हैं। संस्कृति की इसी विशेषता से हमारे यहां निरंतर हजारों वर्षों से रिसर्च को प्रोत्साहन दिया जाता रहा है। हमारा संकल्प है कि मध्यप्रदेश में आईआईटी की तर्ज पर प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेज विकसित किए जाएंगे। आईआईटी के समान कैंपस तैयार किए जाएंगे। आईआईटी से हो रहे ज्ञान के प्रसार को इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थी भी सीख सकेंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विजन से भारत को तकनीकी क्षेत्र में अग्रणी देश बनाने के प्रयासों को गति मिली है। सैटेलाइट परिसर की स्थापना से मध्यप्रदेश में तकनीकी शिक्षा को नई दिशा मिलेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज उज्जैन के शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में आयोजित नवाचार, प्रौद्योगिकी एवं उद्यमिता अनुभावतमक विद्यार्जन (डीप-टेक रिसर्च एंड डिस्कवरी सेंटर) केंद्र के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। केंद्रीय मंत्री शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार श्री धर्मेंद्र प्रधान ने वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश को नवीन ज्ञान परंपरा के केंद्र बनाया जाएगा।</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उज्जैन के इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में तीन अत्याधुनिक लैब खगोल विज्ञान एवं अंतरिक्ष अभियांत्रिकी धरोहर तथा नवाचार केंद्र, लेजर इंजिनियरिंग लैब और मेकर स्पेस लैब का उद्घाटन किया। इस अवसर पर विधायक श्री अनिल जैन कालूहेडा, महापौर श्री मुकेश टटवाल, अपर मुख्य सचिव श्री मनु श्रीवास्तव सहित आईआईटी इंदौर के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।</p><p><br /></p><p> मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वैज्ञानिक परंपरा को हमारे यहाँ ऋषि परंपरा के नाम से जाना जाता है, जिसमें वैज्ञानिकता के आधार पर ज्ञान को सुस्थापित किया गया है। हमारी समृद्ध संस्कृति, ऋषि परंपरा को नष्ट करने के अनेक प्रयास किए गए। आज प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में पूरी दुनिया में हमारी संस्कृति का परचम लहरा रहा है। दुनिया यहाँ आकर शिक्षा ग्रहण करेगी, हमारी अच्छाई सीखेगी।</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उज्जैन में डीपटेक एवं रिसर्च सेंटर का उद्घाटन विक्रमोत्सव का हिस्सा है। देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा 29 फरवरी को वैदिक घड़ी के उद्घाटन से विक्रमोत्सव-2024 शुभारंभ किया गया। उन्होंने कहा कि आईआईटियन कानपुर द्वारा भारतीय दृष्टिकोण अपनाते हुए ग्रह, नक्षत्र, तारों की गणना के आधार पर एक अद्भुत मॉडल प्रस्तुत किया। आज वैदिक घड़ी देश-दुनिया में उज्जैन की शान बन गई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि देश का मान पुनर्स्थापित हुआ है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि समूचे भारत वर्ष में भारतीय ज्ञान परंपरा की ध्वजा लहरा रही हैं।</p><p><br /></p><p> मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज खगोल विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिये उज्जैन से ही एक महत्वपूर्ण कार्य का आरंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारी समृद्ध ज्ञान-परंपरा के कई रहस्य निरंतर उद्घाटित होते जा रहे हैं, जिन्हें दुनिया स्वीकार कर रही है। हमारी संस्कृति निरंतर नवाचारों को प्रोत्साहन देने के साथ उन्हें पुष्पित और पल्लवित करती रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि खगोल विज्ञान में उज्जैन का विशेष महत्व है। भगवान महाकाल की नगरी से विज्ञान की धारा प्रवाहित हो रही है। उन्होंने कहा कि उज्जैन विज्ञान की नगरी के नाम से दुनिया में स्थापित होगी।</p><p><br /></p><p>मध्यप्रदेश में इंदौर-उज्जैन कॉरिडोर ज्ञान परंपरा का नेतृत्व करे</p><p><br /></p><p> केन्द्रीय शिक्षा मंत्री श्री प्रधान ने कहा कि मध्यप्रदेश को नवीन ज्ञान परम्परा का केन्द्र बनाने के लिये इंदौर और उज्जैन कॉरिडोर इसका नेतृत्व करें। उन्होंने कहा कि आईआईटी इंदौर विस्तृत रोड मैप तैयार कर इसका क्रियान्वन कराएं। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बहुत ही प्रसन्नता की बात है कि आज उज्जैन में नवाचार, प्रौद्योगिकी एवं उद्यमिता अनुभावतमक विद्यार्जन केंद्र का उद्घाटन कर इसकी नींव रखी गई हैं। आईआईटी इंदौर का यह डीपटेक रिसर्च सेंटर नई शिक्षा नीति के क्रियान्वन का एक उदाहरण है, जो नवाचारों को आगे बढ़ाने में सहायक होगा।</p><p><br /></p><p>मध्यप्रदेशवासियों की रग-रग में अनुसंधान और नवाचार</p><p><br /></p><p>केंद्रीय मंत्री श्री प्रधान ने कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में मध्यप्रदेशवासियों का लोहा संसार मान रहा है। प्रदेश के लोगों ने विज्ञान के क्षेत्र में विदेशों में भी सफलता की झंडे गाड़े हैं। मध्य प्रदेश के लोगों के रग-रग में शोध, अनुसंधान और नवाचार समाया हुआ है। इन नवाचारों को उचित प्लेटफार्म प्रदान कर उनका भविष्य के उपयोग के लिए क्रियान्वयन किया जाए। उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान एवं अन्य संस्थाओं के निर्देशकों और शिक्षकों से कहा कि भारतीय समृद्ध वैज्ञानिक परंपरा को भारतीय मूल भाषाओं में समझे। 300 से 400 वर्ष पहले किए गए हमारी वर्षा की गणना, हजारों वर्ष पूर्व की हमारी सटीक काल गणना आदि अनेक खोजों को गहराई से जाने।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-74562099971692646382024-03-07T20:25:00.001+05:302024-03-07T20:25:44.580+05:30प्रधानमंत्री मोदी 8 मार्च को पहले राष्ट्रीय रचनाकार पुरस्कार प्रदान करेंगे <div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj6pT6QyldE2ThjOEXxmEJUrRyDsVCORBu0PPPD31EBVgLlfULjo-QMISRZ20QAtVtnK9PgUHsWJMhsEzFoNZ1ISaUcrF-Z8oOnO2W8pRAGn7pkPUsPunkaIhK9RhrXugLrugN0MlaqXo5r2Z0WkmCX5iWmr47gK3NVWHWypxQNUyKxALE656koUHNQMdaX/s400/2L%20UPVIRAL24%20Black%20White%20and%20Red%20Modern%20Breaking%20News%20Channel%20Logo3.png" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="306" data-original-width="400" height="245" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj6pT6QyldE2ThjOEXxmEJUrRyDsVCORBu0PPPD31EBVgLlfULjo-QMISRZ20QAtVtnK9PgUHsWJMhsEzFoNZ1ISaUcrF-Z8oOnO2W8pRAGn7pkPUsPunkaIhK9RhrXugLrugN0MlaqXo5r2Z0WkmCX5iWmr47gK3NVWHWypxQNUyKxALE656koUHNQMdaX/s320/2L%20UPVIRAL24%20Black%20White%20and%20Red%20Modern%20Breaking%20News%20Channel%20Logo3.png" width="320" /></a></div><p><b>प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 8 मार्च को पहले राष्ट्रीय रचनाकार पुरस्कार प्रदान करेंगे </b></p><p><b>यह पुरस्कार कहानी सुनाने, सामाजिक परिवर्तन समर्थन करने, पर्यावरणीय स्थिरता, शिक्षा, गेमिंग सहित अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्टता और प्रभाव को पहचानने का एक प्रयास है</b></p><p><b>इस पुरस्कार में अपार सार्वजनिक भागीदारी देखी गई है; 1.5 लाख से अधिक नामांकन और लगभग 10 लाख वोट डाले गए</b></p><p><b>पुरस्कार बीस श्रेणियों में प्रदान किए जाएंगे</b></p><p><b>प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 8 मार्च 2024 को सुबह 10:30 बजे नई दिल्ली के भारत मंडपम, में पहले राष्ट्रीय रचनाकार पुरस्कार प्रदान करेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे।</b></p><p>राष्ट्रीय रचनाकार पुरस्कार कहानी सुनाने, सामाजिक परिवर्तन की वकालत, पर्यावरणीय स्थिरता, शिक्षा और गेमिंग सहित अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्टता और प्रभाव को पहचानने का एक प्रयास है। सकारात्मक बदलाव लाने के लिए रचनात्मकता का उपयोग करने के लिए इस पुरस्कार की परिकल्पना एक अरंभिक मंच के रूप में की गई है।</p><p><br /></p><p>राष्ट्रीय रचनाकार पुरस्कार के लिए अनुकरणीय सार्वजनिक सहभागिता सामने आई है। पहले दौर में 20 विभिन्न श्रेणियों में 1.5 लाख से अधिक नामांकन प्राप्त हुए थे। इसके बाद, वोटिंग राउंड में विभिन्न पुरस्कार श्रेणियों में डिजिटल रचनाकारों के लिए लगभग 10 लाख वोट डाले गए। इसके बाद, तीन अंतरराष्ट्रीय रचनाकारों सहित 23 विजेताओं का निर्णय किया गया। यह जबरदस्त सार्वजनिक जुड़ाव इस बात का प्रमाण है कि पुरस्कार वास्तव में लोगों की पसंद को प्रदर्शित करता है।</p><p><br /></p><p>यह पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ कहानीकार पुरस्कार सहित बीस श्रेणियों में प्रदान किया जाएगा। इन श्रेणियों में वर्ष का विघ्नकर्ता; वर्ष के सेलिब्रिटी निर्माता; ग्रीन चैंपियन पुरस्कार; सामाजिक परिवर्तन का समर्थन करने के लिए सर्वश्रेष्ठ रचनाकार; सर्वाधिक प्रभावशाली कृषि निर्माता; वर्ष के सांस्कृतिक राजदूत; अंतर्राष्ट्रीय निर्माता पुरस्कार; सर्वश्रेष्ठ यात्रा निर्माता पुरस्कार; स्वच्छता राजदूत पुरस्कार; न्यू इंडिया चैंपियन अवार्ड; टेक क्रिएटर अवार्ड; हेरिटेज फैशन आइकन अवार्ड; सर्वाधिक रचनात्मक रचनाकार (पुरुष एवं महिला); खाद्य श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ निर्माता; शिक्षा श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ रचनाकार; गेमिंग श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ क्रिएटर; सर्वश्रेष्ठ सूक्ष्म निर्माता; सर्वश्रेष्ठ नैनो निर्माता; सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य एवं फिटनेस निर्माता सम्मिलित हैं।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-68732409390616612462024-03-06T18:52:00.004+05:302024-03-06T18:52:47.886+05:30जल जीवन मिशन : काम भी, आराम भी<p><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgPBG8LFgLo8Uzl1ed4S8p0dPJ91Z_47kxNU0g21s8Tza3upSpPsTAG3JJTssCAeja4zkkO695AXLypcejOZKZ1PJZKjZyTZpGIRJSgs7MWogzTLyo69ZaV8h_PIdNjfwC45eBtWHawFzyB6zFTQMYj1Z-_pB3HG4nFr5TvsHM7nFnprNiqCgcGXBCEHAZF/s425/Anita_Chaudhary_Success_06Mar24.jpg" imageanchor="1" style="font-weight: 700; margin-left: 1em; margin-right: 1em; text-align: center;"><img border="0" data-original-height="347" data-original-width="425" height="163" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgPBG8LFgLo8Uzl1ed4S8p0dPJ91Z_47kxNU0g21s8Tza3upSpPsTAG3JJTssCAeja4zkkO695AXLypcejOZKZ1PJZKjZyTZpGIRJSgs7MWogzTLyo69ZaV8h_PIdNjfwC45eBtWHawFzyB6zFTQMYj1Z-_pB3HG4nFr5TvsHM7nFnprNiqCgcGXBCEHAZF/w200-h163/Anita_Chaudhary_Success_06Mar24.jpg" width="200" /></a></p><p><b>जन, जंगल, जमीन का स्थायी योजन - जल जीवन मिशन : काम भी, आराम भी</b></p><p>भोपाल : जन, जंगल, जमीन और प्राणी, जल सबके लिये अनिवार्य और अपरिहार्य है। जल है, तभी सबका कल सुरक्षित है। भारत सरकार ने इस तथ्य को अंगीकृत किया और हर घर जल की स्थायी व्यवस्था के लिये जल जीवन मिशन प्रारंभ किया। इस मिशन के तहत अब तक देश के करीब 14 करोड़ 40 लाख 47 हजार से अधिक घरों में स्थायी नल कनेक्शन दिये गये हैं। मध्यप्रदेश के 53 हजार 417 गांवो के करीब 67 लाख से अधिक घरों में जल-नल कनेक्शन दिये जा चुके हैं।</p><p>महिलाओं को गांव में ही मिल रहा काम</p><p>इंदौर जिले के देपालपुर ब्लॉक के झलारिया गांव की सीताबाई बताती है कि पानी लाने के लिए उनके गांव की महिलाओं को घंटों जद्दोजहद करनी पड़ती थी। बहुत दूर से पानी ढोने की थकान से स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर पड़ रहा था। झलारिया गांव में जल जीवन मिशन के तहत घर-घर नल की लाइन पहुंचने के बाद उन्होंने ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति को अपनी सेवाएं देने की इच्छा जताई। समिति ने उन्हें पंप ऑपरेटर बनाने के साथ ही गांव से जल कर एकत्र करने की जिम्मेदारी सौंपी। सीताबाई ने काम संभालते ही पूरे गांव को तय समय पर और आवश्यकतानुसार पानी पहुंचाया। साथ ही गांव वालों को बताया कि जल कर जमा कराने से नल-जल योजना का रखरखाव और विस्तार भी आसानी से हो सकेगा। सीताबाई के प्रयासों से गांव वाले जल कर चुकाने के लिये सजग हुए और सीताबाई ने शुरुआत में ही 1.79 लाख रुपए जल कर एकत्र किए और समिति के खाते में जमा करा दिए। अब सीताबाई बेहद खुश हैं कि पंप ऑपरेटर की जिम्मेदारी मिलने से गांव को पानी सप्लाई अच्छी तरह से हो पा रही है। साथ ही मानदेय मिलने से वह आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर भी हो गई हैं। जल कर का भुगतान हो जाने से गांववालों के प्रति ग्राम समिति का विश्वास भी बढ़ा है। उल्लेखनीय है कि जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन से हर साल औसतन 30 लाख से अधिक लोगों को योजनाओं के संचालन और रखरखाव संबंधी रोजगार मिल रहा है। आईआईएम बेंगलुरु के एक सर्वेक्षण के अनुसार इस मिशन के लागू होने के पांच सालों में ही हर साल लगभग एक करोड़ 47 लाख से अधिक व्यक्तियों के लिए रोजगार पैदा किया जा सका है।</p><p>आर्थिक योगदान से मिला आराम, अनीता को राष्ट्रपति से मिला सम्मान</p><p>छिन्दवाड़ा जिले के मोहरखंड गांव में पानी की व्यवस्था एक बड़ी समस्या थी। दूर-दराज से पानी ढोने और उस पर भी अशुद्ध जल पीने से गांव वालों के स्वास्थ्य भी बिगड़ रहा था। श्रीमती अनीता चौधरी ने जल जीवन मिशन का लाभ गांव तक पहुंचाने के लिए दिन-रात मेहनत की। उन्होंने गांव वालों को प्रेरित कर दो लाख 88 हजार 135 रुपए की जनसहयोग से एकत्र कर ग्राम समिति को सौंपी। गांव के घरों में जब नल से शुद्ध जल पहुंचने, लगा तो लोगों ने अनीता को 'जल योद्धा' नाम देकर सम्मानित किया। जल जीवन मिशन के प्रति अनीता के समर्पण को गांव के साथ ही देश ने भी सराहा है। अनीता ने बताया कि जब ग्राम समिति ने उन्हें बताया कि उनको 'स्वच्छ सुजल शक्ति' सम्मान दिया जाएगा, तो इस ख़बर पर वह बड़ी मुश्किल से विश्वास कर पाई। उन्हें नई दिल्ली बुलाया गया और 4 मार्च 2023 को माननीय राष्ट्रपति महोदया ने उन्हें सम्मानित किया, तो अनीता की आंखें भर आईं। अनीता के इस सम्मान से गांव, जिले और प्रदेश का भी गौरव बढ़ा है।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-17718031312555625432024-03-06T18:47:00.002+05:302024-03-06T18:47:29.781+05:30गौ-वंश के बेहतर प्रबंधन से सशक्त अर्थव्यवस्था का निर्माण संभव : उप मुख्यमंत्री<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg3fCeuBHZ3AZ3HAUwzxibCcADFlWA31xTH8Ahxt21bxD9dc0ohByfuapdIkDZqx6QaVhVeFbZ3lr56iDPNkenc9BrQHgugjm1pJvFa6ZUXTBYbGyhmXvrj0s2FkRLL6rD8rsI5ZyRp3mhwQ2PxkE2ZfvboxC18EqeLEu6VIMgDr3s8kioasViwILB3lmxg/s2400/L-Bhopal060324035007.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="900" data-original-width="2400" height="120" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg3fCeuBHZ3AZ3HAUwzxibCcADFlWA31xTH8Ahxt21bxD9dc0ohByfuapdIkDZqx6QaVhVeFbZ3lr56iDPNkenc9BrQHgugjm1pJvFa6ZUXTBYbGyhmXvrj0s2FkRLL6rD8rsI5ZyRp3mhwQ2PxkE2ZfvboxC18EqeLEu6VIMgDr3s8kioasViwILB3lmxg/s320/L-Bhopal060324035007.jpg" width="320" /></a></div><p><b>गौ-वंश के बेहतर प्रबंधन से सशक्त अर्थव्यवस्था का निर्माण संभव : उप मुख्यमंत्री</b></p><p><b>गौ-रक्षा संवाद कार्यशाला का उप मुख्यमंत्री ने किया शुभारंभ</b></p><p>भोपाल : उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि गौ-वंश के बेहतर प्रबंधन से अर्थव्यवस्था को सशक्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि गौ-वंश हर वक्त लाभप्रद हैं। दुग्ध और दुग्ध प्रोसेस्ड उत्पादों के साथ, गौ-मूत्र और गोबर से भी कई तरीक़े उत्पाद बनाये जा सकते हैं जो गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए महत्वपूर्ण हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि गौ-वंश का आर्थिक, सामाजिक और धार्मिक महत्व है। गौ-संरक्षण और गौ-सेवा की भावना जन-जन में विकसित करना महत्वपूर्ण है। उप मुख्यमंत्री ने कुशाभाउ ठाकरे सभागृह भोपाल में ‘ग़ौ-रक्षा संवाद’ निराश्रित गौ-वंश एवं गौशालाओं के बेहतर प्रबंधन पर हितग्राहियों की कार्यशाला का उद्घाटन किया।</p><p><br /></p><p>उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि गौशालाओं के प्रबंधन में अधोसंरचना विकास के साथ मानव संसाधन (गौ-सेवक) की व्यवस्था महत्वपूर्ण घटक है। इसके साथ ही विभिन्न उत्पादों के निर्माण और विपणन की बेहतर व्यवस्था गौशालाओं को आर्थिक मज़बूती देने के लिए आवश्यक है। उप मुख्यमंत्री ने बसामन मामा गौ-वंश वन्य विहार रीवा में किए जा रहे प्रयासों से उपस्थित जनों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि गौशालाओं के बेहतर प्रबंधन से गौ-वंश का संरक्षण और संवर्धन सुनिश्चित होगा साथ ही रोज़गारों का सृजन होगा। उप मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा गौ-सेवा के अभिनव प्रयास के लिये आभार व्यक्त किया।</p><p><br /></p><p>गौ-रक्षा और गौशालाओं के बेहतर प्रबंधन पर प्राप्त सुझाव, गौ-सेवा में सहयोगी होंगे - पशुपालन मंत्री श्री पटेल</p><p><br /></p><p>पशुपालन मंत्री श्री लखन पटेल ने कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में कहा कि गौ-रक्षा और गौशालाओं के बेहतर प्रबंधन पर प्राप्त सुझाव, गौ-सेवा में सहयोगी होंगे। उन्होंने कहा कि शासन का लक्ष्य है कि कोई भी गौ-वंश निराश्रित न हो, दुर्घटना का शिकार न हो। गौ-वंश के संरक्षण के साथ बेहतर पोषण की व्यवस्था बने। गौशालाओं के स्वावलंबन, प्रशासनिक, वित्तीय, सामाजिक तथा विधिक विषयों व प्रावधानों पर कार्यशाला में मंथन किया जाकर कार्ययोजना का निर्माण किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में गौ-सेवा, गौ-पोषण और संवर्धन के क्षेत्र में ठोस कार्य किये जायेंगे।</p><p><br /></p><p>निराश्रित गौ-वंश के संरक्षण, गौशाला संचालन, उत्पादों के विपणन और शासकीय सहयोग के विभिन्न विषयों पर किया जायेगा विचार-विमर्श</p><p><br /></p><p>प्रमुख सचिव पशुपालन श्री गुलशन बामरा ने बताया कि कार्यशाला के विभिन्न सत्रों में गौवंश क्षमता अनुसार गौशालाओं का श्रेणीकरण एवं प्रबंधन, आदर्श गौशाला के लिये आवश्यक अधोसंरचना, भूमि, शेड, गोदाम, बिजली, पानी, यंत्र/उपकरण आदि और मानव संसाधन की व्यवस्था के निर्धारण पर मंथन किया जाएगा। गौवंश के उचित रखरखाव संबंधी बेस्ट प्रेक्टिसेस और गौशाला से जुड़े हितधारकों की क्षमता-वर्धन के संबंध में चर्चा की जाएगी। गौशालाओं में आय के विभिन्न स्रोतों से स्वावलंबन प्राप्त करने के लिए शासकीय सहयोग के प्रकार और प्रावधानों पर परामर्श किया जाएगा। साथ ही विभिन्न गौ-उत्पादों के उत्पादन और विपणन पर सुझाव प्राप्त किए जायेंगे। सीएसआर से गौशालाओं के प्रबंधन में सहयोग के विषय में चर्चा की जाएगी।</p><p><br /></p><p>गौ-वंश संरक्षण के सामाजिक पहलुओं पर होगी वृहद् चर्चा</p><p><br /></p><p>कार्यशाला में गौशालाओं से संबंधित सामाजिक पहलू, पशुपालकों द्वारा गौवंश को स्टॉल फीडिंग हेतु प्रोत्साहित करने के उपाय और घायल, निराश्रित गौवंश को निकटतम गौशालाओं तक पहुचाने हेतु परिवहन की व्यवस्था पर विमर्श किया जाएगा। साथ ही मृत गौवंश का सम्मानपूर्वक निष्पादन भी चर्चा का प्रमुख विषय है। इसके साथ ही गौशालाओं एवं निराश्रित गौवंश से संबंधित विधिक पहलू और गौवंश संरक्षण के संबंध में उच्चतम न्यायालय/उच्च न्यायालयों/ राष्ट्रीय हरित अधिकरण के निर्देश पर भी प्रकाश डालकर आवश्यक प्रबंधों पर चर्चा की जाएगी।</p><p><br /></p><p>विभिन्न गौ-उत्पादों, गौ-वंश संरक्षण और संवर्धन संबंधी तकनीकों एवं साहित्य का प्रदर्शन कार्यशाला परिसर में किया गया। कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रह्लाद सिंह पटेल, पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ वल्लभ भाई कथूरिया, महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानन्द गिरी, पूर्व सांसद राज्यसभा श्री मेघराज जैन, विधायक श्री हेमंत खंडेलवाल, स्वामी गोपालानंद सरस्वती, स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा संचालित उत्कृष्ट गौशालाओं के प्रतिनिधि, गौसेवा के क्षेत्र में कार्य कर रहे चिंतक, संस्थाओं और कॉरपोरेट जगत के प्रतिनिधि, वैज्ञानिक और शिक्षाविद उपस्थित रहे।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-22207716387832695362024-03-06T18:44:00.001+05:302024-03-06T18:44:10.241+05:30राशन की चिन्ता से मुक्त हुये चिन्टू<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEigaMtJGIQkkHBJXrlztzriwirz3cE0dndGyacBjp6SlNYZJx7emIjrGM9fFmgSvFbQ6iimh5reCduoGWF6npLrfYOlgzCJPxV7r6-ojn83zLvc8QKpY1d8PWF9FTMc0rCk1LvNMdR33_Roq8Lh-nCeUow7wMzDKwwMe0KLgYVJRMEqMs3H3Fy3KA67X1ks/s1271/Inner-Bhopal060324052121.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="717" data-original-width="1271" height="181" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEigaMtJGIQkkHBJXrlztzriwirz3cE0dndGyacBjp6SlNYZJx7emIjrGM9fFmgSvFbQ6iimh5reCduoGWF6npLrfYOlgzCJPxV7r6-ojn83zLvc8QKpY1d8PWF9FTMc0rCk1LvNMdR33_Roq8Lh-nCeUow7wMzDKwwMe0KLgYVJRMEqMs3H3Fy3KA67X1ks/s320/Inner-Bhopal060324052121.jpg" width="320" /></a></div><p><b>राशन की चिन्ता से मुक्त हुये चिन्टू</b></p><p>भोपाल : अपने परिवार को पालने की चिन्ता में चिन्टू भारी परेशान रहते थे। वो जितना कमाते थे, उससे परिवार पालना बड़ा मुश्किल हो रहा था। जैसे-तैसे उनकी गुजर बसर हो रही थी। पर अब चिन्टू राशन पानी की चिन्ता से पूरी तरह मुक्त हो गये हैं।</p><p>अशोकनगर जिले के आमखेड़ा तूमैन गांव के चिन्टू कुशवाह मजदूरी करते हैं। वे परिवार पालने की कई कठिनाईयां झेल रहे थे। ऐसे में उनके जीवन का सहारा बनकर आई 'प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना'। इस योजना के तहत चिन्टू को पांच किलो प्रति सदस्य के मान से हर माह नि:शुल्क राशन मिल रहा है। इससे चिन्टू को परिवार के लिये राशन की स्थायी सुविधा मिल गई है। चिन्टू अब परिवार पालने की एक बड़ी चिन्ता से मुक्त हो गये हैं। वे अपने परिवार की बेहतरी के लिये मन लगाकर काम करते हैं। चिन्टू उनके जैसे कई गरीबों की चिन्ता करने वाले संवेदनशील प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रति कृतज्ञता जताते हैं।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-25765894406407618322024-03-06T18:40:00.003+05:302024-03-06T18:40:58.682+05:30भिण्ड में विकास की बयार बह रही है : मुख्यमंत्री डॉ. यादव<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEha9vNyZBr-frCgZFOpfnctuqRxa1f5seC07CxZG365SWxTUP95zZB_KF7AMHQNU6k1KJFWW-fxJSIEW14CByqrBRlAA-nDPYe1D-yZRZzQREeSggcnA196wuz3vG5X_5qUjupbWOjwVBTAFFZb99Wn5Wj2L_7toiT_qbbdZMLUHZD9Z2b7GA-u_CvgI5TF/s4160/L-Bhopal060324060014.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="2774" data-original-width="4160" height="213" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEha9vNyZBr-frCgZFOpfnctuqRxa1f5seC07CxZG365SWxTUP95zZB_KF7AMHQNU6k1KJFWW-fxJSIEW14CByqrBRlAA-nDPYe1D-yZRZzQREeSggcnA196wuz3vG5X_5qUjupbWOjwVBTAFFZb99Wn5Wj2L_7toiT_qbbdZMLUHZD9Z2b7GA-u_CvgI5TF/s320/L-Bhopal060324060014.jpg" width="320" /></a></div><p><b>भिण्ड में विकास की बयार बह रही है - मुख्यमंत्री डॉ. यादव</b></p><p><b>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के 816 करोड़ रूपए 80 लाख से अधिक किसानों को सिंगल क्लिक से किए अंतरित</b></p><p><b>25 लाख से अधिक किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के 775 करोड़ रूपए अंतरित</b></p><p><b>193 करोड़ 35 लाख रूपये की लागत के 68 विकास कार्यों का किया भूमिपूजन, लोकार्पण</b></p><p><b>नयागांव में महाविद्यालय, गौरी सरोवर के कायाकल्प, मेहगांव को नगर पंचायत बनाने, भिण्ड में कृषि संकाय आरंभ करने तथा इटावा-भिण्ड मार्ग निर्माण की घोषणा</b></p><p><b>मुख्यमंत्री ने भिण्ड में किसान एवं सहकारिता सम्मेलन को किया संबोधित</b></p><p><br /></p><p>भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भिंड में किसान एवं सहकारिता सम्मेलन में 80 लाख से अधिक किसानों को किसान कल्याण योजना के एक हजार 816 करोड़ रूपए और 25 लाख से अधिक किसानों को फसल बीमा योजना (खरीफ 2023) के 755 करोड़ रूपए ऑनलाइन अंतरित किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 193 करोड़ 35 लाख रूपए के 68 विकास कार्यों का भूमिपूजन, लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नयागांव में महाविद्यालय आरंभ करने, गौरी सरोवर तालाब का विकास कर उसका संपूर्ण कायाकल्प करने, मेहगांव को नगर पंचायत बनाने, भिण्ड के महाविद्यालय में कृषि संकाय आरंभ करने प्रदेश की सीमा में इटावा से भिण्ड मार्ग निर्माण और लेलवारी पुल निर्माण की घोषणा भी की।</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव के जन आभार यात्रा के बाद सम्मेलन स्थल पहुंचने पर जनप्रतिनिधियों ने भव्य स्वागत किया। राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा उपस्थित रहे।</p><p><br /></p><p>चंबल है वीरों की धरती</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भिण्ड, रथी, महारथी और वीरों की धरती है, यहाँ के युवा भारत माता को गौरवान्वित करते रहे हैं। चंबल की धरती में देश के दुश्मनों को उनकी सीमा में रखने का साहस और सामर्थ्य है। भिण्ड में विराजमान वनखंडेश्वर महादेव और ददरौआ के डॉक्टर हनुमानजी के चरणों में प्रणाम करते हुए उन्होंने कहा कि कभी भिण्ड की पहचान बीहड़ों और डकैतों से थीं। भिण्ड में अब कानून का राज स्थापित है। विकास की बयार बह रही है। राज्य सरकार चंबलवासियों के जीवन को सरल बनाने के लिए प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में संचालित कार्यक्रमों और योजनाओं से न केवल लोगों की प्रगति और विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ है, बल्कि देश का मान-सम्मान भी विश्व में बढ़ा है।</p><p><br /></p><p>जन-जन के मन में है प्रधानमंत्री श्री मोदी</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी जन-जन के मन में है। उन्होंने वसुधैव कुटुम्बकम् के सांस्कृतिक भाव को जागृत किया है। कोविड के कठिन काल में सभी देशवासियों को सुरक्षा देने के साथ ही प्रधानमंत्री श्री मोदी की पहल पर विश्व के 100 से अधिक देशों को कोविड की वैक्सीन उपलब्ध कराई गई। उन्होंने देश के 22 करोड़ जरूरतमंद लोगों को पक्के आवास उपलब्ध कराए हैं।</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की पहल पर गरीबों के बैंकों में खाते खुलवाए गए और हर व्यक्ति का हक उसे सीधे दिलवाने की व्यवस्था स्थापित की गई। इसी का परिणाम है कि आज बड़ी संख्या में किसानों के खातों में मुख्यमंत्री किसान कल्याण और प्रधामंत्री फसल बीमा योजना की राशि सीधे अंतरित की गई है। जनकल्याण के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी अभिनंदनीय हैं।</p><p><br /></p><p>भिण्ड और मेहगांव में संयुक्त तहसील कार्यालय, दंदरौआ में बिजली उपकेन्द्र तथा जाखौरी और शेरपुर में हायर सेकेण्डरी हाई स्कूल लोकार्पित</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 193 करोड़ 35 लाख रूपए की लागत से 68 विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। इसमें परियाया, मोरा, अखोसर और नरसिंगगढ़ में जल जीवन मिशन के पेयजल कार्यों, 45 गाँवों में नल-जल योजना के कार्यों, भिंड जेल में निर्माण कार्य सहित 50 विकास कार्यों का भूमिपूजन शामिल है।</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लहार, गोरमी, आलमपुरय और दबोह में जल प्रदाय योजना, भिण्ड और मेहगांव में संयुक्त तहसील कार्यालय, आलमपुर-भगवापुरा मार्ग में सोन नदी पर पुल और गौर पुल, मेंहदा, कुरथर, भांपर और शाहपुरा में जल जीवन मिशन के कार्यों का लोकार्पण किया। इसके साथ ही सेवढ़ा से कनवार और जामना से मानपुरा सड़क मार्ग, दंदरौआ में बिजली उपकेन्द्र, जाखौरी और शेरपुर में हायर सेकेण्डरी व हाई स्कूल तथा अटेर में अर्द्ध शहरी थाने का लोकार्पण भी किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विभिन्न योजना के अंतर्गत हितलाभ भी वितरित किए, श्रीमती शारदा बघेल को पति की आकस्मिक मृत्यु पर आर्थिक सहायता के रूप में 4 लाख रूपए का चेक प्रदान किया गया।</p><p><br /></p><p>नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री राकेश शुक्ला, सांसद श्रीमती संध्या राय, विधायक श्री नरेन्द्र सिंह कुशवाह व श्री अमरीश शर्मा ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कामना भदौरिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा विशाल जनसमूह ने सहभागिता की।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-45740615890967742222024-03-06T18:18:00.004+05:302024-03-06T18:48:12.977+05:30गृह मंत्री अमित शाह ने IGF Annual Investment Summit – NXT10 को संबोधित किया<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiuuV3oIwBZDzfXCsYKBlomKUXHhfVpDOhg0jmdQQAmsaRUaYYSh__6jJP_7NJCX75vV-dux3oT7tgYQ2CXMC2pVCTGu0PrwiZv9IXpJUeB7b56cdt93wqMN3kMvDd_R4KFk_PFRk0BTv3X7lNiFBfRWZXAx3kpDhXldbf5XaATQt0NPdnLePY1rVZdwvF-/s673/L-Bhopal050324072623.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="587" data-original-width="673" height="279" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiuuV3oIwBZDzfXCsYKBlomKUXHhfVpDOhg0jmdQQAmsaRUaYYSh__6jJP_7NJCX75vV-dux3oT7tgYQ2CXMC2pVCTGu0PrwiZv9IXpJUeB7b56cdt93wqMN3kMvDd_R4KFk_PFRk0BTv3X7lNiFBfRWZXAx3kpDhXldbf5XaATQt0NPdnLePY1rVZdwvF-/s320/L-Bhopal050324072623.jpg" width="320" /></a></div><p><b>केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज महाराष्ट्र के मुंबई में IGF Annual Investment Summit – NXT10 को संबोधित किया</b></p><p><b>नरेन्द्र मोदी जी के रूप में हमने एक युगद्रष्टा प्रधानमंत्री पाया है, जो दूरदर्शी होने के साथ–साथ युग परिवर्तन करने का माद्दा रखते हैं: श्री अमित शाह</b></p><p><b>मोदी सरकार ने Investment, Innovation, Idea को प्लेटफार्म देकर युवाओं को इनसे जोड़ा है जिससे नई शुरुआत हुई है</b></p><p><b>भारत का विकास सिर्फ सरकार की महत्वकांक्षा से नहीं, बल्कि नागरिकों के आत्मविश्वास से हो सकता है</b></p><p><b>मोदी जी के नेतृत्व में भारत आज Fragile Five से Top Five Economy में आया है</b></p><p><b>मोदी जी ने 10 साल में 40 से अधिक नीतियां बनाकर देश की अर्थव्यवस्था को Shape देकर Policy-driven State का बेस्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है</b></p><p><b>मोदी जी के नेतृत्व में भारत वैश्विक मानचित्र पर DARKSPOT से Brightspot बन कर उभरा है</b></p><p><b>अब भारतीय उद्योगों को अपना Scale और Size बढ़ाना होगा</b></p><p><b>ये चुनाव लोकतंत्र के साथ-साथ गरीब कल्याण, जनकल्याण, परंपरा और तकनीक के बीच तालमेल व लोकतंत्र और सुरक्षा सुनिश्चित करने का त्यौहार है</b></p><p><b>ये मोदी की गारंटी है कि नए कानूनों पर अमल के बाद देश में किसी भी केस में 3 साल में न्याय सुनिश्चित होगा</b></p><p>केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज महाराष्ट्र के मुंबई में IGF Annual Investment Summit – NXT10 को संबोधित किया। इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।</p><p><br /></p><p><br /></p><p><br /></p><p>अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि आने वाले महीनों में विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में चुनाव होने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत में होने जा रहे चुनाव आने वाले 25 वर्ष का भविष्य तय करने वाले होंगे। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में हर क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन हुए हैं और उस नींव पर आज़ादी के शताब्दी वर्ष 2047 में भारत कहां होगा, ये निर्धारण अगले 5 साल में होगा। उन्होंने कहा कि ये चुनाव लोकतंत्र के साथ-साथ गरीब कल्याण, जनकल्याण, परंपरा और तकनीक के बीच तालमेलस्थापित करने के साथ-साथ लोकतंत्र और सुरक्षा सुनिश्चित करने का त्यौहार है।</p><p><br /></p><p>केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश आज self-confident, self-reliant, dormant से dynamic government, regressive से progressive growth और fragile से top economy की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि ये यात्रा दशकों तक चलेगी और मोदीजी द्वारा हमारे सामने रखे गए लक्ष्य, 2047 तक भारत पूर्णविकसित, आत्मनिर्भर और शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शुमार होगा, ज़रूर पूरे होंगे। उन्होंने कहा कि इन लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए हमारे पास पिछले 10 साल की परफॉर्मेंस और अगले 25 साल का रोडमैप है। श्री शाह ने कहा कि पिछले 10 साल में हुए परिवर्तनों को समझने के लिए उससे पहले के काल में क्या हुआ, उसे समझना होगा। श्री शाह ने कहा कि हमें 10 साल पहले क्या मिला था और आज हम कहां खड़े हैं, वही नरेन्द्र मोदी सरकार के मूल्यांकन का पैरामीटर हो सकता है। उन्होंने कहा कि 2014 में अर्थव्यवस्था जर्जर थी, निवेशकों का भरोसा उठ गया था, 12 लाख करोड़ रूपए के घोटालों ने देश के आत्मविश्वास को हिला दिया था, देश में crony-capitalism चरम पर था, मंहगाई आसमान छू रही थी, fiscal deficit काबू से बाहर था, ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस रैंकिंग में हम बहुत नीचे पहुंच गए थे और देश की सुरक्षाव्यवस्था भी बहुत कमज़ोर हो चुकी थी। उन्होंने कहा कि उस वक्त देश की जनता ने नरेन्द्र मोदी जी को पूर्ण बहुमत देने का निर्णय लिया और ये सरकार बनी। श्री शाह ने कहा कि उससे पहले देश में 30 साल तक राजनीतिक अस्थिरता का दौर था और बहुत लंबे समय बाद किसी को पूर्ण बहुमत मिला था। श्री शाह ने कहा कि वहीं से सुरक्षा, शिक्षा, इनोवेशन और अर्थव्यवस्था के रूप में विकास से भारत की ग्रोथ स्टोरी शुरू होती है। उन्होंने कहा कि 2004 से 2014 के बीच औसत मंहगाई दर 8.2 प्रतिशत थी और 2010, 2011 और 2013 में ये डबल डिजिट में थी, लेकिन आज हम लगातार इसे 5 प्रतिशत से नीचे रखने में कामयाब रहे हैं।उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने बैंकों औरforex mismanagement को ठीक किया और इसके बाद अलग प्रकार की राजनीति की शुरूआत हुई।</p><p><br /></p><p><br /></p><p><br /></p><p>श्री अमित शाह ने कहा कि लंबे समय तक हमारे देश की राजनीति 4 नासूरों– परिवारवाद, जातिवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण –से ग्रसित रही और इनमें मैरिट का कहीं कोई स्थान नहीं था। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने इन 10 साल में न सिर्फ केन्द्र बल्कि देशभर के चुनावों में पॉलिटिक्स ऑफ परफ़ॉर्मेंस को स्थापित करने का काम किया। उन्होंने कहा कि अब परफॉर्म करने वाली सरकारें बार-बार चुनकर आती हैं और पहली बार परिवारवाद और जातिवाद से अलग माहौल बनाने का काम हमारी सरकार ने किया। श्री शाह ने कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल में देश में पॉलिसी पैरालिसिस हो गया था, हर मंत्री अपने आप को प्रधानमंत्री मानता था और प्रधानमंत्री को कोई प्रधानमंत्री नहीं मानता था। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के 10 साल में एक भी नीति नहीं बनी, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने 10 साल में 40 से अधिक नीतियां बनाकर देश की अर्थव्यवस्था को shape देकर policy-driven state का बेस्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है।</p><p><br /></p><p>केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने 10 साल के कार्यकाल में ही 50 से अधिक युगांतरकारी फैसले लिए हैं जिन्हें दुनिया भी भारत की दिशा और दशा बदलने वाला मानती है। उन्होंने कहा कि 2016 में नोटबंदी कर भ्रष्टाचार और नकली मुद्रा पर रोक लगाई, 2017 में जीएसटी लाए, एनपीए की समस्या के समाधान के लिए बड़े फैसले किए, जन-धन-आधार- मोबाइल के रूप में डिजिटल लैंडस्केप का विस्तार अंतिम व्यक्ति तक किया, सर्जिकल और एयर स्ट्राइक कर पूरी दुनिया को संदेश दिया कि भारत की सेना और सीमा के साथ कोई छेड़खानी नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने तीन तलाक समाप्त कर करोड़ों मुस्लिम माताओं-बहनों को अधिकार दिया, सीएए पारित कर शरणार्थियों को नागरिकता का अधिकार दिया, धारा 370 और 35ए हटाकर कश्मीर को हमेशा के लिए भारत के साथ जोड़ दिया। श्री शाह ने कहा कि मोदी सरकार नई शिक्षा नीति लाई जिसमें भविष्य का भारत और हमारे संस्कारों की सुगंध दोनों हैं। उन्होंने कहा कि देश की महिलाओं को नीतिनिर्धारण में हिस्सेदार बनाने के लिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम लाकर 33 प्रतिशत आरक्षण विधानसभाओं और संसद में देने का काम मोदी सरकार ने किया। श्री शाह ने कहा कि हमअंग्रेज़ों द्वारा बनाए गए क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम के 3 कानूनों की जगह तीन नए कानून लाए और ये मोदी की गारंटी है कि इन कानूनों पर अमल के बाद देश में किसी भी केस में 3 साल में न्याय सुनिश्चित होगा और तारीख पर तारीख अब भूतकाल की बात हो जाएगा।</p><p><br /></p><p><br /></p><p><br /></p><p>श्री अमित शाह ने कहा कि भारत के गौरव को न किसी ने समझा और न किसी ने इसे बढ़ाने की चिंता की। उन्होंने कहा कि देश के विकास के साथ देश के हर नागरिक का सीधा लेना-देना है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने हमारे सारे मानबिंदुओं को सम्मानित कर देश के सामूहिक आत्मविश्वास का निर्माण किया। श्री शाह ने कहा कि हमारा नया संसद भवन मोदी जी की कल्पना है और ये दुनिया की सबसे आधुनिक और भव्य डेमोक्रेटिक व्यवस्था बनकर हमारे सामने खड़ा है। उन्होंने कहा कि राजपथ को कर्तव्यपथ में बदलने का काम मोदी जी ने किया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद, वामपंथी उग्रवाद और हथियारबंद समूहों पर नकेल कसकर देश में शांति स्थापित करने का काम नरेन्द्र मोदी जी ने किया। उन्होंने कहा कि देश में 3 हॉटस्पॉट होते थे –नॉर्थईस्ट, वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित क्षेत्र और कश्मीर– और आज इन तीनों हॉटस्पॉट में हिंसा 72 प्रतिशत से अधिक कम हो चुकी है और 10 हज़ार से अधिक उग्रवादी हथियार डालकर मेनस्ट्रीम में आ चुके हैं और इससे बहुत बड़ा परिवर्तन आया है।</p><p><br /></p><p>केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मोदी जी ने देश के करोड़ों लोगों कोसारी मूलभूत सुविधाएं देकर उन्हें देश के विकास के साथ जोड़ने का सबसे बड़ा काम किया है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने 10 करोड़ लोगों को गैस सिलिंडर, 12 करोड़ लोगों को शौचालय, 14 करोड़ लोगों को नल से जल, 11 करोड़ किसानों को 6 हज़ार रुपए प्रति वर्ष, 4 करोड़ लोगों को घर और 60 करोड़ लोगों को 5 लाख तक के स्वास्थ्य का खर्च देने का काम किया है। श्री शाह ने कहा कि कोई देश 60 करोड़ लोगों को अलग रखकर विकास के रास्ते पर नहीं चल सकता और आज हमारा बाज़ार 130 करोड़ लोगों का है।</p><p><br /></p><p>श्री अमित शाह ने कहा कि इन 10 साल में मोदी जी ने बहुत सारे परिवर्तन किए हैं। उन्होंने कहा कि 2013-14 में देश में 91 हज़ार किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग थे, जो 2023 में 1,45,000 राष्ट्रीय राजमार्ग बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने 2030 तक में देश में लॉजिस्टिक्स के खर्च को 10 प्रतिशत कम करने का लक्ष्य रखा है जिससे विश्व में हमारे उत्पाद स्पर्धा में टिक सकेंगे। श्री शाह ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण पहले 11.6 किमी होता था अब प्रतिदिन 28 किमी नेशनल हाइवे बन रहे हैं, रोड ओवरब्रिज पहले चार हजार थे देश में अब 11 हजार हैं। मेट्रो वाले शहर पहले 5 थे, अब 20 हैं और एयरपोर्ट की संख्या 74 से बढ़कर आज देश में 150 हो गई है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था आंकड़ों से नहीं चलती, अर्थव्यवस्था को बदलने के लिए अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने वाली सभी चीजों को बदलने की आवश्यकता है जिसका प्रयास मोदी सरकार ने पिछले 10 सालों में किया है। उन्होंने कहा कि रेलवे में capital expenditure को 2 लाख करोड़ रूपये से बढ़ाकर 5 लाख 22 हजार करोड़ रूपये किया,ports और पर्यटन में भी लगभग दोगुना किया। पिछली सरकारके आखिरी बजट में capital expenditure दो लाख करोड़ रूपये था, जो मोदी सरकार के पिछले महीने पेश किये गये बजट में बढ़कर 11 लाख करोड़ रुपए हो गया। उन्होंने कहा कि ये आंकड़े बताते हैं कि देश कितने सुनियोजित तरीके से आगे बढ़ रहा है ।</p><p><br /></p><p>केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि 2013-14 में average GDP 6.9 प्रतिशत थी जो आज 8.4 प्रतिशत है, प्रति व्यक्ति आय 3889 डॉलर थी, जो आज 6000 डॉलर हो गई है। Electronic export value 7.6 बिलियन डॉलर थी,जो आज 23 बिलियन डॉलर हो गयी है, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 305 बिलियन डॉलर से बढ़कर 600 बिलियन डॉलर पहुंच गया है और स्टार्टअप की संख्या 350 से बढ़ाकर 1,17,000 तक पहुंचाने का काम किया है। बॉम्बे स्टाक एक्सचेंज 22 हजार के आंकड़े से बढ़कर 73 हजार के पार पहुंच गया है, जो हमारी सशक्त अर्थव्यवस्था का बहुत बड़ा द्योतक है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के दौरान प्रत्यक्ष करदाताओं की संख्या 4.7 करोड़ थी जो आज 8.18 करोड़ हो गयी है और अप्रत्यक्ष करदाता 60 लाख से बढ़कर 1 करोड़ 40 लाख हो गये हैं। ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में भारत 81 रैंकिंग से उपर उठकर 40वें पायदान पर आ गया है, ब्राडबैंड का इस्तेमाल करने वाले लोग 2013-14 में भारत में 6 करोड़ थे जो आज 90 करोड़ हैं। श्री शाह ने कहा कि 10 साल पहले दुनिया में हम 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थे,आज 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गये हैं।</p><p><br /></p><p><br /></p><p><br /></p><p>श्री अमित शाह ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में भारत वैश्विक मानचित्र पर DARKSPOT से Brightspot बन कर उभरा है और साइलेंट प्रधानमंत्री से एक वायब्रेंट प्रधानमंत्री तक की यात्रा मोदी जी ने कराई है। उन्होंने कहा कि देश में बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ है, राजनीतिक स्थिरता आई है, भष्टाचारमुक्त शासन है, जनकल्याणकारी नीतियां है, investment-friendly एजेंडा हैऔर शांतिपूर्ण माहौल है। उन्होंने कहा कि आज देश को श्री नरेन्द्र मोदी जी के रूप में एक ऐसा दूरदर्शी प्रधानमंत्री और नेता मिला है जिन्होंने 23 साल में कोई अवकाश नहीं लिया है औरसतत रूप से कार्य के प्रति समर्पित रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने 12 लाख करोड़ के घपले-घोटाले वाली सरकार देखी है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जीजो गुजरात के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री रहे हैं, उनके 23 साल के राजनीतिक कार्यकाल पर विपक्ष भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा सकता। श्री शाह ने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी के रूप में हमने एक युगद्रष्टा प्रधानमंत्री पाया है, जो दूरदर्शी होने के साथ –साथ युग परिवर्तन करने का माद्दा रखते हैं। मोदी सरकार ने investment, innovation, idea को प्लेटफार्म देकर युवाओं को इनसे जोड़ा है जिससे नई शुरुआत हुई है।</p><p><br /></p><p>केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पिछले 10 साल में इतना काम हुआ है, जैसे,हर हफ्ते एक विश्वविद्यालय, हर दिन 2 नए कॉलेज खुले हैं, हर दिन 55 पेटेंट और 600 ट्रेडमार्क रजिस्टर हुए हैं, हर दिन 1.5 लाख गरीबों को मुद्रा लोन देकर रोजगार दिया है, हर दिन 37 नए स्टार्टअप बने हैं, हर दिन 16000 करोड़ के यूपीआई ट्रांजेक्शन हुए हैं, हर दिन 3 नए जनऔषधि केन्द्र खुले हैं, 14 किलोमीटर रेलवे ट्रैक का निर्माण, 50,000 से अधिक गैस सिलिंडर कनेक्शन और हर दिन 75,000 लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाया है। श्री शाह ने कहा कि मोदी सरकार में आज 25 करोड़ आबादी गरीबी रेखा से ऊपर आ चुकी है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने पूरे जी-जान के साथ देश के विकास, सुरक्षा और संस्कृति के लिए काम किया है। हमें 1 ट्रिलियन डॉलर वाली इकोनॉमी बनने में 67 साल लगे, 2 ट्रिलियन तक पहुंचने में और 8 साल लगे लेकिन मोदी जी ने 5 ही साल में 3 ट्रिलियन तक पहुंचा दिया और इस वर्ष के अंत तक हम 4 ट्रिलियन तक पहुंच जाएंगे। उन्होंने कहा कि 1947 से अब तक 1000 बिलियन डॉलर का एफडीआई आया, जिसमें से 600 बिलियन डॉलर अंतिम 8 साल में आए हैं। उन्होंने कहा कि पहले एफडीआई 7-8 शहरों तक सीमित था, आज 31 राज्यों में एफडीआई पहुंचता है। पहले भारत में एफडीआई कुछ ही देशों से आता था, आज 160 देशों से भारत में एफडीआई आता है, पहले एफडीआई कुछ ही सेक्टर्स में आता था और आज 61 सेक्टर्स में आता है।</p><p><br /></p><p>श्री अमित शाह ने कहा कि जी20 के दौरान दिल्ली घोषणापत्र सर्वसम्मति से पारित हुआ और अफ्रीकन यूनियन को इस समूह में शामिल किया गया। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया हर महत्वपूर्ण मामले में ये देखती है कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के उसके बारे में क्या विचार हैं। श्री शाह ने कहा कि मोदी जी ने भारत को कई नए क्षेत्रों में अग्रणी बनाने का काम किया है और अगले 5 साल में पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को हम एक नई दिशा देंगे। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने हमारे सामने 2027 तक 5 ट्रिलियन डॉलर वाली दुनिया की तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनने, 2030 तक 2 ट्रिलियन डॉलर के निर्यात, 2025 तक स्पेस स्टेशन स्थापित करने, 2036 में ओलंपिक की मेज़बानी करने, 2040 में चंद्रमा पर मनुष्य भेजने और 2047 तक एक पूर्णविकसित राष्ट्र के रूप में विश्व गुरु बनने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि भारत का विकास सिर्फ सरकार की महत्वकांक्षा से नहीं, बल्कि नागरिकों के आत्मविश्वास से हो सकता है।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-58904957658620106402024-03-05T20:06:00.005+05:302024-03-05T20:06:50.637+05:30मुख्यमंत्री डॉ. यादव करेंगे देश के पहले “क्राफ्ट हेण्डलूम टूरिज्म विलेज” प्राणपुर का लोकार्पण<p><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhQ9ba31MYkEEwm6vprQFbSVHHh0rEkzJ9npk3fZKYmMHKWMAD696PoWO2ycs8WziDT7IkCbK3cGIXD2inVm_o77RP4xwnky7nkwsATAAnywkCdUgHLt9RJ76YZjaXKiF8hP-7CjffgP5Feyv7XUm8lUjfnNBCEGClvDV1QKhChyW5al6CFiMk3XMQHvFb4/s512/UPVIRAL24%20APK%20LOGO.webp" imageanchor="1" style="font-weight: 700; margin-left: 1em; margin-right: 1em; text-align: center;"><img border="0" data-original-height="512" data-original-width="512" height="320" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhQ9ba31MYkEEwm6vprQFbSVHHh0rEkzJ9npk3fZKYmMHKWMAD696PoWO2ycs8WziDT7IkCbK3cGIXD2inVm_o77RP4xwnky7nkwsATAAnywkCdUgHLt9RJ76YZjaXKiF8hP-7CjffgP5Feyv7XUm8lUjfnNBCEGClvDV1QKhChyW5al6CFiMk3XMQHvFb4/s320/UPVIRAL24%20APK%20LOGO.webp" width="320" /></a></p><p><b>मुख्यमंत्री डॉ. यादव करेंगे देश के पहले “क्राफ्ट हेण्डलूम टूरिज्म विलेज” प्राणपुर का लोकार्पण</b></p><p><b>चंदेरी में बुनकरों के कौशल विकास, बाजार मुहैया कराने एवं आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से किया गया है विकसित</b></p><p>भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 6 मार्च को अपरान्ह 3 बजे अशोकनगर के प्राणपुर में देश के पहले “क्राफ्ट हेण्डलूम टूरिज्म विलेज” का लोकार्पण करेंगे। लोकार्पण समारोह में केंद्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया, केंद्रीय वस्त्र राज्य मंत्री एवं केंद्रीय रेल राज्य मंत्री श्रीमति दर्शना जरदोश और संस्कृति,पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।</p><p><br /></p><p>प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति तथा प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला ने बताया है कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के मार्गदर्शन में पर्यटन विभाग द्वारा हस्तशिल्प उत्पादों की गुणवत्ता का विकास, उत्पादों को बाजारोन्मुखी बनाना, कारीगरों को कौशल विकास, उन्नत तकनीकी का प्रशिक्षण, आधुनिक वितरण का प्रदाय तथा उत्पादों की विणपन सहायता उपलब्ध कराया जा रहा है। म.प्र. टूरिज्म बोर्ड की पहल पर वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार एवं म.प्र. शासन द्वारा 7 करोड़ 45 लाख रूपये की लागत से अशोक नगर के प्राणपुर-चन्देरी में ‘’क्राफ्ट हेण्डलूम टूरिज्म विलेज’’ का विकास किया गया है।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-14446046545559474692024-03-05T19:59:00.002+05:302024-03-05T19:59:43.749+05:30इंदौर-भोपाल के बाद प्रदेश के अन्य नगरों में मेट्रो रेल निर्माण की योजना : मुख्यमंत्री डॉ. यादव<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjEa8Q-0wm0-HPcRjJrfPGyvUlb8ocZeOHebwh0n41_nw17mcd2Zdp9TUXzkaFBbqO5Q7J_gXRAmMweZfZrAkRf0HHNavt-SyzlLD12IR9LwHfJjyuI2beVWjsYYOJ5zkUJs00IBkDijNkVm3LPNpaq9qsxYJCTopABP9cKOtmN7KeGK28wtKrt-jptthBg/s3360/L-Bhopal050324072623.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="2240" data-original-width="3360" height="213" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjEa8Q-0wm0-HPcRjJrfPGyvUlb8ocZeOHebwh0n41_nw17mcd2Zdp9TUXzkaFBbqO5Q7J_gXRAmMweZfZrAkRf0HHNavt-SyzlLD12IR9LwHfJjyuI2beVWjsYYOJ5zkUJs00IBkDijNkVm3LPNpaq9qsxYJCTopABP9cKOtmN7KeGK28wtKrt-jptthBg/s320/L-Bhopal050324072623.jpg" width="320" /></a></div><p><b>इंदौर-भोपाल के बाद प्रदेश के अन्य नगरों में मेट्रो रेल निर्माण की योजना : मुख्यमंत्री डॉ. यादव</b></p><p><b>मुख्यमंत्री ने लाल परेड ग्राउण्ड में नवनियुक्त कर्मचारियों को सौंपे नियुक्ति पत्र</b></p><p><b>नगरों के विकास के लिए राशि का अंतरण, नगरीय निकायों को दिए गए स्वच्छता क्षेत्र में पुरस्कार</b></p><p>भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि शहरों में स्वच्छता, मेट्रो जैसे अत्याधुनिक परिवहन साधन, युवाओं को रोजगार आज की प्राथमिकताएं हैं। आज एक मंच पर एक बहुआयामी कार्यक्रम के माध्यम से इन क्षेत्रों में प्रोत्साहन, नए कार्यों की शुरूआत और नवनियुक्त कर्मचारियों को नियुक्ति प्रदान करने का महत्ती कार्य हो रहा है। यह एक लघु कुंभ की तरह है, जिसमें अलग-अलग तरह के हितग्राहियों, शासकीय सेवकों और संस्थाओं को पुरस्कृत किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज भोपाल के लाल परेड ग्राउण्ड में स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में श्रेष्ठ कार्य के लिए चयनित नगरीय निकायों को पुरस्कृत कर रहे थे।</p><p><br /></p><p>इंदौर-भोपाल के बाद प्रदेश के अन्य नगरों में मेट्रो की योजना</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नगरीय निकायों के विकास कार्यों के लिए 1000 करोड़ रूपए की राशि का अंतरण किया। इस अवसर पर भोपाल मेट्रो परियोजना के दूसरे चरण के लिए 8 स्टेशनों का भूमिपूजन भी किया गया। डॉ. यादव ने कहा कि एक समय था कि जब मेट्रो ट्रेन प्रदेशवासियों के लिए एक स्वप्न थी। भोपाल और इंदौर के बाद जबलपुर, ग्वालियर और प्रदेश के अन्य प्रमुख शहरों में भी मेट्रो रेल लाइन के निर्माण की योजना है। प्रदेश में रेलवे क्रासिंग खत्म करने के लिए 105 रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण के साथ ही 334 पुलों के निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है।</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में "स्वच्छ हम" पुस्तिका एवं “जल मल प्रबंधन नीति 2024’’ का विमोचन भी किया। कार्यक्रम का सजीव प्रसारण प्रदेश के सभी 413 निकायों में किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रिमोट का बटन दबाकर 8 हजार 837 नवनियुक्त कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। उन्होंने प्रतीक स्वरूप 17 नियुक्ति पत्र मंच पर प्रदान किए।</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने लाल किले से अपने संबोधन में राष्ट्रवासियों को स्वच्छता अभियान में भागीदारी का आह्वान किया था। पूरा देश स्वच्छता अभियान के अंतर्गत नगरों, कस्बों और ग्रामों में उदाहरण स्थापित कर रहा है। मध्यप्रदेश को स्वच्छता क्षेत्र में अग्रणी होने का सौभाग्य मिला है। जहाँ इंदौर शहर 7वीं बार स्वच्छतम शहर के रूप में चुना गया, वहीं भोपाल श्रेष्ठ स्वच्छ राजधानी चुनी गई है। भोपाल देश में भी 5वें क्रम पर स्वच्छ शहर है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पुरस्कृत निकायों को बधाई देते हुए भविष्य में भी स्वच्छता क्षेत्र में बेहतर परिणाम देने की अपेक्षा की।</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के नेतृत्व में सभी क्षेत्रों में राष्ट्र प्रगति की ओर अग्रसर है। प्रदेश सरकार भी विकास के सभी क्षेत्रों में कार्य के लिए संकल्पबद्ध है। इसके साथ ही शासन से जुड़े छोटे से छोटे कर्मचारी के सम्मान के प्रति भी सरकार गंभीर है। कार्यक्रम में 8 हजार 837 युवाओं को रोजगार के लिए नियुक्ति पत्र प्रदान किए जा रहे हैं। आने वाले सप्ताह में 15 हजार अन्य नियुक्ति पत्र सौंपे जाने हैं। आज का दिन इन सभी के लिए शुभ दिन है। जीविका का साधन मिलने से बेहतर कोई कार्य नहीं है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नवनियुक्त अधिकारियों-कर्मचारियों को शुभकामनाएं दीं।</p><p><br /></p><p>नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि नगरीयनिकायों से जुड़े जनप्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शहरों में नागरिक सर्वाधिक अपेक्षाएं पार्षदों से करते हैं, यह स्वाभाविक भी है। स्वच्छ सर्वेक्षण में इंदौर और प्रदेश के अन्य नगरों को अच्छे कार्य के लिए भारत सरकार ने चयनित किया। इसके साथ ही जोनल अवार्ड के अंतर्गत विभिन्न निकायों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।</p><p><br /></p><p>इन निकायों को मिला पुरस्कार</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वच्छता पुरस्कारों में देश में स्वच्छतम शहर इंदौर के महापौर श्री पुष्य मित्र भार्गव को पुरस्कार प्रदान किया। इसके साथ ही श्रेष्ठ स्वच्छ राजधानी का पुरस्कार भोपाल की महापौर श्रीमती मालती राय ने ग्रहण किया। इसके अलावा स्वच्छता के क्षेत्र में विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार के लिए चयनित निकायों उज्जैन, सौंसर, मुंगावली, नौरोजाबाद, अमरकंटक, बुदनी, बदनावर, विदिशा, शाजापुर और खंडवा निकायों के पदाधिकारियों को भी पुरस्कृत किया गया। प्रदेश के कुल 47 नगरीय निकाय, 4 संभाग, 3 जिलों, राज्य के रूप में मध्यप्रदेश और एक एसबीएम टीम सहित कुल 65 अवॉर्ड प्रदान किये गये। केन्द्र सरकार के स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 एवं सिटी ब्यूटी कॉम्पटीशन के विभिन्न घटकों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले नगरीय निकायों को कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। सम्मानित किए जाने वाले नगरीय निकायों से आयुक्त, मुख्य नगरपालिका अधिकारी, स्वच्छता नोडल, सफाई मित्र, फ्रंटलाइन वर्कर आदि सहभागी बने। उल्लेखनीय है कि गत माह आवास और शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 के परिणामों की घोषणा की गई थी। इसमें प्रदेश के नगरीय निकायों एवं प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 एवं सिटी ब्यूटी कॉम्पटीशन में विभिन्न श्रेणियों में सम्मानित किया गया है।</p><p><br /></p><p>कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कर्मचारी चयन मंडल से चयनित अधिकारियों-कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। कुल 8 हजार 837 नियुक्तियां दी गई हैं। आज लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, कृषि, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, पशुपालन एवं डेयरी, आयुष, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग, श्रम, महिला एवं बाल विकास, नगरीय विकास एवं आवास, सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण, भोपाल गैस त्रासदी, राहत एवं पुनर्वास, लोक निर्माण विभाग, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार, सामान्य प्रशासन, जनसंपर्क, वाणिज्यिक कर और जनजातीय कार्य विभाग में विभिन्न पदों पर नियुक्त अधिकारियों-कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र प्रदानकिए गए।</p><p><br /></p><p>कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण, सहकारिता मंत्री श्री विश्वास सारंग, राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा, कृषि मंत्री श्री ऐंदल सिंह कंषाना, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर, पशुपालन राज्यमंत्री श्री लखन पटेल, स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री श्रीमती प्रतिभा बागरी, विधायक श्री शैलेंद्र जैन, श्री भगवान दास सबनानी, भोपाल की महापौर श्रीमती मालती राय, इंदौर के महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव उपस्थित थे। प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री नीरज मंडलोई ने विभागीय योजनाओं के संबंध में जानकारी दी। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागरिक, जनप्रतिनिधि और नवनियुक्त शासकीय सेवक उपस्थित थे।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-71874986049448407942024-03-04T20:28:00.001+05:302024-03-04T20:28:15.157+05:30अयोध्या धाम पहुंचकर धन्य हुआ जीवन : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjGD_VHgMwzLH3HYiCDKPA82vSnnhORwJg90gt0BC2qZ3dVjOpv9P91vQoah4j7Nxt9lje90k8njRv15K9IzmGeIjnOSRQMmh9-kegY6co4PaY0SrFUUByG0puFnRUGCZK7amR8CSROzKwwQCmzN8PW9cNuT_BnFbY3YT40JC6eaMsKjPLcHIOWvwOPTP7s/s2400/L-Bhopal040324072121.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="अयोध्या धाम पहुंचकर धन्य हुआ जीवन : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कई जन्मों के पुण्य का प्रसाद है रामलला के दर्शन मुख्यमंत्री डॉ. यादव और मंत्रीगण ने श्रीराम दरबार के समक्ष किया दंडवत प्रणाम भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि अयोध्या धाम पहुंचकर भगवान श्रीराम के दर्शन करने से जीवन धन्य हो गया है। कई जन्मों के पुण्य का प्रसाद है यह दर्शन। ऐसा प्रतीत होता है कि यहां प्रभु राम स्वयं अपने रूप में विराजमान हैं। भगवान राम के गृभ-गृह और अन्य स्थानों के दर्शन का सौभाग्य मिला। भगवान राम और महाकाल सभी पर कृपा करें और सनातन संस्कृति की ध्वजा इसी तरह लहराती रहे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज मध्यप्रदेश मंत्रि- परिषद के सदस्यों के साथ विशेष विमान द्वारा भोपाल से अयोध्या पहुंचने के पश्चात टीवी चैनल्स प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी से देश का एक-एक नागरिक जुड़ा हुआ है। प्रधानमंत्री जी का ध्येय वाक्य है कि समूचा भारत देश उनका परिवार है। ये उनके उद्दात विचार हैं। हमें गर्व है कि वे हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री हैं। बच्चा-बच्चा उनके प्रति श्रद्धानवत है और उनके परिवार के इस भाव का स्वागत करता है। उनके नेतृत्व में हम सभी राष्ट्र की प्रगति के लिए कार्य कर रहे हैं। श्रीराम जय राम जय-जय राम के उद्घोष के साथ मंत्रीगण हुए भक्ति में लीन अयोध्या में राम मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और मध्यप्रदेश मंत्रिपरिषद के सदस्य रामभक्ति में लीन हो गए। श्रीराम जय राम जय-जय राम के उद्घोष के साथ मंत्रीगणने भक्तिभाव के साथ खड़े होकर आराधना की। मंदिर के गर्भ-गृह में पहुंचकर मुख्यमंत्री डॉ. यादव, मंत्रीगण और साथ गए परिजन ने श्रीराम दरबार के समक्ष दंडवत प्रणाम किया। उन्होंने सम्पूर्ण मंदिर परिसर का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर प्रभु श्रीराम से प्रदेश और देश के नागरिकों की खुशहाली की प्रार्थना की गई। साथ ही विश्व कल्याण की कामना भी की गई। अयोध्या यात्रा ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मंत्रि-परिषद की अयोध्या यात्रा ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यह यात्रा भगवान राम के प्रति आदर की अभिव्यक्ति है। भगवान श्रीराम के दर्शन के लिए अयोध्या जाने का निर्णय लिया गया था। इस निर्णय और संकल्प के परिपालन में आज मंत्रि-परिषद के सदस्य जीवन साथी के साथ अयोध्या पहुंचे और रामलला के दर्शन लाभ प्राप्त किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को उत्तरप्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्यप्रताप शाही और ट्रस्टी श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तीर्थ क्षेत्र डॉ. अनिल मिश्रा सहित मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने श्रीराम मंदिर की प्रतिकृति भेंटकर सम्मानित किया। उत्तरप्रदेश के विभिन्न मंत्री और अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी मुख्यमंत्री डॉ. यादव का स्वागत अभिनंदन किया।" border="0" data-original-height="900" data-original-width="2400" height="120" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjGD_VHgMwzLH3HYiCDKPA82vSnnhORwJg90gt0BC2qZ3dVjOpv9P91vQoah4j7Nxt9lje90k8njRv15K9IzmGeIjnOSRQMmh9-kegY6co4PaY0SrFUUByG0puFnRUGCZK7amR8CSROzKwwQCmzN8PW9cNuT_BnFbY3YT40JC6eaMsKjPLcHIOWvwOPTP7s/w320-h120/L-Bhopal040324072121.jpg" width="320" /></a></div><p><b>अयोध्या धाम पहुंचकर धन्य हुआ जीवन : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव</b></p><p><b>कई जन्मों के पुण्य का प्रसाद है रामलला के दर्शन</b></p><p><b>मुख्यमंत्री डॉ. यादव और मंत्रीगण ने श्रीराम दरबार के समक्ष किया दंडवत प्रणाम</b></p><p>भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि अयोध्या धाम पहुंचकर भगवान श्रीराम के दर्शन करने से जीवन धन्य हो गया है। कई जन्मों के पुण्य का प्रसाद है यह दर्शन। ऐसा प्रतीत होता है कि यहां प्रभु राम स्वयं अपने रूप में विराजमान हैं। भगवान राम के गृभ-गृह और अन्य स्थानों के दर्शन का सौभाग्य मिला। भगवान राम और महाकाल सभी पर कृपा करें और सनातन संस्कृति की ध्वजा इसी तरह लहराती रहे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज मध्यप्रदेश मंत्रि- परिषद के सदस्यों के साथ विशेष विमान द्वारा भोपाल से अयोध्या पहुंचने के पश्चात टीवी चैनल्स प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी से देश का एक-एक नागरिक जुड़ा हुआ है। प्रधानमंत्री जी का ध्येय वाक्य है कि समूचा भारत देश उनका परिवार है। ये उनके उद्दात विचार हैं। हमें गर्व है कि वे हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री हैं। बच्चा-बच्चा उनके प्रति श्रद्धानवत है और उनके परिवार के इस भाव का स्वागत करता है। उनके नेतृत्व में हम सभी राष्ट्र की प्रगति के लिए कार्य कर रहे हैं।</p><p><br /></p><p>श्रीराम जय राम जय-जय राम के उद्घोष के साथ मंत्रीगण हुए भक्ति में लीन</p><p><br /></p><p>अयोध्या में राम मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और मध्यप्रदेश मंत्रिपरिषद के सदस्य रामभक्ति में लीन हो गए। श्रीराम जय राम जय-जय राम के उद्घोष के साथ मंत्रीगणने भक्तिभाव के साथ खड़े होकर आराधना की। मंदिर के गर्भ-गृह में पहुंचकर मुख्यमंत्री डॉ. यादव, मंत्रीगण और साथ गए परिजन ने श्रीराम दरबार के समक्ष दंडवत प्रणाम किया। उन्होंने सम्पूर्ण मंदिर परिसर का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर प्रभु श्रीराम से प्रदेश और देश के नागरिकों की खुशहाली की प्रार्थना की गई। साथ ही विश्व कल्याण की कामना भी की गई।</p><p><br /></p><p>अयोध्या यात्रा ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण</p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मंत्रि-परिषद की अयोध्या यात्रा ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यह यात्रा भगवान राम के प्रति आदर की अभिव्यक्ति है। भगवान श्रीराम के दर्शन के लिए अयोध्या जाने का निर्णय लिया गया था। इस निर्णय और संकल्प के परिपालन में आज मंत्रि-परिषद के सदस्य जीवन साथी के साथ अयोध्या पहुंचे और रामलला के दर्शन लाभ प्राप्त किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को उत्तरप्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्यप्रताप शाही और ट्रस्टी श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तीर्थ क्षेत्र डॉ. अनिल मिश्रा सहित मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने श्रीराम मंदिर की प्रतिकृति भेंटकर सम्मानित किया। उत्तरप्रदेश के विभिन्न मंत्री और अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी मुख्यमंत्री डॉ. यादव का स्वागत अभिनंदन किया।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-86380498597701295312024-03-04T20:21:00.002+05:302024-03-04T20:21:19.669+05:30विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं के लिये 5,180 करोड़ रूपये से अधिक की स्वीकृति<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj7Isv_J90_2cmCTebAOPar027plEbkV-KkIhwy-bdZ8ADN9Bn7y1S3GfSO9Z9jH1jYxdAzYboh80LGLgoddEVXqeDRbvUNuckVkHb5wJ3fLQY4zxVigFsvLKs1_pPnWzwifI9gYXpDSBx6b9cKbNZo4D2hbDr-Ht6CK3R6MJc2XhCVEWrHlzHBRk7Dl4HT/s600/TN5-Bhopal040324054509.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="400" data-original-width="600" height="213" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj7Isv_J90_2cmCTebAOPar027plEbkV-KkIhwy-bdZ8ADN9Bn7y1S3GfSO9Z9jH1jYxdAzYboh80LGLgoddEVXqeDRbvUNuckVkHb5wJ3fLQY4zxVigFsvLKs1_pPnWzwifI9gYXpDSBx6b9cKbNZo4D2hbDr-Ht6CK3R6MJc2XhCVEWrHlzHBRk7Dl4HT/s320/TN5-Bhopal040324054509.jpg" width="320" /></a></div><p><b>विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं के लिये 5,180 करोड़ रूपये से अधिक की स्वीकृति</b></p><p><b>राज्य राजमार्गों के उन्नयन के लिये 5,812 करोड़ रूपये की परियोजना स्वीकृत</b></p><p><b>मुख्यमंत्री डॉ. यादव की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद के निर्णय</b></p><p>भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में सोमवार को मंत्रि-परिषद की बैठक मंत्रालय में हुई।मंत्रि-परिषद द्वारा प्रदेश में विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिये 5 हजार 180 करोड़ रूपये से अधिक की स्वीकृति दी गई। इसमें से 5 हजार 42 करोड़ रूपये की पुनरीक्षित और 137 करोड़ रूपये से अधिक प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। स्वीकृत की गई परियोजनाओं में पन्ना जिले के विकासखंड शाहनगर में 600 करोड़ रूपए के स्थान पर 775 करोड़ रूपए की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। इस योजना के बन जाने से क्षेत्र के 577 ग्राम पेयजल सुविधा से भी लाभान्वित होंगे। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2011 में स्वीकृत राशि 261 करोड़ 54 लाख रूपए की लागत से पवई मध्यम सिंचाई परियोजना स्वीकृत की गई थी। सिंचाई क्षेत्र बढ़ने पर वर्ष 2018 में 600 करोड़ रूपए की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई। वर्ष 2011 में सिंचाई क्षेत्र 9 हजार 952 हेक्टेयर था, जो 2018 में बढ़कर 19 हजार 534 हेक्टेयर हुआ और अब बढ़कर 25 हजार 820 हेक्टेयर हो गया है।</p><p><br /></p><p>इसी प्रकार बुरहानपुर जिले के विकासखंड बुरहानपुर में सिंचाई क्षेत्र बढ़ने से 144 करोड़ 72 लाख रूपए की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। वर्ष 2017 में राशि 104 करोड़ 45 लाख रूपए की लागत से यह सिंचाई परियोजना स्वीकृत की गई थी। तत्समय 2310 हेक्टेयर सिंचाई क्षेत्र परियोजना में शामिल था, जो कि अब बढ़कर 3750 हेक्टेयर क्षेत्र हो चुका है।</p><p><br /></p><p>साथ ही सागर जिले की बण्डा तहसील में सिंचित भूमि बढ़ने, डूब क्षेत्र में परिवारों की संख्या में वृद्धि होने से भू-अर्जन की लागत में वृद्धि होने एवं विद्युत खपत में वृद्धि होने से 3 हजार 219 करोड़ 62 लाख करोड़ रूपए की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है। वर्ष 2022 में राशि 26 करोड़ 54 लाख रूपए की लागत से यह सिंचाई परियोजना स्वीकृत की गई थी। परियोजना में 28 ग्रामों की 4 हजार 646 हेक्टेयर से अधिक भूमि प्रभावित हो रही है और 4 हजार से अधिक परिवारों का विस्थापन होना है। इस योजना के बन जाने से क्षेत्र के 313 ग्राम लाभान्वित होंगे।</p><p><br /></p><p>इसी तरह सतना जिले के विकासखंड रामनगर में सिंचाई क्षेत्र बढ़ने से 53 करोड़ 69 लाख रूपए की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। इस योजना के बन जाने से क्षेत्र के 26 ग्राम लाभान्वित होंगे। वर्ष 2018 में राशि 36 करोड़ 17 लाख रूपए की लागत से यह सिंचाई परियोजना स्वीकृत की गई थी। तत्समय 2600 हेक्टेयर सिंचाई क्षेत्र परियोजना में शामिल था, जो अब बढ़कर 3961 हेक्टेयर क्षेत्र हो चुका है।</p><p><br /></p><p>इसके साथ विदिशा जिले के विकासखंड लटेरी में सिंचाई क्षेत्र बढ़ने से 627 करोड़ 45 लाख रूपए की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। वर्ष 2016 में राशि 383 करोड़ 15 लाख रूपए की लागत से यह सिंचाई परियोजना स्वीकृत की गई थी। तत्समय 9,990 हेक्टेयर सिंचाई क्षेत्र परियोजना में शामिल था, जो अब बढ़कर 12 हजार 814 हेक्टेयर क्षेत्र हो चुका है। पुनर्वास एवं पुनर्स्थापना की लागत में भी वृद्धि हुई है।</p><p><br /></p><p>इसी प्रकार सीहोर जिले की जावर तहसील में सिंचाई क्षेत्र बढ़ने से 222 करोड़ 3 लाख रूपये लागत की कान्याखेडी मध्यम सिंचाई परियोजना (सैंच्य क्षेत्र 4605 हेक्टेयर) की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। वर्ष 2018 में राशि 102 करोड़ 71 लाख रूपए की लागत से यह सिंचाई परियोजना स्वीकृत की गई थी। ततसमय 7 ग्रामों का 2400 हेक्टेयर क्षेत्र परियोजना में शामिल था, जो कि अब बढ़कर 11 ग्रामों का 3800 हेक्टेयर क्षेत्र हो चुका है।</p><p><br /></p><p>मंत्रि-परिषद द्वारा बुरहानपुर जिले में 137 करोड़ 77 लाख रूपये लागत की छोटी उतावली मध्यम सिंचाई परियोजना (सैंच्य क्षेत्र 4000 हेक्टेयर) की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। परियोजना से दबाव युक्त (होज) पद्धति से बुरहानपुर तहसील के 9 ग्रामों को सिंचाई सुविधा का लाभ प्राप्त होगा।</p><p><br /></p><p>डायल-100 योजना के निरंतर संचालन के लिए 69 करोड़ 48 लाख की स्वीकृति</p><p><br /></p><p>मंत्रि-परिषद द्वारा केन्द्रीकृत पुलिस कॉल सेंटर एवं नियंत्रण कक्ष तंत्र (डायल-100) योजना के निरंतर संचालन के लिए अनुबंधित फर्म M/s-BVG India Ltd. की अनुमोदित दरों में 15 प्रतिशत अधिक 6 माह (01 अक्टूबर 2023 से 31 मार्च 2024 तक) के लिये अनुबंधन अवधि में वृद्धि अथवा नवीन निविदा उपरांत चयनित निविदाकार द्वारा डायल-100 सेवा के संचालन का कार्य प्रारंभ करने की तिथि तक, जो भी अवधि कम हो तक की वृद्धि के लिये अनुमानित लागत 69 करोड़ 48 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की गयी।</p><p><br /></p><p>CITIIS 2.0 के अंतर्गत मध्यप्रदेश की स्मार्ट सिटी को प्रारंभिक रूप से चयन प्रक्रिया में शामिल होने एवं योजना के क्रियान्वयन की स्वीकृति</p><p><br /></p><p>मंत्रि-परिषद द्वारा भारत सरकार द्वारा क्रियान्वित CITIIS 2.0 के अंतर्गत मध्यप्रदेश की स्मार्ट सिटी को प्रारंभिक रूप से चयन प्रक्रिया में शामिल होने एवं योजना के क्रियान्वयन की स्वीकृति दी गई। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा CITIIS 2.0 का प्रारंभ 16 नवम्बर 2023 को किया गया। योजना का उददेश्य जलवायु संवेदनशील योजना एवं क्रियान्वयन को बढ़ावा देना तथा शहरी जलवायु के क्रियान्वयन के लिए निवेश को प्रेरित करना, संस्थागत तंत्र का निर्माण, भागीदारी प्रोत्साहन एवं क्षमतावर्धन है। योजना में 100 स्मार्ट सिटीज के मध्य चैलेंज के माध्यम से 18 स्मार्ट सिटी शहरों का चयन किया जाना है। इसके अंतर्गत राज्य की सात स्मार्ट सिटी को प्रारंभिक रूप से चयन प्रक्रिया में शामिल किया गया है।</p><p><br /></p><p>म.प्र. पंचायत सेवा नियम 2011 में अनुकंपा नियुक्ति के संशोधन की स्वीकृति</p><p><br /></p><p>मंत्रि-परिषद द्वारा मध्यप्रदेश पंचायत सेवा (ग्राम पंचायत सचिव भर्ती और सेवा की शर्तें) यम, 2011 में अनुकंपा नियुक्ति के संशोधन नियम-5-क को अंतःस्थापित करने की स्वीकृति दी गई। स्वीकृति अनुसार जिस जिला पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत सचिव सेवारत था, उस जिला पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायतों में संबंधित प्रवर्ग का पद रिक्त न होने की स्थिति में अन्य जिले में जहां संबंधित प्रवर्ग में ग्राम पंचायत सचिव का पद रिक्त हो, पात्रता अनुसार नियुक्ति दी जा सकेगी। इस संबंध में पंचायत राज संचालनालय द्वारा ग्राम पंचायत सचिव के रिक्त पद वाली जिला पंचायत को संबंधित का आवेदन प्रेषित किया जायेगा।</p><p><br /></p><p>राज्य राजमार्गों के उन्नयन के लिये 5 हजार 812 करोड़ रूपये की परियोजना की स्वीकृति</p><p><br /></p><p>मंत्रि-परिषद द्वारा न्यू डेव्हलपमेंट बैंक की सहायता से म.प्र. में राज्य राजमार्गों के उन्नयन के लिये 5 हजार 812 करोड़ रूपये की परियोजना की स्वीकृति दी। परियोजना के लिए 4 हजार 68 करोड़ रूपये का ऋण न्यू डेव्हलपमेंट बैंक द्वारा प्रदाय किया जायेगा एवं शेष 1 हजार 744 करोड़ रूपये राज्य शासन द्वारा वहन किया जायेगा। योजनांतर्गत प्रदेश में लगभग 884.63 कि.मी. राज्य राजमार्गों/मुख्य जिला मार्गों का विकास 2-लेन मय पेव्हड शोल्डर/4-लेन में इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट एण्ड कंसस्ट्रक्शन (ई.पी.सी.) मॉडल पर किया जावेगा। परियोजना के क्रियान्वयन के फलस्वरूप नागरिकों को अच्छी गुणवत्ता की सुरक्षित सड़कों पर आवागमन की सुविधा प्राप्त होगी। प्रदेश में सड़कों के विकास के लिए मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम एवं लोक निर्माण विभाग द्वारा पूर्व में एनडीबी परियोजना अंतर्गत लगभग 3500 किमी सड़कों एवं 350 पुलों के निर्माण का कार्य किया गया हैं।</p><p><br /></p><p>शहडोल में 14.50 किमी रिंग रोड के निर्माण के लिये 81 करोड़ रूपये की स्वीकृति</p><p><br /></p><p>मंत्रि-परिषद द्वारा शहडोल जिले के नगर ब्यौहारी के लिए प्रथम चरण मे 14.50 किमी रिंग रोड निर्माण के लिये 81 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई। ब्यौहारी नगर में 27 किमी लंबाई का रिंग रोड 147.46 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित किया जाना है। परियोजना परीक्षण समिति द्वारा प्रथम चरण में 14.50 किमी के निर्माण के लिए 81 करोड़ रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति जारी करने की अनुशंसा की है। इस रोड के बन जाने से शहर में यातायात का दबाव कम होगा, सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी और लम्बी दूरी के भारी वाहन नगर के बाहर से ही निकल सकेंगे। साथ ही रीवा, सीधी, कटनी, उमरिया, शहडोल जिलों के मार्ग, नगर के बाहर आपस में जुड़ सकेंगे।</p><p><br /></p><p>जबलपुर में उच्चस्तरीय झूंला पुल के निर्माण के लिये 177 करोड़ 12 लाख रूपये से अधिक की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति</p><p><br /></p><p>मंत्रि-परिषद द्वारा जबलपुर से लम्हेटा के मध्य नर्मदा नदी पर पहुंच मार्ग सहित उच्चस्तरीय झूला पुल (केबल स्टे) के निर्माण के लिये लागत राशि 177 करोड़ 12 लाख 97 हजार रूपये की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। वर्ष 2018 में जबलपुर से लम्हेटा के बीच नर्मदा नदी पर पहुंच मार्ग सहित झूला पुल के निर्माण के लिए 49 करोड़ 73 लाख रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई थी। तकनीकी कारणों से परियोजना की लागत बढ़कर 177 करोड़ 13 लाख रूपये हो गई है। इसके निर्माण से 18 गांव के 45 हजार जनसंख्या और पर्यटकों को सुगमता होगी। पंचक्रोशी यात्रा के 5 से 10 लाख श्रद्धालुओं को घूमकर या नाव से नदी पार करके नहीं जाना पड़ेगा तथा वर्षाकाल में आवागमन में किसी प्रकार का अवरोध भी नहीं आएगा।</p><p><br /></p><p> नीमच में बायपास निर्माण के लिये 111 करोड़ रूपये अधिक की स्वीकृति</p><p><br /></p><p>मंत्रि-परिषद द्वारा नीमच जिले में 111 करोड़ 67 लाख रूपये की लागत से बनने वाले नीमच बायपास व्हाया जयसिंहपुरा बघराना नयागांव मार्ग लंबाई 21.20 कि.मी. के निर्माण के लिये प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। इस बायपास के बन जाने से मंदसौर तथा चितौडगढ़ की तरफ से यातायात एवं नीमच के जीरन /चीताखेडा क्षेत्र से आने वाले यातायात को मंदी में तथा राजस्थान के छोटी सादडी /बाँसवाड़ा आने-जाने में सुविधा मिलेगी। शहर का आन्तरिक यातायात भी सुगम बनेगा।</p><p><br /></p><p>अशोकनगर में करीला माता मंदिर तक सड़क निर्माण के लिये 134 करोड़ रूपये की स्वीकृति</p><p><br /></p><p>अशोकनगर जिले में शाढ़ौरा (एस.एच.-20) से करीला माता मंदिर (बेलई करीला मुख्य जिला मार्ग) व्हाया बामोरी ताल, ककरुआ राय, पिपरिया राय, कचनार, झितिया, करैया बुदधू, राजपुर, फतेहपुर, खिरिया, हरिपुर चक्क, पीपलखेडा, दंगलिया, जमुनिया मार्ग लंबाई 54.40 कि.मी. के निर्माण के लिए राशि रूपए 134.43 करोड़ की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। इस मार्ग के बन जाने से करीला जानकी माता मंदिर आने वाले लगभग 25 लाख श्रद्धालु लाभांवित होंगे। राजस्थान और प्रदेश के अन्य स्थानों से आने वाले श्रद्धालु कम समय में करीलाधाम पहुँच सकेंगे।</p><p><br /></p><p>उज्जैन-जावरा के मध्य 4-लेन ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड हाईवे निर्माण के लिये 5 हजार 17 करोड़ 22 लाख रूपए की स्वीकृति</p><p><br /></p><p>मंत्रि-परिषद द्वारा उज्जैन शहर को जावरा स्थित एक्सप्रेस-वे इंटरचेंज से जोड़ने के लिये 102.80 किमी लम्बे ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड हाइवे के निर्माण की स्वीकृति दी है। इस परियोजना का निर्माण पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप हाइब्रिड एनयूटी आधार पर होगा। परियोजना की लागत 5 हजार 17 करोड़ 22 लाख रूपए है। परियोजना पर 17 वर्षों में कुल व्यय 5 हजार 17 करोड़ 22 लाख रूपए में से 557 करोड़ रूपए का भुगतान सड़क विकास निगम और 4460 करोड़ रूपए का भुगतान राज्य बजट से किया जायेगा। इस मार्ग पर 7 बड़े पुल, 26 छोटे पुल, 270 पुलिया, 5 फ्लाई ओवर, 2 रेलवे ओवरब्रिज बनाये जाएंगे। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा दिल्ली एवं मुम्बई के मध्य 8 लेन एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जा रहा है। इस राजमार्ग की 247 कि.मी. लम्बाई राज्य के मंदसौर, रतलाम एवं झाबुआ जिलों से गुजरता है। एक्सप्रेस-वे के इस भाग में 7 स्थानों पर एक्सप्रेस-वे से जुडने के लिये इंटरचेंज दिये गये हैं। इनमें से एक इंटरचेंज जावरा के पास भूतेड़ा पर स्थित है। क्षेत्र के औद्योगिक विकास एवं अर्थव्यवस्था में गुणात्मक सुधार को दृष्टिगत रखते हुये उज्जैन शहर को जावरा स्थित एक्सप्रेस-वे इंटरचेंज से जोड़ने के लिये यह निर्णय लिया गया है।</p><p><br /></p><p>म.प्र. राज्य न्यायिक अकादमी के नवीन भवन निर्माण के लिये 485 करोड़ रूपये से अधिक की स्वीकृति</p><p><br /></p><p>मंत्रि-परिषद द्वारा जबलपुर के ग्राम मंगेली बरेला बायपास रोड़ स्थित मध्यप्रदेश राज्य न्यायिक अकादमी के लिये नवीन भवन निर्माण की योजना कुल लागत 485 करोड़ 84 लाख रूपये की स्वीकृति दी। वर्तमान में मध्यप्रदेश में न्यायिक अधिकारियों के स्वीकृत पदों की संख्या 2044 तथा कार्यरत न्यायिक अधिकारियों की संख्या 1847 है। इस प्रकार प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में न्यायिक अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण आयोजित किये जाते हैं। इस दौरान न्यायाधीशगण को अकादमी के परिसर में ही रहकर अपना प्रशिक्षण प्राप्त करना होता है। इसके अतिरिक्त राज्य न्यायिक अकादमी तहसील स्तर एवं जिला स्तर पर अधिवक्तागण को भी प्रशिक्षण प्रदान करती है तथा अन्य विभागों के अधिकारी जिनकी न्यायिक प्रणाली में भागीदारी आवश्यक होती है जैसे अभियोजन अधिकारी, पुलिस/अन्वेषणकर्ता अधिकारी, राजस्व अधिकारी, बाल कल्याण अधिकारी, वन संरक्षक की संबंधित अधिनियम और न्यायिक प्रणाली के संबंध में संवेदनशीलता को बढ़ाने के लिये प्रशिक्षण सत्र आयोजित करती है। वर्तमान में राज्य न्यायिक अकादमी का भवन अत्यंत छोटा कार्यरत न्यायिक अधिकारियों की संख्या को दृष्टिगत रखते हुए उक्त भवन पर्याप्त नहीं है। इसलिये नवीन भवन निर्माण की स्वीकृति दी गई है।</p><p><br /></p><p>प्रदेश में पीपीपी मोड पर चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना की स्वीकृति</p><p><br /></p><p>मंत्रि-परिषद द्वारा प्रदेश में चिकित्सा महाविद्यालयों को पीपीपी मोड पर स्थापित करने की स्वीकृति दी। उक्त निर्णय से जिले में चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना होने से जिले के मरीजों को तृतीयक स्तर की सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी। स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए मानव संसाधन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये एवं जिला अस्पतालों का उन्नयन करके मरीजों को उच्चतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदाय करने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है।</p><p><br /></p><p>अन्य निर्णय</p><p><br /></p><p>मंत्रि-परिषद द्वारा मध्यप्रदेश शैक्षणिक सेवा (महाविद्यालयीन शाखा) भर्ती नियम, 1990 अंतर्गत कार्यरत सीधी भर्ती/पदोन्नत/पदनामित प्राध्यापकों को यू.जी.सी. छठवें वेतनमान में 1 जनवरी 2006 से रुपये 37400-67000+ए.जी.पी. 10 हजार रूपये का वेतनमान देने की स्वीकृति प्रदाय की गई है। साथ ही 14 सितम्बर 2012 के विभागीय आदेश को संशोधित करने तथा 19 मार्च 2013 के विभागीय आदेश को निरस्त करने के लिये उच्च शिक्षा विभाग को अधिकृत किया गया है</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-63379833515030510192024-03-04T20:06:00.001+05:302024-03-04T20:06:40.777+05:30कृषि 2047 तक देश को 'विकसित भारत' बनाने में अग्रणी भूमिका निभाएगी : श्री पीयूष गोयल<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg_LdWj-nAfU4TPX1HY8AxWzT8tOWxewvLHhFulKb9ZJvfn02NebCMnSR13sWal7BLCaHh6v7xj_QO2RbD9Ev4VzsUSgrV2wWv72qv5aDHeZktVJGDOod9gb11_ZsndtQcG7ebwPCo2xZncbIK-qUwJOU6GSKWov-C7k13oX0T6y8FRDCTYmeFG106KmtcT/s500/UPVIRAL24%20NEWS%202024%20NEW%20LOGO.png" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="500" data-original-width="500" height="320" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg_LdWj-nAfU4TPX1HY8AxWzT8tOWxewvLHhFulKb9ZJvfn02NebCMnSR13sWal7BLCaHh6v7xj_QO2RbD9Ev4VzsUSgrV2wWv72qv5aDHeZktVJGDOod9gb11_ZsndtQcG7ebwPCo2xZncbIK-qUwJOU6GSKWov-C7k13oX0T6y8FRDCTYmeFG106KmtcT/s320/UPVIRAL24%20NEWS%202024%20NEW%20LOGO.png" width="320" /></a></div><p><b>कृषि 2047 तक देश को 'विकसित भारत' बनाने में अग्रणी भूमिका निभाएगी : श्री पीयूष गोयल</b></p><p><b>श्री गोयल ने किसानों की भंडारण सुविधा को आसान बनाने के लिए 'ई-किसान उपज निधि' का शुभारंभ किया</b></p><p><b>डब्लूडीआरए पंजीकृत गोदामों पर सुरक्षा जमा शुल्क जल्द ही 3 प्रतिशत से घटाकर 1 प्रतिशत किया जाएगा: श्री गोयल</b></p><p><b>'ई-किसान उपज निधि' किसानों द्वारा संकट के समय में उनकी उपज की कम कीमत पर होने वाली बिक्री को रोकेगी: श्री गोयल</b></p><p>केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण, वाणिज्य और उद्योग तथा वस्त्र मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा कि कृषि क्षेत्र 2047 तक राष्ट्र को 'विकसित भारत' बनाने की दिशा में आधार स्तंभ होगा। आज नई दिल्ली में वेयर हाउसिंग डेवलपमेंट एंड रेगुलेटरी अथॉरिटी (डब्ल्यूडीआरए) के ई-किसान उपज निधि' (डिजिटल गेटवे) के शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने लाखों भारतीयों के जीवन को सुरक्षित करने के लिए किसानों को धन्यवाद दिया और कहा कि 'ई-किसान उपज निधि' पहल के साथ प्रौद्योगिकी की सहायता से किसानों की भंडारण व्यवस्था सुगम हो जाएगी और किसानों को उनकी उपज के लिए उचित मूल्य प्राप्त करने में सहायता मिलेगी।</p><p><br /></p><p>श्री पीयूष गोयल ने इस अवसर पर घोषणा की कि ज्यादा किसानों, विशेषकर छोटे किसानों को गोदामों का उपयोग करने और उनकी आय बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए डब्ल्यूडीआरए पंजीकृत गोदामों पर सुरक्षा जमा शुल्क जल्द ही कम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन गोदामों में किसानों को पहले अपनी उपज का भंडारण करने के लिए 3 प्रतिशत सुरक्षा जमा राशि का भुगतान करना पड़ता था, अब केवल 1 प्रतिशत सुरक्षा जमा राशि के भुगतान करने की आवश्यकता होगी।</p><p><br /></p><p>श्री गोयल ने कहा, "डिजिटल गेटवे पहल खेती को आकर्षक बनाने के हमारे प्रयास में एक महत्वपूर्ण कदम है।" उन्होंने कहा कि बिना किसी संपत्ति को गिरवी रखे, अतिरिक्त सुरक्षा जमा नीति, 'ई-किसान उपज निधि' किसानों द्वारा संकट के समय में उनकी उपज बिक्री को रोक सकती है, जिन्हें फसल के बाद भंडारण की अच्छी रखरखाव सुविधाओं के न होने के कारण अक्सर अपनी पूरी फसल को सस्ती दरों पर बेचना पड़ता है।</p><p><br /></p><p>श्री गोयल ने कहा कि डब्लूडीआरए के अंतर्गत गोदामों की अच्छी तरह से निगरानी की जाती है, इनकी स्थिति बहुत अच्छी है और ये बुनियादी ढांचे से सुसज्जित हैं, जो कृषि उपज को अच्छी हालत में रखते हैं तथा खराब नहीं होने देते और इस तरह ये किसानों के कल्याण को बढ़ावा देते हैं। मंत्री महोदय ने डब्ल्यूडीआरए के अंतर्गत राज्यों में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा उपयोग किए जाने वाले गोदामों के अनिवार्य पंजीकरण और राज्यों के गोदामों से संबंधित बुनियादी ढांचे को पूरी तरह से तैयार रखने के लिए एक रोडमैप तैयार करने पर बल दिया।</p><p><br /></p><p>''ई-किसान उपज निधि'' प्लेटफॉर्म के बारे में विस्तार से बताते हुए श्री गोयल ने कहा कि अपनी सरलीकृत डिजिटल प्रक्रिया के साथ यह पहल किसानों के लिए किसी भी पंजीकृत डब्ल्यूडीआरए गोदाम में 6 महीने की अवधि के लिए 7 प्रतिशत प्रति वर्ष ब्याज पर भंडारण की प्रक्रिया को आसान बना सकती है। मंत्री महोदय ने गोदाम पंजीकरण के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म प्रदान करने की डब्ल्यूडीआरए पहल की सराहना की, जिसमें साल-दर-साल उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है और इस पोर्टल पर 1 लाख गोदामों को पंजीकृत करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष 1500 गोदाम पंजीकृत किये गये थे।</p><p><br /></p><p>श्री गोयल ने इस बात पर बल दिया कि 'ई-किसान उपज निधि' और ई-एनएएम के साथ, किसान एक इंटरकनेक्टिड मार्केट की प्रौद्योगिकी का उपयोग करने में सक्षम होंगे, जो उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर या उससे ज्यादा दाम पर अपनी उपज को सरकार को बेचने का फायदा पहुंचाती है। उन्होंने कहा कि पिछले दशक में एमएसपी के जरिए सरकारी खरीद 2.5 गुना बढ़ी है।</p><p><br /></p><p>विश्व की सबसे बड़ी सहकारी खाद्यान्न भंडारण योजना के शुभारंभ के बारे में बोलते हुए मंत्री महोदय ने डब्ल्यूडीआरए से सहकारी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी गोदामों का मुफ्त पंजीकरण प्रदान करने के एक प्रस्ताव की योजना बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सहकारी क्षेत्र के गोदामों को सहायता देने की पहल से किसानों को डब्ल्यूडीआरए गोदामों में अपनी उपज का भंडारण करने के लिए बढ़ावा मिलेगा, जिससे उन्हें अपनी फसल बेचने पर उचित मूल्य मिल सकेगा।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-81930374195203055592024-03-04T20:00:00.002+05:302024-03-04T20:00:43.318+05:30प्रधानमंत्री श्री मोदी ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास को नया आयाम दिया है : केंद्रीय कृषि मंत्री<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiU8-55aukuG9xt1De00dUiw9xZq8GAi1y2eZ5EDh2BmEqT7jy0J4piASgmfGJFV1W4aXAudjgSLeV_-qOvl407Zcq2F34EiYM4er728UAVlbPtuaF9eUenpDDZi0z-yWhGP1d0RKlD1L6FWqJ20CCjLbV13EWR29SBWbiwIQYCwg1jil0zzcoFMpvM64wE/s602/image001R0NW.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="401" data-original-width="602" height="213" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiU8-55aukuG9xt1De00dUiw9xZq8GAi1y2eZ5EDh2BmEqT7jy0J4piASgmfGJFV1W4aXAudjgSLeV_-qOvl407Zcq2F34EiYM4er728UAVlbPtuaF9eUenpDDZi0z-yWhGP1d0RKlD1L6FWqJ20CCjLbV13EWR29SBWbiwIQYCwg1jil0zzcoFMpvM64wE/s320/image001R0NW.jpg" width="320" /></a></div><p><b>प्रधानमंत्री श्री मोदी ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास को नया आयाम दिया है : श्री मुंडा</b></p><p><b>भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, असम में प्रशासनिक और शैक्षणिक भवनों, छात्रावासों और अतिथि गृहों का उद्घाटन</b></p><p><b>पूर्वोत्तर के समग्र कृषि विकास में आईएआरआई एक महत्वपूर्ण केंद्र बिंदु बनकर उभरेगा : कृषि मंत्री श्री मुंडा</b></p><p>केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने आज आईएआरआई, दिरपई चापोरी, गोगामुख, असम में प्रशासनिक-सह-शैक्षणिक भवन, मानस गेस्ट हाउस, सुबनसिरी गर्ल्स हॉस्टल और ब्रह्मपुत्र बॉयज हॉस्टल का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी उद्घाटन समारोह में उपस्थित थे और उन्होंने भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, असम में प्रदर्शनी स्टाल का दौरा किया।</p><p><br /></p><p>केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास पर विशेष बल है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पूर्वोत्तर राज्यों में कृषि के विकास की कमियों को दूर कर उन्हें मुख्यधारा में लाने का काम किया है। इस क्रम में प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास को एक नया आयाम दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प के साथ काम कर रही है, जिसमें कृषि की भूमिका बेहद अहम है। श्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि खाद्य तेल आयात का बोझ कम करने और तिलहन में आत्मनिर्भर बनने के लिए 11 हजार करोड़ रुपये का मिशन चलाया जा रहा है। हमें इस सोच के साथ काम करना है कि आने वाले दिनों में हम आयात नहीं बल्कि निर्यात करेंगे। उन्होंने कहा कि जब हम एक विजन के साथ काम करते हैं, तो हमें सफलता जरूर मिलती है।</p><p><br /></p><p>श्री अर्जुन मुंडा ने जलवायु अनुकूल फसल किस्मों के विकास पर भी बल दिया और कहा कि कृषि शिक्षा को आजीविका व रोजगार के अवसरों से जोड़ा जाना चाहिए। श्री मुंडा ने कहा कि जैव विविधता अध्ययन पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि एक साल में यह संस्थान शोध के लिए सबसे पसंदीदा विकल्प होगा। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि प्रौद्योगिकियों को जलवायु और लैंगिक स्तर पर तटस्थ होना चाहिए।</p><p><br /></p><p>राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी ने वैज्ञानिकों से उत्तर पूर्व क्षेत्र में मौजूद प्राकृतिक विविधता का दोहन करने का आग्रह किया। उन्होंने प्रकृति के करीब प्रौद्योगिकियों के विकास पर भी बल दिया और कहा कि हमें जैविक और प्राकृतिक खेती से जुड़ना चाहिए। उन्होंने दलहन और तिलहन से संबंधित अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करने पर बल दिया, ताकि देश को दालों के निर्यात पर बहुत अधिक पैसा खर्च न करना पड़े। उन्होंने कहा कि कृषि अनुसंधान को उद्यमिता से जोड़ना होगा; और यह सब तभी संभव है जब विभिन्न संगठनों के बीच विचारों का मुक्त आदान-प्रदान हो।</p><p><br /></p><p>असम सरकार के शिक्षा, सामान्य जनजाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री डॉ. रनोज पेगु ने आईएआरआई, असम के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि आईएआरआई, असम द्वारा किया जाने वाला शोध कार्य पौधों, पशुओं और मत्स्य विविधता पर विचार करने के साथ-साथ पर्यावरण के संरक्षण में भी सहायक होगा।</p><p><br /></p><p>लखीमपुर के सांसद श्री प्रदान बरुआ ने कहा कि यह हमारा स्वप्न था कि असम में इस स्तर का एक संस्थान बने। हमें आशा है कि यह संस्थान पूरे उत्तर-पूर्व भारत के युवा प्रतिभाओं की उम्मीदों पर खरा उतरेगा।</p><p><br /></p><p>डीएआरई के सचिव और आईसीएआर नई दिल्ली के महानिदेशक डॉ. हिमांशु पाठक ने वर्चुअल माध्यम से उपस्थितजनों को संबोधित किया और आईएआरआई असम के उद्देश्यों व दायित्वों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि उत्तर-पूर्व भारत में अपार संभावनाएं हैं, जिन्हें अनुसंधान और विकास के माध्यम से तलाशने की जरूरत है। उन्होंने आश्वासन दिया कि आईसीएआर यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा कि संस्थान तेजी से प्रगति करता रहे। इस संस्थान का खुलना आईसीएआर के इतिहास में एक यादगार दिन है। उन्होंने संस्थान के विकास से जुड़े लोगों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी।</p><p><br /></p><p>आईएआरआई के निदेशक डॉ. ए.के. सिंह ने आईएआरआई, असम की श्रमिक समिति द्वारा किए गए सभी प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर डॉ. डी.के.सिंह, डॉ. अनिल सिरोही, डॉ. मनोज खन्ना, डॉ. अनुपम मिश्रा, भार्गव शर्मा, डॉ. वाई.एल.सिंह, डॉ. के.बी.पुन, श्री अंकुर भराली और धेमाजी के जिला कमिश्नर भी उपस्थित थे।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-6723980249096531922024-03-03T20:55:00.001+05:302024-03-03T20:55:47.983+05:30बंजारा बस्ती कोकता में बनेगा सामुदायिक भवन<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg-sabfKW6GI1jKnlmY5-Tu8K_ReTz2uEkAq6vjK5mmIQaWa7n_XuRygbpXw3dWt_d6dSadfGEJU_q_GL-O7XDt3xCJJUX1CaUyeUu9G0n2Zu4llsKer1sS5TXS3aQKFYjdbR1F3ZMilvSLjQBJYedY3RVCk5HVKkUKjLPAKGSf08aPnvXp3cHwvrRQBT70/s1000/L-Bhopal030324074606.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="665" data-original-width="1000" height="213" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg-sabfKW6GI1jKnlmY5-Tu8K_ReTz2uEkAq6vjK5mmIQaWa7n_XuRygbpXw3dWt_d6dSadfGEJU_q_GL-O7XDt3xCJJUX1CaUyeUu9G0n2Zu4llsKer1sS5TXS3aQKFYjdbR1F3ZMilvSLjQBJYedY3RVCk5HVKkUKjLPAKGSf08aPnvXp3cHwvrRQBT70/s320/L-Bhopal030324074606.jpg" width="320" /></a></div><p><b>बंजारा बस्ती कोकता में बनेगा सामुदायिक भवन : राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर</b></p><p>भोपाल : कोकता के पास बंजारा वस्ती में सामुदायिक भवन बनेगा। पिछडा वर्ग, अल्पसंख्यक कल्याण, घुमन्तु और अर्द्ध-घुमन्तु कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर ने बंजारा वस्ती के रहवासियों की मांग पर यह घोषणा की । राज्य मंत्री श्रीमती गौर रविवार को ट्रांसपोर्ट नगर कोकता के पास बंजारा बस्ती में सड़क और नाली निर्माण के भूमि-पूजन कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी। </p><p><br /></p><p>सड़क के दोनों ओर नाली बनाए</p><p><br /></p><p>राज्य मंत्री श्रीमती गौर ने गोविन्दपुरा क्षेत्र की विभिन्न बस्तियों में सड़क निर्माण के भूमि-पूजन के अवसर पर ठेकेदार को सड़क के दोनों ओर नाली बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सड़क से बरसात का पानी रहवासियों के घरों में नहीं जाए, इसके लिए सड़क से बरसात के पानी की निकासी के लिए नाली बनाए। राज्य मंत्री श्रीमती गौर ने गोविंदपुरा क्षेत्र के तीन वार्डों में 75 लाख से अधिक के निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन किया। इसमें कोकता में दौलतपुरा, बंजारा बस्ती रामदेवपुरा, और आनंद नगर मार्केट में 25 लाख रुपये, चाँदमारी झुग्गी बस्ती, न्यू शिव नगर वार्ड-63 में 20 लाख रुपए, तथा सोनागिरी, ए-सेक्टर एवं आजाद नगर में 30 लाख रुपए लागत के निर्माण कार्य शामिल हैं। पार्षद श्री राजेश चौकसे, पार्षद श्रीमती छाया ठाकुर, पार्षद श्री शिवलाल मकोरिया, पार्षद श्रीमती मधु सिवनानी, श्री जी.आर. नागर, श्री किशन बंजारे, श्री प्रदीप लोधी, श्री के.के. शुक्ला, श्री निलेश साहू और अन्य जन-प्रतिनिधि इस अवसर पर उपस्थित थे।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-19966446690397958342024-03-03T20:52:00.001+05:302024-03-03T20:52:17.316+05:30निर्माण कार्यों में गति एवं प्रगति मोदी मॉडल के महत्वपूर्ण आयाम है : मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj59M2zAgs1W9iNpb5Nt5IXPQ6tC8begF8HIS40QlJp8rxvBqzgSHbS6b6h6yFyopiLRjHGi8M45lz3S4blu2loDhsmYRJMcXhJvG6ot_QkjR6z5Up1Ikr6jjuSw6jf9LnIq536gE5JRrXOGpEuHbzt2fC6tPXihVpvIfKrQMpWGo3-1q62PvZPaHJY2eBX/s500/2%20Copy%20of%20Black%20White%20and%20Red%20Modern%20Breaking%20News%20Channel%20Logo%20(1).png" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="500" data-original-width="500" height="320" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj59M2zAgs1W9iNpb5Nt5IXPQ6tC8begF8HIS40QlJp8rxvBqzgSHbS6b6h6yFyopiLRjHGi8M45lz3S4blu2loDhsmYRJMcXhJvG6ot_QkjR6z5Up1Ikr6jjuSw6jf9LnIq536gE5JRrXOGpEuHbzt2fC6tPXihVpvIfKrQMpWGo3-1q62PvZPaHJY2eBX/s320/2%20Copy%20of%20Black%20White%20and%20Red%20Modern%20Breaking%20News%20Channel%20Logo%20(1).png" width="320" /></a></div><p><b>निर्माण कार्यों में गति एवं प्रगति मोदी मॉडल के महत्वपूर्ण आयाम है- मंत्री श्री पटेल</b></p><p><b>करेली में लगभग 15 करोड़ की लागत के विकास कार्यों का किया भूमिपूजन</b></p><p>भोपाल : पंचायत, ग्रामीण विकास एवं श्रम विभाग मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने नरसिंहपुर जिले के नगर पालिका परिषद करेली में आयोजित कार्यक्रम में 14 करोड़ 70 लाख रुपये की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद श्री कैलाश सोनी, पूर्व मंत्री श्री जालम सिंह पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुशीला ममार सहित जनप्रतिनिधिगण मौजूद रहे।</p><p><br /></p><p>मंत्री श्री पटेल ने कहा कि विकास कार्यों का यह सिलसिला अनवरत जारी रहेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विकास मॉडल में गति एवं प्रगति दो महत्वपूर्ण आयाम है। प्रधानमंत्री जी द्वारा हितग्राहियों के हाथों में प्रत्यक्ष नकद हस्तांतरण तकनीक लाने से बिचौलियों का अंत हुआ है। निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। नगरपालिका करेली को आदर्श नगर पालिका बनाने की दिशा में हमें मिलकर प्रयास करना होगा। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि इसके लिए एक बेहतर कार्य योजना का विस्तार दूरदर्शितापूर्ण किया जाना चाहिए। शहर में पानी निकासी की समस्या न हो,स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए, इन महत्वपूर्ण बातों पर गौर करना होगा। सार्वजनिक स्थानों की भूमि सीमित है, हमें इन सब का सदुपयोग विवेकपूर्ण तरीक़े से करना होगा। इससे हम अपनी आने वाली पीढ़ी को बेहतर सुविधा प्रदान कर सकें।</p><p><br /></p><p>इन कार्यों का हुआ भूमिपूजन</p><p><br /></p><p>कार्यक्रम में सुभाष वार्ड में 4.75 लाख रुपये की लागत से सीसी सड़क एवं नाली निर्माण, सुभाष वार्ड में एक लाख रुपये की लागत के नाली निर्माण एवं रेम्प कार्य, हनुमान वार्ड में एक लाख रुपये की लागत के सड़क एवं नाली मरम्मत, राजेन्द्र वार्ड में एक लाख रुपये की लागत की पुलिया एवं नाली मरम्मत, निरंजन वार्ड में 3.5 लाख रुपये की लागत के पुलिया निर्माण, राधावल्लभ वार्ड में 3.5 लाख रुपये लागत के सीसी सड़क, राम वार्ड में 9 लाख रुपये की लागत के सोमवारा बाजार स्थित सामुदायिक भवन में मरम्मत एवं सौंदर्यीकरण, महादेव में 3.5 लाख रुपये लागत की सीसी सड़क एवं नाली निर्माण, शास्त्री वार्ड में 5 लाख रुपये लागत के बूढ़ा महादेव मंदिर के पास स्थित शौचालय मरम्मत एवं सामने सौंदर्यीकरण, हनुमान वार्ड में 19 लाख रुपये लागत के सीसी सड़क एवं नाली निर्माण, गनेश वार्ड में 15 लाख रुपये लागत के सीसी सड़क एवं नाली निर्माण, नरसिंह वार्ड में 13 लाख रुपये की लागत के मेन रोड तक सीसी सड़क एवं नाली निर्माण, शास्त्री वार्ड में 12.5 लाख रुपये लागत के सीसी सड़क एवं नाली निर्माण, महात्मा गांधी वार्ड में 15 लाख रुपये लागत के सीसी सड़क एवं नाली निर्माण के कार्य शामिल है।</p><p><br /></p><p>कायाकल्प अभियान में 2.0 के अंतर्गत 9.99 लाख रुपये लागत के ओल्ड एनएच 26 से एमजीएम कॉलेज तक बीटी सड़क का नवीनीकरण, 56.06 लाख रुपये की लागत से गुरूद्वारे से झंडा चौक सोमवारा बाजार होते हुए मुख्य मार्ग तक सीसी सड़क, महेन्द्र वार्ड में ओम बेकरी से सोसायटी तक 22.90 लाख रुपये लागत के सीसी सड़क और नरसिंह वार्ड में 19.82 लाख रुपये लागत से वसीद खान से काम्पलेक्स से बालाजी नगर की पुलिया तथा बीटी सड़क नवीनीकरण के कार्य शामिल है।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-30787258933349326662024-03-03T20:47:00.001+05:302024-03-03T20:47:17.215+05:30भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से जीने की राह सीखें : मुख्यमंत्री डॉ. यादव<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjzeXiAATb9pkxxwG7MuwvoObMr1OloJ9tqaRJ-9PWGqEkmDPWIdXc7Cm3U8idV6gG0ruEzbdCVhRcvftCKXhbJqdq7umY1xE2OcFBrz8e5mYyuhmMwKV45M-0KoH8ijUlMPNHO79OnTh927vuCXb91qT4PtggPiXVZoXXsxoUsyMpZlJzGWZD5W8Jh38ou/s1000/L-Bhopal030324033958.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="800" data-original-width="1000" height="256" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjzeXiAATb9pkxxwG7MuwvoObMr1OloJ9tqaRJ-9PWGqEkmDPWIdXc7Cm3U8idV6gG0ruEzbdCVhRcvftCKXhbJqdq7umY1xE2OcFBrz8e5mYyuhmMwKV45M-0KoH8ijUlMPNHO79OnTh927vuCXb91qT4PtggPiXVZoXXsxoUsyMpZlJzGWZD5W8Jh38ou/s320/L-Bhopal030324033958.jpg" width="320" /></a></div><p><b>भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से जीने की राह सीखें : मुख्यमंत्री डॉ. यादव</b></p><p><b>सामाजिक बंधुओ और उत्तरप्रदेश के आमजनों को मध्यप्रदेश आने के लिए किया आमंत्रित</b></p><p><b>लखनऊ के गुदौरा मैदान में यादव महाकुंभ में शामिल हुए</b></p><p>भोपाल : भगवान कृष्ण के जीवन से हम सभी को जीवन जीने की राह सीखनी चाहिए। जन्म के पूर्व माता-पिता का जेल में होना, भाई-बहनों की हत्या होना, जन्म के बाद ही उफनती जमुना नदी पार करना, माँ के आंचल से दूर हो जाना जैसी विषम परिस्थितियों में भी भगवान श्री कृष्ण ने विश्व के सामने पूरे सम्मान और गरिमा के साथ जीवन जीने का उदाहरण रखा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव लखनऊ के गुदौरा मैदान में यादव महाकुंभ को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सनातन संस्कृति में भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण ने मर्यादा के अंदर जीवन जीना सिखाया है। हम सभी को उनके द्वारा स्थापित उच्च आदर्शों का अपने जीवन में पालन करना चाहिए।</p><p><br /></p><p>भगवान श्रीकृष्ण ने अपने जीवन में आई हर मुसीबत और परीक्षा का निडर होकर सामना किया और सफल हुए। भगवान ने अपने जीवन काल में लगातार संघर्ष करते हुए समाज को धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी है। भगवान श्री कृष्ण ने श्रीमद् भागवत गीता के माध्यम से पूरे विश्व में धर्म के मार्ग पर चलने का संदेश दिया है। मुख्यमंत्री डॉक्टर यादव ने यादव समाज के सभी बंधुओ और उत्तर प्रदेश के आमजनों को मध्यप्रदेश आने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्थित भगवान श्री राम और भगवान श्री कृष्ण से संबंधित सभी स्थानों को तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा। भगवान श्री कृष्ण की शिक्षा स्थली उज्जैन, रुक्मिणी हरण स्थल अमझेरा, भगवान श्रीकृष्ण की रजोभूमि बदनावर और भगवान श्रीकृष्ण एवं सुदामा का मैत्री स्थल स्वर्णगिरी पर्वत के साथ भगवान श्रीराम की पवित्र नगरी चित्रकूट को तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा। </p><p><br /></p><p>मुख्यमंत्री डॉ. यादव को उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री बृजेश पाठक ने शाल और श्रीकृष्ण जी की प्रतिमा भेंट कर स्वागत किया। यादव समाज की ओर से प्रतिनिधियों ने बड़ी पुष्प माला पहनाकर मुख्यमंत्री डॉ. यादव का अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यादव महाकुंभ में देश और प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए सामाजिक बंधुओ का हृदय से आभार व्यक्त किया।</p><p><br /></p><p>उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री बृजेश पाठक, राजेश्वरानंद जी महाराज, यादव महासभा के उपाध्यक्ष और प्रदेश के समाज के अध्यक्ष श्री जगदीश यादव, श्री महेंद्र सिंह यादव, श्री कृष्ण जन्मभूमि के मुख्य पक्षकार श्री प्रशांत राव और मनीष यादव सहित बड़ी संख्या में यादव समाज के प्रतिनिधि, सदस्य और आमजन उपस्थित रहे।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-46221608899260442972024-03-03T20:41:00.002+05:302024-03-03T20:41:57.118+05:30एनीमिया पर मल्टीसेंटर क्लिनिकल ट्रायल की घोषणा<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj44kENFwjVtiZWq7ElXCDDlKXvA2opg_9abRpPMkoOLO3ssRdPfEm17h-9t6ZlPqyWRXu9ILfbouaFkL-15LYpY5W-2EBJkIdhP0IYti_0YKVtlqfAbiRx2d1FEiQ3XTjjkex_EvsF6HfZXdAovxAVBHzHQqjIbb7nLylCH4b3teGa96ZI6ofsZgZK6KJ0/s500/2%20Copy%20of%20Black%20White%20and%20Red%20Modern%20Breaking%20News%20Channel%20Logo%20(1).png" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="500" data-original-width="500" height="320" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj44kENFwjVtiZWq7ElXCDDlKXvA2opg_9abRpPMkoOLO3ssRdPfEm17h-9t6ZlPqyWRXu9ILfbouaFkL-15LYpY5W-2EBJkIdhP0IYti_0YKVtlqfAbiRx2d1FEiQ3XTjjkex_EvsF6HfZXdAovxAVBHzHQqjIbb7nLylCH4b3teGa96ZI6ofsZgZK6KJ0/s320/2%20Copy%20of%20Black%20White%20and%20Red%20Modern%20Breaking%20News%20Channel%20Logo%20(1).png" width="320" /></a></div><p><b>केंद्रीय आयुष और स्वास्थ्य मंत्री देश भर के चुनिंदा एम्स में आयुष - आईसीएमआर एडवांस्ड सेंटर फॉर इंटीग्रेटिव हेल्थ रिसर्च (एआई-एसीआईएचआर) की स्थापना की घोषणा करेंगे</b></p><p><b>एनीमिया पर मल्टीसेंटर क्लिनिकल ट्रायल की घोषणा</b></p><p><b>आयुष स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के लिए भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानकों का शुभारंभ</b></p><p><b>राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ के 27वें दीक्षांत समारोह का उद्घाटन</b></p><p>केंद्रीय आयुष और पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन और उर्वरक मंत्री, डॉ. मनसुख मांडविया कल एनीमिया पर एम्स और मल्टीसेंटर क्लिनिकल ट्रायल के लिए 4 चयनित स्थानों पर 5 एकीकृत स्वास्थ्य अनुसंधान (एआई-एसीआईएचआर) के लिए आयुष-आईसीएमआर एडवांस्ड सेंटर्स का शुभारंभ करेंगे। दोनों मंत्री आयुष स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के लिए भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानकों का भी शुभारंभ करेंगे और राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ के 27वें दीक्षांत समारोह में भाग लेंगे।</p><p><br /></p><p>अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली:</p><p>a. गैस्ट्रो-इंटेस्टाइनल रोगों में एकीकृत स्वास्थ्य अनुसंधान के लिए एडवांस्ड सेंटर</p><p><br /></p><p>b. महिला एवं बाल स्वास्थ्य में एकीकृत स्वास्थ्य अनुसंधान के लिए एडवांस्ड सेंटर</p><p><br /></p><p>एम्स-जोधपुर: वृद्धावस्था स्वास्थ्य में एकीकृत स्वास्थ्य अनुसंधान के लिए एडवांस्ड सेंटर</p><p>एम्स नागपुर: कैंसर देखभाल में एकीकृत स्वास्थ्य अनुसंधान के लिए एडवांस्ड सेंटर</p><p>एम्स ऋषिकेश: वृद्धावस्था स्वास्थ्य में एकीकृत स्वास्थ्य अनुसंधान के लिए एडवांस्ड सेंटर</p><p>एनीमिया पर मल्टीसेंटर क्लिनिकल ट्रायल की घोषणा</p><p><br /></p><p>आयुष मंत्रालय और आईसीएमआर के तहत सीसीआरएएस ने एनीमिया पर एक रिसर्च स्टडी की है, जिसका शीर्षक है "प्रजनन आयु वर्ग की गैर-गर्भवती महिलाओं में मध्यम आयरन की कमी वाले एनीमिया के उपचार में आयरन फोलिक एसिड की तुलना में अकेले पुनर्नवादि मंडूरा का असर और सुरक्षा और आयरन फोलिक एसिड की तुलना में द्रक्षावलेहा के साथ कॉम्बिनेशन": एक समुदाय-आधारित मल्टीसेंटर रैंडमाइज्ड कंट्रोल्ड ट्रायल।" स्टडी 8 अलग-अलग स्थानों अर्थात् "एमजीआईएमएस वर्धा, एम्स जोधपुर, एनआईटीएम बेंगलुरु, रिम्स रांची, केईएम अस्पताल अनुसंधान केंद्र, एम्स नई दिल्ली, एम्स भोपाल और एम्स बीबीनगर" पर किया जाएगा।</p><p><br /></p><p>आयुष स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के लिए भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानकों का शुभारंभ</p><p><br /></p><p>आयुष स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के लिए भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानकों का उद्देश्य समान मानक और गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे, मानव संसाधन, दवाओं आदि को निर्धारित करना है। इन मानकों को अपनाकर, राज्य और केंद्रशासित प्रदेश योग्य आबादी तक गुणवत्तापूर्ण आयुष स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं का विस्तार करने में सक्षम होंगे। मूल उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र के भीतर निवारक, प्रोत्साहन, उपचारात्मक, उपशामक और पुनर्वास सेवाओं को बढ़ाना है, जिसमें समझौता न करने वाली गुणवत्ता पर जोर दिया गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति (एनएचपी) 2017 का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत बहुलवाद का समावेश है।</p><p><br /></p><p>राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ के 27वें दीक्षांत समारोह एवं 29वें राष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन</p><p><br /></p><p>गुरु शिष्य परंपरा के तहत नामांकित लगभग 201 शिष्यों को सीआरएवी प्रमाणपत्र से सम्मानित किया जाएगा। प्रतिष्ठित वैद्यों को फेलो ऑफ आरएवी (एफआरएवी) से सम्मानित किया जाएगा और आयुर्वेद की बेहतरी में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रतिष्ठित वैद्यों को लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। 2024-25 बैच के नए सीआरएवी छात्रों के लिए शिशोपानन्या संस्कार (स्वागत समारोह) किया जाएगा। एक स्वास्थ्य/पोस्ट कोविड स्वास्थ्य प्रबंधन/आयुर्वेद के माध्यम से इम्युनिटी के लिए "आयुर्वेदो अमृतानम" आयुर्वेद पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन भी किया जाएगा।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-4694826565837203161.post-67764311215738400662024-03-02T18:32:00.003+05:302024-03-02T18:32:24.127+05:30मुख्यमंत्री योगी ने 1,100 अन्नपूर्णा भवनों का लोकार्पण किया <div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj1SbjsomGp1Y7OA5GDsG1aHtU2LCZ9Vw_jiTFrUvjODOJOSWh0z79HFfyfdqpNcFh2VqK3IkffXLStPDMPQhO4x3XaufNNlLt_slMSAFBQXvxlZfFVGZFNjVB6CzUx02W9YnOmnQrOPNYHyp-tFcphyphenhyphenE7o7wufwMY9m0QTewvv5c_iXLixsXZFNWNqTKNm/s1280/msg-1001803215294-47.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1,100 अन्नपूर्णा भवनों का लोकार्पण तथा 79,000 उचित दर दुकानों पर ई-वेइंग स्केल लिंक्ड ई-पॉस मशीनों के माध्यम से खाद्यान्न वितरण का शुभारम्भ किया उचित दर विक्रेताओं को अन्नपूर्णा भवनों की प्रतीकात्मक चाभी तथा लाभार्थियों को राशन किट प्रदान की संवेदनशील सरकार विकास भी करती, लोगों को सुरक्षा भी देती, उनके लिए समृद्धि का द्वार भी खोलती और गरीब कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी उपलब्ध कराती, डबल इंजन की सरकार डबल स्पीड के साथ इसी लक्ष्य से कार्य कर रही : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हम सभी प्रधानमंत्री जी के ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र को जमीनी धरातल पर उतरते हुए देख रहे आज बिना भेदभाव शासन की योजनाओं का लाभ हर नागरिक को मिल रहा, सुशासन का यही मॉडल रामराज्य की अवधारणा देश वही, लोग वही तथा सिस्टम भी वही, लेकिन प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश में कार्य संस्कृति बदली खाद्य एवं रसद विभाग ने तकनीक का उपयोग कर ई-पॉस मशीनों लगाकर तथा ई-वेईंग स्केल लिंक्ड ई-पॉस मशीनों के माध्यम से व्यापक रिफॉर्म किए, इसका लाभ प्रदेश के 15 करोड़ लोगों को प्राप्त हुआ अन्नपूर्णा भवन जरूरमंदों की सुविधा के लिए एक स्थान उपलब्ध कराने का नया मोदी मॉडल अन्नपूर्णा भवनों से जेनेरिक दवाएं तथा घरेलू सामान कम दाम में मिलेगा, इनमें कॉमन सर्विस सेन्टर की सुविधा भी होगी प्रदेश में हर व्यक्ति की फैमिली आई0डी0 तैयार की जा रही, इसके माध्यम से उन्हें शासन की योजनाओं से जोड़ा जाएगा राजस्व से जुड़े कार्यों के डिजिटाइजेशन की कार्यवाही अपने अन्तिम चरण में, तकनीक के माध्यम से विवाद समाप्त करने की दिशा में उ0प्र0 आगे बढ़ा पैमाइश की समस्या के समाधान के लिए अब जमीनों के कोऑर्डिनेट तय हो जाएंगे प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में शुरू किए गए सभी कार्यों को मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उ0प्र0 सबसे पहले जमीनी धरातल पर उतारता : उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य मुख्यमंत्री जी के दृढ़संकल्प से आज राशन वितरण प्रणाली को अत्याधुनिक बनाने के कार्य का लोकार्पण हुआ : खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि संवेदनशील सरकार विकास भी करती है, लोगों को सुरक्षा भी देती है, उनके लिए समृद्धि का द्वार भी खोलती है और गरीब कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी उपलब्ध कराती है। डबल इंजन की सरकार डबल स्पीड के साथ इसी लक्ष्य से कार्य कर रही है। आज 1,100 अन्नपूर्णा भवनों (मॉडल उचित दर दुकानों) का लोकार्पण हुआ है। शीघ्र ही इसे प्रदेश की सभी मॉडल उचित दर दुकानों के लिए लागू किया जाएगा। यह एक बहुत बड़ा कार्य है। मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन सभागार में प्रदेश में 1,100 अन्नपूर्णा भवनों (मॉडल उचित दर दुकानों) का लोकार्पण तथा लगभग 79,000 उचित दर दुकानों पर ई-वेइंग स्केल लिंक्ड ई-पॉस मशीनों के माध्यम से खाद्यान्न वितरण का शुभारम्भ करने के उपरान्त इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने 10 उचित दर विक्रेताओं को अन्नपूर्णा भवनों की प्रतीकात्मक चाभी प्रदान की। मुख्यमंत्री जी ने कुछ लाभार्थियों को प्रतीक स्वरूप राशन किट प्रदान की। कार्यक्रम में खाद्य एवं रसद विभाग की उपलब्धियों पर आधारित एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गयी। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम सभी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र को जमीनी धरातल पर उतरते हुए देख रहे हैं। आज बिना किसी भेदभाव के शासन की योजनाओं का लाभ हर नागरिक को मिल रहा है। यही सुशासन है। सुशासन का यही मॉडल रामराज्य की अवधारणा भी है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज से 04 वर्ष पूर्व दुनिया सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना से आतंकित और भयग्रस्त थी। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। यह दुनिया के लिए चिन्ता का विषय था कि 140 से 142 करोड़ भारतवासियों का क्या होगा। 25 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश के लिए भी यही चिंता थी। उस दौरान प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में निःशुल्क टेस्ट, उपचार, वैक्सीन और राशन की सुविधा लोगों को उपलब्ध करायी गई। मुख्यमंत्री जी ने अगले 05 वर्षां तक 80 करोड़ लोगों को पुनः निःशुल्क राशन सुविधा का लाभ दिए जाने के लिए प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश वही है, लोग वही हैं तथा सिस्टम भी वही है, लेकिन प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश में कार्य संस्कृति बदली है। आज इसके परिणाम हमें देखने को मिल रहे हैं। यही परिवर्तन है। बदली हुई कार्य संस्कृति का लाभ हमें चरणबद्ध रूप से मिला है। पहले हर जरूरतमंद के राशन कार्ड बनाए गए। हर फेयर प्राइज शॉप में ई-पॉस मशीनें लगायी गईं। इन शॉप को शासन के साथ एक व्यवस्था से जोड़ दिया गया। सिंगल स्टेज डोर स्टेप डिलीवरी के माध्यम से एफ0सी0आई0 गोदामों से राशन को सीधे राशन कोटे की दुकानों में पहुंचाने के महत्वपूर्ण निर्णय को लागू किया गया। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 के पूर्व राज्य में जरूरतमंदों को राशन मिलना एक चुनौती थी। उनके नाम पर दूसरे लोग राशन ले लेते थे। प्रदेश के कई जनपदों में भूख से मृत्यु भी होती थी। खाद्य एवं रसद विभाग ने तकनीक का उपयोग कर पहले ई-पॉस मशीनें लगाकर तथा अब ई-वेईंग स्केल लिंक्ड ई-पॉस मशीनों के माध्यम से व्यापक रिफॉर्म किए। इसका लाभ प्रदेश के 15 करोड़ लोगों को प्राप्त हुआ है। प्रदेश में भुखमरी की समस्या का समाधान हुआ। वर्तमान में सिंगल स्टेज डोर स्टेप डिलीवरी के माध्यम से एफ0सी0आई0 गोदामों से राशन निर्धारित कोटे की दुकानों तक पहुंचा है या नहीं इसकी मॉनिटरिंग लखनऊ से ही की जा रही है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज लोकार्पित किए गए अन्नपूर्णा भवन (मॉडल फेयर प्राइज शॉप) एक ही स्थान पर रहेंगे। किसी कारणवश कोटेदार के बदलने पर लोगों को अपने राशन के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। इसका लाभ यह भी होगा कि लोगों को यहां से राशन वितरण के साथ ही, जेनेरिक दवाएं तथा घरेलू सामान कम दाम में मिलेगा। इन अन्नपूर्णा भवनों में राशन को सुरक्षित रखने के लिए गोदाम भी रहेगा। इन भवनों में कॉमन सर्विस सेन्टर की सुविधा भी होगी, जहां से जन्म, मृत्यु, आयु, जाति सहित सभी प्रमाण पत्र एक जगह से बन जाएंगे। यह जरूरमंदों की सुविधा के लिए एक स्थान उपलब्ध कराने का एक नया मोदी मॉडल है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 से पूर्व, प्रदेश में मनरेगा में अनेक अनियमितताएं थीं। आज ग्राम्य विकास विभाग ने मनरेगा योजना से अन्नपूर्णा भवन बनाए हैं, जहां एक साथ कई प्रकार की सुविधाएं मिलेंगी। इससे गांवों में लोगों को रोजगार भी मिलेगा। ग्राम्य विकास विभाग और खाद्य रसद विभाग द्वारा यह कार्य मिलकर आगे बढ़ाया गया है। इसके माध्यम से प्रधानमंत्री जी के विजन को जमीनी धरातल पर उतारने का काम हो रहा है। इसका लाभ प्रदेश की जनता को होगा। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरकार शीघ्र ही कुछ बड़े कदम उठाने की तैयारी कर रही है। हर राशन कार्ड की आधार सीडिंग का कार्य चल रहा है। हाल ही में मोदी जी की गारन्टी वैन के माध्यम से ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ गांव-गांव गई थी। इसका उद्देश्य सेचुरेशन के लक्ष्य को प्राप्त करना था। जिन व्यक्तियों को शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिला था, उन्हें इसका लाभ दिलाने के लिए एक मैकेनिज्म बनाया गया। हर हाथ को काम, हर खेत को पानी, हर नौजवान को रोजगार की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए समयबद्ध तरीके से कार्यक्रम आगे बढ़ाए जा रहे हैं। प्रदेश में हर व्यक्ति की फैमिली आई0डी0 तैयार की जा रही है। इसके माध्यम से उन्हें शासन की योजनाओं से जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राजस्व से जुड़े कार्यों के डिजिटाइजेशन की कार्यवाही अपने अन्तिम चरण में है। लोगों को अपनी जमीनों के कागज देखने के लिए तहसीलों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। एक ही जगह बैठकर जमीन के कागजों की नकल निकाली जा सकेगी। इस प्रक्रिया को अगले चरण में वरासत तथा नामान्तरण के साथ जोड़ा जाएगा। प्रधानमंत्री जी ने पहले ही स्वामित्व योजना के माध्यम से गांव में जिसका जहां घर है, उस जमीन का मालिकाना अधिकार उसे दिया है। इसके साथ ही, सरकार एक बड़ा कदम और उठाने जा रही है। तकनीक के माध्यम से विवाद समाप्त करने की दिशा में उत्तर प्रदेश आगे बढ़ा है। इससे हर गरीब को लाभ होगा। पैमाइश की समस्या के समाधान के लिए अब जमीनों के कोऑर्डिनेट तय हो जाएंगे। इससे कोई जमीन का घपला नहीं कर पाएगा। अब जरीब को इधर-उधर करने की जरूरत नहीं होगी। एक ही जगह बैठकर यह तय हो जाएगा कि किसकी कितनी जमीन है और कहां पर हैं। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में शुरू किए गए सभी कार्यों को मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सबसे पहले जमीनी धरातल पर उतारता है। आज उत्तर प्रदेश अनेक केन्द्रीय योजनाओं में प्रथम स्थान पर है। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश सफलता की नई ऊंचाईयां पर पहुंचा है। पहले मनरेगा का मतलब भ्रष्टाचार होता था। आज मनरेगा से मॉडल उचित दर दुकानों का निर्माण हो रहा है। इन दुकानों से अनेक सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी। खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री श्री सतीश चन्द्र शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने रिफार्म, परफॉर्म तथा ट्रांसफार्म के मंत्र से समाज में परिवर्तन की ज्योति जलायी है। यह उत्तर प्रदेश को जगमग कर रही है। मुख्यमंत्री जी के दृढ़संकल्प से आज राशन वितरण प्रणाली को अत्याधुनिक बनाने के कार्य का लोकार्पण हुआ है। मुख्यमंत्री जी के निर्देशन में सभी लाभार्थियों को उनके अधिकार की प्राप्ति सुनिश्चित की जा रही है। इस अवसर पर ग्राम्य विकास राज्य मंत्री श्रीमती विजय लक्ष्मी गौतम, मुख्य सचिव श्री दुर्गाशंकर मिश्र, प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद श्री आलोक कुमार, खाद्य आयुक्त श्री सौरभ बाबू सहित वरिष्ठ अधिकारी, उचित दर विक्रेता तथा लाभार्थी उपस्थित थे।" border="0" data-original-height="853" data-original-width="1280" height="213" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj1SbjsomGp1Y7OA5GDsG1aHtU2LCZ9Vw_jiTFrUvjODOJOSWh0z79HFfyfdqpNcFh2VqK3IkffXLStPDMPQhO4x3XaufNNlLt_slMSAFBQXvxlZfFVGZFNjVB6CzUx02W9YnOmnQrOPNYHyp-tFcphyphenhyphenE7o7wufwMY9m0QTewvv5c_iXLixsXZFNWNqTKNm/w320-h213/msg-1001803215294-47.jpg" width="320" /></a></div><p>मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1,100 अन्नपूर्णा भवनों का लोकार्पण तथा 79,000 उचित दर दुकानों पर ई-वेइंग स्केल लिंक्ड ई-पॉस मशीनों के माध्यम से खाद्यान्न वितरण का शुभारम्भ किया </p><p>उचित दर विक्रेताओं को अन्नपूर्णा भवनों की प्रतीकात्मक चाभी तथा लाभार्थियों को राशन किट प्रदान की</p><p>संवेदनशील सरकार विकास भी करती, लोगों को सुरक्षा भी देती, उनके लिए समृद्धि का द्वार भी खोलती और गरीब कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी उपलब्ध कराती, डबल इंजन की सरकार डबल स्पीड के साथ इसी लक्ष्य से कार्य कर रही : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ</p><p>हम सभी प्रधानमंत्री जी के ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र को जमीनी धरातल पर उतरते हुए देख रहे</p><p> आज बिना भेदभाव शासन की योजनाओं का लाभ हर नागरिक को मिल रहा, सुशासन का यही मॉडल रामराज्य की अवधारणा</p><p>देश वही, लोग वही तथा सिस्टम भी वही, लेकिन प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश में कार्य संस्कृति बदली </p><p>खाद्य एवं रसद विभाग ने तकनीक का उपयोग कर ई-पॉस मशीनों लगाकर तथा ई-वेईंग स्केल लिंक्ड ई-पॉस मशीनों के माध्यम से व्यापक रिफॉर्म किए, इसका लाभ प्रदेश के 15 करोड़ लोगों को प्राप्त हुआ</p><p>अन्नपूर्णा भवन जरूरमंदों की सुविधा के लिए एक स्थान उपलब्ध कराने का नया मोदी मॉडल</p><p>अन्नपूर्णा भवनों से जेनेरिक दवाएं तथा घरेलू सामान कम दाम में मिलेगा, इनमें कॉमन सर्विस सेन्टर की सुविधा भी होगी</p><p>प्रदेश में हर व्यक्ति की फैमिली आई0डी0 तैयार की जा रही, इसके माध्यम से उन्हें शासन की योजनाओं से जोड़ा जाएगा</p><p>राजस्व से जुड़े कार्यों के डिजिटाइजेशन की कार्यवाही अपने अन्तिम चरण में, तकनीक के माध्यम से विवाद समाप्त करने की दिशा में उ0प्र0 आगे बढ़ा </p><p>पैमाइश की समस्या के समाधान के लिए अब जमीनों के कोऑर्डिनेट तय हो जाएंगे</p><p>प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में शुरू किए गए सभी कार्यों को मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उ0प्र0 सबसे पहले जमीनी धरातल पर उतारता : उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य</p><p>मुख्यमंत्री जी के दृढ़संकल्प से आज राशन वितरण प्रणाली को अत्याधुनिक बनाने के कार्य का लोकार्पण हुआ : खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री</p><p> लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि संवेदनशील सरकार विकास भी करती है, लोगों को सुरक्षा भी देती है, उनके लिए समृद्धि का द्वार भी खोलती है और गरीब कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी उपलब्ध कराती है। डबल इंजन की सरकार डबल स्पीड के साथ इसी लक्ष्य से कार्य कर रही है। आज 1,100 अन्नपूर्णा भवनों (मॉडल उचित दर दुकानों) का लोकार्पण हुआ है। शीघ्र ही इसे प्रदेश की सभी मॉडल उचित दर दुकानों के लिए लागू किया जाएगा। यह एक बहुत बड़ा कार्य है।</p><p>मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन सभागार में प्रदेश में 1,100 अन्नपूर्णा भवनों (मॉडल उचित दर दुकानों) का लोकार्पण तथा लगभग 79,000 उचित दर दुकानों पर ई-वेइंग स्केल लिंक्ड ई-पॉस मशीनों के माध्यम से खाद्यान्न वितरण का शुभारम्भ करने के उपरान्त इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने 10 उचित दर विक्रेताओं को अन्नपूर्णा भवनों की प्रतीकात्मक चाभी प्रदान की। मुख्यमंत्री जी ने कुछ लाभार्थियों को प्रतीक स्वरूप राशन किट प्रदान की। कार्यक्रम में खाद्य एवं रसद विभाग की उपलब्धियों पर आधारित एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गयी।</p><p>मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम सभी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र को जमीनी धरातल पर उतरते हुए देख रहे हैं। आज बिना किसी भेदभाव के शासन की योजनाओं का लाभ हर नागरिक को मिल रहा है। यही सुशासन है। सुशासन का यही मॉडल रामराज्य की अवधारणा भी है।</p><p>मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज से 04 वर्ष पूर्व दुनिया सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना से आतंकित और भयग्रस्त थी। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। यह दुनिया के लिए चिन्ता का विषय था कि 140 से 142 करोड़ भारतवासियों का क्या होगा। 25 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश के लिए भी यही चिंता थी। उस दौरान प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में निःशुल्क टेस्ट, उपचार, वैक्सीन और राशन की सुविधा लोगों को उपलब्ध करायी गई। मुख्यमंत्री जी ने अगले 05 वर्षां तक 80 करोड़ लोगों को पुनः निःशुल्क राशन सुविधा का लाभ दिए जाने के लिए प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त किया।</p><p>मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश वही है, लोग वही हैं तथा सिस्टम भी वही है, लेकिन प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश में कार्य संस्कृति बदली है। आज इसके परिणाम हमें देखने को मिल रहे हैं। यही परिवर्तन है। बदली हुई कार्य संस्कृति का लाभ हमें चरणबद्ध रूप से मिला है। पहले हर जरूरतमंद के राशन कार्ड बनाए गए। हर फेयर प्राइज शॉप में ई-पॉस मशीनें लगायी गईं। इन शॉप को शासन के साथ एक व्यवस्था से जोड़ दिया गया। सिंगल स्टेज डोर स्टेप डिलीवरी के माध्यम से एफ0सी0आई0 गोदामों से राशन को सीधे राशन कोटे की दुकानों में पहुंचाने के महत्वपूर्ण निर्णय को लागू किया गया। </p><p>मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 के पूर्व राज्य में जरूरतमंदों को राशन मिलना एक चुनौती थी। उनके नाम पर दूसरे लोग राशन ले लेते थे। प्रदेश के कई जनपदों में भूख से मृत्यु भी होती थी। खाद्य एवं रसद विभाग ने तकनीक का उपयोग कर पहले ई-पॉस मशीनें लगाकर तथा अब ई-वेईंग स्केल लिंक्ड ई-पॉस मशीनों के माध्यम से व्यापक रिफॉर्म किए। इसका लाभ प्रदेश के 15 करोड़ लोगों को प्राप्त हुआ है। प्रदेश में भुखमरी की समस्या का समाधान हुआ। वर्तमान में सिंगल स्टेज डोर स्टेप डिलीवरी के माध्यम से एफ0सी0आई0 गोदामों से राशन निर्धारित कोटे की दुकानों तक पहुंचा है या नहीं इसकी मॉनिटरिंग लखनऊ से ही की जा रही है। </p><p>मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज लोकार्पित किए गए अन्नपूर्णा भवन (मॉडल फेयर प्राइज शॉप) एक ही स्थान पर रहेंगे। किसी कारणवश कोटेदार के बदलने पर लोगों को अपने राशन के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। इसका लाभ यह भी होगा कि लोगों को यहां से राशन वितरण के साथ ही, जेनेरिक दवाएं तथा घरेलू सामान कम दाम में मिलेगा। इन अन्नपूर्णा भवनों में राशन को सुरक्षित रखने के लिए गोदाम भी रहेगा। इन भवनों में कॉमन सर्विस सेन्टर की सुविधा भी होगी, जहां से जन्म, मृत्यु, आयु, जाति सहित सभी प्रमाण पत्र एक जगह से बन जाएंगे। यह जरूरमंदों की सुविधा के लिए एक स्थान उपलब्ध कराने का एक नया मोदी मॉडल है। </p><p>मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 से पूर्व, प्रदेश में मनरेगा में अनेक अनियमितताएं थीं। आज ग्राम्य विकास विभाग ने मनरेगा योजना से अन्नपूर्णा भवन बनाए हैं, जहां एक साथ कई प्रकार की सुविधाएं मिलेंगी। इससे गांवों में लोगों को रोजगार भी मिलेगा। ग्राम्य विकास विभाग और खाद्य रसद विभाग द्वारा यह कार्य मिलकर आगे बढ़ाया गया है। इसके माध्यम से प्रधानमंत्री जी के विजन को जमीनी धरातल पर उतारने का काम हो रहा है। इसका लाभ प्रदेश की जनता को होगा। </p><p>मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरकार शीघ्र ही कुछ बड़े कदम उठाने की तैयारी कर रही है। हर राशन कार्ड की आधार सीडिंग का कार्य चल रहा है। हाल ही में मोदी जी की गारन्टी वैन के माध्यम से ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ गांव-गांव गई थी। इसका उद्देश्य सेचुरेशन के लक्ष्य को प्राप्त करना था। जिन व्यक्तियों को शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिला था, उन्हें इसका लाभ दिलाने के लिए एक मैकेनिज्म बनाया गया। हर हाथ को काम, हर खेत को पानी, हर नौजवान को रोजगार की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए समयबद्ध तरीके से कार्यक्रम आगे बढ़ाए जा रहे हैं। प्रदेश में हर व्यक्ति की फैमिली आई0डी0 तैयार की जा रही है। इसके माध्यम से उन्हें शासन की योजनाओं से जोड़ा जाएगा। </p><p>मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राजस्व से जुड़े कार्यों के डिजिटाइजेशन की कार्यवाही अपने अन्तिम चरण में है। लोगों को अपनी जमीनों के कागज देखने के लिए तहसीलों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। एक ही जगह बैठकर जमीन के कागजों की नकल निकाली जा सकेगी। इस प्रक्रिया को अगले चरण में वरासत तथा नामान्तरण के साथ जोड़ा जाएगा। प्रधानमंत्री जी ने पहले ही स्वामित्व योजना के माध्यम से गांव में जिसका जहां घर है, उस जमीन का मालिकाना अधिकार उसे दिया है। इसके साथ ही, सरकार एक बड़ा कदम और उठाने जा रही है। तकनीक के माध्यम से विवाद समाप्त करने की दिशा में उत्तर प्रदेश आगे बढ़ा है। इससे हर गरीब को लाभ होगा। पैमाइश की समस्या के समाधान के लिए अब जमीनों के कोऑर्डिनेट तय हो जाएंगे। इससे कोई जमीन का घपला नहीं कर पाएगा। अब जरीब को इधर-उधर करने की जरूरत नहीं होगी। एक ही जगह बैठकर यह तय हो जाएगा कि किसकी कितनी जमीन है और कहां पर हैं। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में शुरू किए गए सभी कार्यों को मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सबसे पहले जमीनी धरातल पर उतारता है। आज उत्तर प्रदेश अनेक केन्द्रीय योजनाओं में प्रथम स्थान पर है। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश सफलता की नई ऊंचाईयां पर पहुंचा है। पहले मनरेगा का मतलब भ्रष्टाचार होता था। आज मनरेगा से मॉडल उचित दर दुकानों का निर्माण हो रहा है। इन दुकानों से अनेक सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी।</p><p>खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री श्री सतीश चन्द्र शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने रिफार्म, परफॉर्म तथा ट्रांसफार्म के मंत्र से समाज में परिवर्तन की ज्योति जलायी है। यह उत्तर प्रदेश को जगमग कर रही है। मुख्यमंत्री जी के दृढ़संकल्प से आज राशन वितरण प्रणाली को अत्याधुनिक बनाने के कार्य का लोकार्पण हुआ है। मुख्यमंत्री जी के निर्देशन में सभी लाभार्थियों को उनके अधिकार की प्राप्ति सुनिश्चित की जा रही है।</p><p>इस अवसर पर ग्राम्य विकास राज्य मंत्री श्रीमती विजय लक्ष्मी गौतम, मुख्य सचिव श्री दुर्गाशंकर मिश्र, प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद श्री आलोक कुमार, खाद्य आयुक्त श्री सौरभ बाबू सहित वरिष्ठ अधिकारी, उचित दर विक्रेता तथा लाभार्थी उपस्थित थे।</p>Journalist Anil Prabhakarhttp://www.blogger.com/profile/03345061866249567741noreply@blogger.com0