परिवार नियोजन सामग्री के डाटा में सुधार के लिए कैमिस्ट एसोसिएशन भी करेगा सहयोग

परिवार नियोजन सामग्री के डाटा में सुधार के लिए कैमिस्ट एसोसिएशन भी करेगा सहयोग  परिवार नियोजन में भागीदारी पर कैमिस्ट एसोसिएशन के साथ मंथन किया गया    जालौन : परिवार नियोजन सेवाओं की बेहतरी के लिए फार्मेसी विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। समुदाय स्तर पर परिवार नियोजन को बढ़ावा देने इसके प्रति जागरूकता लाने और इसकी स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। इसी क्रम में  पापुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल (पीएसआई) इंडिया की ओर से एक कार्यशाला का आयोजन एक होटल में किया गया। मंगलवार को ड्रग इंस्पेक्टर देवयानी दुबे की अध्यक्षता में आयोजित परिवार नियोजन कार्यशाला में संस्था की ओर से जनपद में गर्भनिरोधक साधनों को जन समुदाय तक पहुंचाने में केमिस्ट एसोसिएशन से सहयोग की अपेक्षा की गई। इस पर ड्रग एंड केमिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सहयोग का आश्वासन दिया।    संरक्षक शशिकांत निगौतिया, महामंत्री उदयकरन प्रजापति और अध्यक्ष देवेंद्र सेठ  ने किशोरावस्था में गर्भनिरोधक साधन अपनाने तथा उनकी जानकारी रखने में आने वाली कठिनाइयों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि गर्भनिरोधक साधनों के उपयोग में जितना निजी अस्पतालों का योगदान है उतना ही पब्लिक फार्मेसी करें तो जनपद का हेल्थ इंडिकेटर और बेहतर हो सकता है।     उन्होंने आश्वासन दिया की फार्मेसी की ओर से दिया जाने वाला रिकॉर्ड प्रतिमाह मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय को उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि परिवार में खुशहाली लाने के साथ ही तमाम तरह की शारीरिक परेशानियों से निजात दिलाने में नए अस्थायी गर्भनिरोधक साधनों की अहम भूमिका है। बार-बार गर्भपात, अस्पताल के चक्कर लगाने, कमजोर होती सेहत जैसी दिक्कतों से निजात पाने और परिवार में खुशहाली लाने के लिए परिवार नियोजन के नए साधन अपनाने में ही समझदारी है।    पीएसआई इंडिया के प्रतिनिधि शरद श्रीवास्तव ने बताया कि परिवार नियोजन और अन्य गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए इस तरह की बैठकें करने की जरूरत है। परिवार नियोजन में केमिस्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। उन्होंने बताया कि  मेडिकल स्टोर पर दवा लेने के लिए हर समुदाय के लोग आते हैं। ऐसे में उनको परिवार नियोजन के बारे में जागरूक किया जाए तो इसके बेहतर परिणाम आ सकते है। सरकार का फोकस भी परिवार नियोजन पर है।     ड्रग इंस्पेक्टर देवयानी दुबे ने ड्रगिस्ट और कैमिस्ट को निर्देशित किया कि मांगे गए डाटा को ससमय उपलब्ध कराए। इससे आंकड़ों में सुधार हो सके। इस दौरान नोडल अधिकारी परिवार कल्याण डा. एसडी चौधरी, पीएसआई से चौब सिंह, डा. जितेंद्र कुमार, डाा. अरुण कुमार, आलोक मिश्रा, अर​विंद सिंह, संजीव चंदेरिया, ज्ञानप्रकाश पांडेय, विनय कुमार, पवन तिवारी  समेत बड़ी संख्या में दवा व्यापारियों ने भाग लिया।
परिवार नियोजन सामग्री के डाटा में सुधार के लिए कैमिस्ट एसोसिएशन भी करेगा सहयोग  परिवार नियोजन में भागीदारी पर कैमिस्ट एसोसिएशन के साथ मंथन किया गया    जालौन : परिवार नियोजन सेवाओं की बेहतरी के लिए फार्मेसी विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। समुदाय स्तर पर परिवार नियोजन को बढ़ावा देने इसके प्रति जागरूकता लाने और इसकी स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। इसी क्रम में  पापुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल (पीएसआई) इंडिया की ओर से एक कार्यशाला का आयोजन एक होटल में किया गया। मंगलवार को ड्रग इंस्पेक्टर देवयानी दुबे की अध्यक्षता में आयोजित परिवार नियोजन कार्यशाला में संस्था की ओर से जनपद में गर्भनिरोधक साधनों को जन समुदाय तक पहुंचाने में केमिस्ट एसोसिएशन से सहयोग की अपेक्षा की गई। इस पर ड्रग एंड केमिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सहयोग का आश्वासन दिया।    संरक्षक शशिकांत निगौतिया, महामंत्री उदयकरन प्रजापति और अध्यक्ष देवेंद्र सेठ  ने किशोरावस्था में गर्भनिरोधक साधन अपनाने तथा उनकी जानकारी रखने में आने वाली कठिनाइयों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि गर्भनिरोधक साधनों के उपयोग में जितना निजी अस्पतालों का योगदान है उतना ही पब्लिक फार्मेसी करें तो जनपद का हेल्थ इंडिकेटर और बेहतर हो सकता है।     उन्होंने आश्वासन दिया की फार्मेसी की ओर से दिया जाने वाला रिकॉर्ड प्रतिमाह मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय को उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि परिवार में खुशहाली लाने के साथ ही तमाम तरह की शारीरिक परेशानियों से निजात दिलाने में नए अस्थायी गर्भनिरोधक साधनों की अहम भूमिका है। बार-बार गर्भपात, अस्पताल के चक्कर लगाने, कमजोर होती सेहत जैसी दिक्कतों से निजात पाने और परिवार में खुशहाली लाने के लिए परिवार नियोजन के नए साधन अपनाने में ही समझदारी है।    पीएसआई इंडिया के प्रतिनिधि शरद श्रीवास्तव ने बताया कि परिवार नियोजन और अन्य गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए इस तरह की बैठकें करने की जरूरत है। परिवार नियोजन में केमिस्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। उन्होंने बताया कि  मेडिकल स्टोर पर दवा लेने के लिए हर समुदाय के लोग आते हैं। ऐसे में उनको परिवार नियोजन के बारे में जागरूक किया जाए तो इसके बेहतर परिणाम आ सकते है। सरकार का फोकस भी परिवार नियोजन पर है।     ड्रग इंस्पेक्टर देवयानी दुबे ने ड्रगिस्ट और कैमिस्ट को निर्देशित किया कि मांगे गए डाटा को ससमय उपलब्ध कराए। इससे आंकड़ों में सुधार हो सके। इस दौरान नोडल अधिकारी परिवार कल्याण डा. एसडी चौधरी, पीएसआई से चौब सिंह, डा. जितेंद्र कुमार, डाा. अरुण कुमार, आलोक मिश्रा, अर​विंद सिंह, संजीव चंदेरिया, ज्ञानप्रकाश पांडेय, विनय कुमार, पवन तिवारी  समेत बड़ी संख्या में दवा व्यापारियों ने भाग लिया।
परिवार नियोजन सामग्री के डाटा में सुधार के लिए कैमिस्ट एसोसिएशन भी करेगा सहयोग  परिवार नियोजन में भागीदारी पर कैमिस्ट एसोसिएशन के साथ मंथन किया गया    जालौन : परिवार नियोजन सेवाओं की बेहतरी के लिए फार्मेसी विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। समुदाय स्तर पर परिवार नियोजन को बढ़ावा देने इसके प्रति जागरूकता लाने और इसकी स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। इसी क्रम में  पापुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल (पीएसआई) इंडिया की ओर से एक कार्यशाला का आयोजन एक होटल में किया गया। मंगलवार को ड्रग इंस्पेक्टर देवयानी दुबे की अध्यक्षता में आयोजित परिवार नियोजन कार्यशाला में संस्था की ओर से जनपद में गर्भनिरोधक साधनों को जन समुदाय तक पहुंचाने में केमिस्ट एसोसिएशन से सहयोग की अपेक्षा की गई। इस पर ड्रग एंड केमिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सहयोग का आश्वासन दिया।    संरक्षक शशिकांत निगौतिया, महामंत्री उदयकरन प्रजापति और अध्यक्ष देवेंद्र सेठ  ने किशोरावस्था में गर्भनिरोधक साधन अपनाने तथा उनकी जानकारी रखने में आने वाली कठिनाइयों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि गर्भनिरोधक साधनों के उपयोग में जितना निजी अस्पतालों का योगदान है उतना ही पब्लिक फार्मेसी करें तो जनपद का हेल्थ इंडिकेटर और बेहतर हो सकता है।     उन्होंने आश्वासन दिया की फार्मेसी की ओर से दिया जाने वाला रिकॉर्ड प्रतिमाह मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय को उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि परिवार में खुशहाली लाने के साथ ही तमाम तरह की शारीरिक परेशानियों से निजात दिलाने में नए अस्थायी गर्भनिरोधक साधनों की अहम भूमिका है। बार-बार गर्भपात, अस्पताल के चक्कर लगाने, कमजोर होती सेहत जैसी दिक्कतों से निजात पाने और परिवार में खुशहाली लाने के लिए परिवार नियोजन के नए साधन अपनाने में ही समझदारी है।    पीएसआई इंडिया के प्रतिनिधि शरद श्रीवास्तव ने बताया कि परिवार नियोजन और अन्य गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए इस तरह की बैठकें करने की जरूरत है। परिवार नियोजन में केमिस्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। उन्होंने बताया कि  मेडिकल स्टोर पर दवा लेने के लिए हर समुदाय के लोग आते हैं। ऐसे में उनको परिवार नियोजन के बारे में जागरूक किया जाए तो इसके बेहतर परिणाम आ सकते है। सरकार का फोकस भी परिवार नियोजन पर है।     ड्रग इंस्पेक्टर देवयानी दुबे ने ड्रगिस्ट और कैमिस्ट को निर्देशित किया कि मांगे गए डाटा को ससमय उपलब्ध कराए। इससे आंकड़ों में सुधार हो सके। इस दौरान नोडल अधिकारी परिवार कल्याण डा. एसडी चौधरी, पीएसआई से चौब सिंह, डा. जितेंद्र कुमार, डाा. अरुण कुमार, आलोक मिश्रा, अर​विंद सिंह, संजीव चंदेरिया, ज्ञानप्रकाश पांडेय, विनय कुमार, पवन तिवारी  समेत बड़ी संख्या में दवा व्यापारियों ने भाग लिया।

परिवार नियोजन सामग्री के डाटा में सुधार के लिए कैमिस्ट एसोसिएशन भी करेगा सहयोग

परिवार नियोजन में भागीदारी पर कैमिस्ट एसोसिएशन के साथ मंथन किया गया


जालौन : परिवार नियोजन सेवाओं की बेहतरी के लिए फार्मेसी विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। समुदाय स्तर पर परिवार नियोजन को बढ़ावा देने इसके प्रति जागरूकता लाने और इसकी स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। इसी क्रम में  पापुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल (पीएसआई) इंडिया की ओर से एक कार्यशाला का आयोजन एक होटल में किया गया। मंगलवार को ड्रग इंस्पेक्टर देवयानी दुबे की अध्यक्षता में आयोजित परिवार नियोजन कार्यशाला में संस्था की ओर से जनपद में गर्भनिरोधक साधनों को जन समुदाय तक पहुंचाने में केमिस्ट एसोसिएशन से सहयोग की अपेक्षा की गई। इस पर ड्रग एंड केमिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सहयोग का आश्वासन दिया।


संरक्षक शशिकांत निगौतिया, महामंत्री उदयकरन प्रजापति और अध्यक्ष देवेंद्र सेठ  ने किशोरावस्था में गर्भनिरोधक साधन अपनाने तथा उनकी जानकारी रखने में आने वाली कठिनाइयों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि गर्भनिरोधक साधनों के उपयोग में जितना निजी अस्पतालों का योगदान है उतना ही पब्लिक फार्मेसी करें तो जनपद का हेल्थ इंडिकेटर और बेहतर हो सकता है।


 उन्होंने आश्वासन दिया की फार्मेसी की ओर से दिया जाने वाला रिकॉर्ड प्रतिमाह मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय को उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि परिवार में खुशहाली लाने के साथ ही तमाम तरह की शारीरिक परेशानियों से निजात दिलाने में नए अस्थायी गर्भनिरोधक साधनों की अहम भूमिका है। बार-बार गर्भपात, अस्पताल के चक्कर लगाने, कमजोर होती सेहत जैसी दिक्कतों से निजात पाने और परिवार में खुशहाली लाने के लिए परिवार नियोजन के नए साधन अपनाने में ही समझदारी है।


पीएसआई इंडिया के प्रतिनिधि शरद श्रीवास्तव ने बताया कि परिवार नियोजन और अन्य गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए इस तरह की बैठकें करने की जरूरत है। परिवार नियोजन में केमिस्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। उन्होंने बताया कि  मेडिकल स्टोर पर दवा लेने के लिए हर समुदाय के लोग आते हैं। ऐसे में उनको परिवार नियोजन के बारे में जागरूक किया जाए तो इसके बेहतर परिणाम आ सकते है। सरकार का फोकस भी परिवार नियोजन पर है। 


ड्रग इंस्पेक्टर देवयानी दुबे ने ड्रगिस्ट और कैमिस्ट को निर्देशित किया कि मांगे गए डाटा को ससमय उपलब्ध कराए। इससे आंकड़ों में सुधार हो सके। इस दौरान नोडल अधिकारी परिवार कल्याण डा. एसडी चौधरी, पीएसआई से चौब सिंह, डा. जितेंद्र कुमार, डाा. अरुण कुमार, आलोक मिश्रा, अर​विंद सिंह, संजीव चंदेरिया, ज्ञानप्रकाश पांडेय, विनय कुमार, पवन तिवारी  समेत बड़ी संख्या में दवा व्यापारियों ने भाग लिया।

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Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS