जालौन : क्षय रोग के खात्मे के लिए जन सहभागिता जरूरी : सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा

क्षय रोगियों को गोद लेने की मुहिम से जुड़ रहे लोग  जिले में अब तक 600  क्षय रोगी लिए जा चुके हैं गोद  क्षय रोग के खात्मे के लिए जन सहभागिता जरूरी : सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा    जालौन : क्षय रोग यानि टीबी के खात्मे के लिए जनसहभागिता बहुत जरूरी है।  इसकेसाथ ही क्षय रोग के बारे में जहाँ एक ओर लोगों में जागरूकताजरूरी है वहीँ दूसरी ओर  जो लोग सक्षम और संपन्न हैं, वह क्षय रोगियों को गोद लेकर उन्हें क्षय रोग सेमुक्त बनाने के लिए आगे आएं । यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनडी शर्मा का।    जिला क्षय रोग अधिकारी डा. सुग्रीव बाबू ने बताया कि सरकार की ओर से वर्ष 2025 तक देश को क्षय मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इस दिशा में कई कदम उठाए गए हैं।  इसी क्रम में निजी संस्थान, सामाजिक कार्यकर्ता टीबी रोगियों को गोद लेकर उनके इलाज में मदद कर सकते हैं। गोद लिए गए व्यक्ति को पोषण, उपचार और अन्य सहायता दी जाती है। उन्होंने बताया कि शासन के निर्देश के क्रम में जिले में अब तक600क्षय रोगियों को गोद लिया जा चुका है। इसमें जिला स्तरीय अधिकारियों ने 184 क्षय रोगियों को गोद लिया है।  स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने 66 टीबी रोगियों को गोद लेकर उनके इलाज की जिम्मेदारी ली है। इसी तरह समाजसेवी संगठनों की ओर से 206 क्षय रोगियों को गोद लिया गया है। रेडक्रास सोसाइटी के पदाधिकारियों ने 130 रोगियों को गोद लिया है। इसके अलावा प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों ने भी 14 रोगियों को गोद लिया है। उन्होंने बताया कि इस समय जिले में 1424 क्षय रोगी उपचाराधीन हैं, जिन्हें इलाज के साथ हर महीने पांच सौ रुपये पोषण राशि निक्षय पोर्टल के माध्यम से दी जा रही है। उन्होंनेबताया कि जो व्यक्ति क्षय रोगियों को गोद लेते हैं, वह क्षय रोगियों की देखरेख करते हैं। उन्होंनेकहा कि क्षय रोगियों के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए। क्षय रोग लाइजाज नहीं है। समय से इलाज लेने पर क्षय रोग पूरी तरह ठीक हो सकता है।    टीबी के लक्षण  दो सप्ताह से अधिक समय से  खांसी आना  खांसी के साथ खून का आना  सीने में दर्द, सांस लेते समय दर्द  तेजी से वजन कम होना  रात में पसीना आना  बहुत जल्दी थकान हो जाना
सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा

क्षय रोगियों को गोद लेने की मुहिम से जुड़ रहे लोग

जिले में अब तक 600  क्षय रोगी लिए जा चुके हैं गोद

क्षय रोग के खात्मे के लिए जन सहभागिता जरूरी : सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा


जालौन : क्षय रोग यानि टीबी के खात्मे के लिए जनसहभागिता बहुत जरूरी है।  इसकेसाथ ही क्षय रोग के बारे में जहाँ एक ओर लोगों में जागरूकताजरूरी है वहीँ दूसरी ओर  जो लोग सक्षम और संपन्न हैं, वह क्षय रोगियों को गोद लेकर उन्हें क्षय रोग सेमुक्त बनाने के लिए आगे आएं । यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनडी शर्मा का।


जिला क्षय रोग अधिकारी डा. सुग्रीव बाबू ने बताया कि सरकार की ओर से वर्ष 2025 तक देश को क्षय मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इस दिशा में कई कदम उठाए गए हैं।  इसी क्रम में निजी संस्थान, सामाजिक कार्यकर्ता टीबी रोगियों को गोद लेकर उनके इलाज में मदद कर सकते हैं। गोद लिए गए व्यक्ति को पोषण, उपचार और अन्य सहायता दी जाती है। उन्होंने बताया कि शासन के निर्देश के क्रम में जिले में अब तक600क्षय रोगियों को गोद लिया जा चुका है। इसमें जिला स्तरीय अधिकारियों ने 184 क्षय रोगियों को गोद लिया है।  स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने 66 टीबी रोगियों को गोद लेकर उनके इलाज की जिम्मेदारी ली है। इसी तरह समाजसेवी संगठनों की ओर से 206 क्षय रोगियों को गोद लिया गया है। रेडक्रास सोसाइटी के पदाधिकारियों ने 130 रोगियों को गोद लिया है। इसके अलावा प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों ने भी 14 रोगियों को गोद लिया है। उन्होंने बताया कि इस समय जिले में 1424 क्षय रोगी उपचाराधीन हैं, जिन्हें इलाज के साथ हर महीने पांच सौ रुपये पोषण राशि निक्षय पोर्टल के माध्यम से दी जा रही है। उन्होंनेबताया कि जो व्यक्ति क्षय रोगियों को गोद लेते हैं, वह क्षय रोगियों की देखरेख करते हैं। उन्होंनेकहा कि क्षय रोगियों के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए। क्षय रोग लाइजाज नहीं है। समय से इलाज लेने पर क्षय रोग पूरी तरह ठीक हो सकता है।


टीबी के लक्षण

दो सप्ताह से अधिक समय से  खांसी आना

खांसी के साथ खून का आना

सीने में दर्द, सांस लेते समय दर्द

तेजी से वजन कम होना

रात में पसीना आना

बहुत जल्दी थकान हो जाना

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Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS