जालौन : लावारिश किशोरी को 4 दिन में घर पहुंचाया

जालौन : लावारिश किशोरी को 4 दिन में घर पहुंचाया

जालौन : लावारिस मिली मानसिक अस्वस्थ  किशोरी को चाइल्ड लाइन की टीम ने चार दिन की मशक्कत के बाद उसके माता पिता तक पहुंचा दिया। बेटी को सुरक्षित पाकर माता पिता के आंखें खुशी से नम हो गई।

चाइल्ड लाइन के जिला समन्वयक शिवमंगल सिंह ने बताया कि लापता बालक बालिकाओं को उनके अभिभावकों से मिलवाने के लिए चाइल्ड लाइन की टीम समर्पण से काम कर रही है।  ऐसा ही एक मामला चार दिन पहले सामने आया। कोंच पुलिस ने एक लापता किशोरी को 13 मई को चाइल्ड लाइन के हवाले किया। जो अपने घरबार के बारे में कुछ बता नहीं पा रही थी।  चाइल्ड लाइन की टीम ने आफिस लाकर जब किशोरी से जानकारी की लेने का प्रयास किया परांत उसकी मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह कुछ बता नहीं पा रही थी। उसने अपने घर के बारे में बताया कि वह झांसी रहने वाली हैं। टीम ने वहां उसके माता पिता की खोज खबर कराई लेकिन कुछ पता नहीं चला। इस बीच वह खाने पीने में भी आनाकानी करती थी। उसे संभालने में चाइल्ड लाइन टीम की आरती और कशिश को खासी मशक्कत करनी पड़ी। आज चाइल्ड लाइन की टीम उसे शैल्टर होम भेजने के लिए अदालत से परमीशन कराने गई थी तभी  संयोग से वहां हरदोई गूर्जर गांव का एक युवक मिल गयाI  जिसने किशोरी को पहचान लिया और बताया कि यह लड़की तो उसी के गांव की है। चाइल्ड लाइन की टीम ने उसके माता पिता का नाम पूंछकर हरदोई गूर्जर में उसके घर संदेश पहुंचाया गया। बाद में जब वे उसे लेने के लिए चाइल्ड लाइन के कार्यालय में आये तो एक बार फिर पशोपेश की स्थिति पैदा हो गई क्योंकि किशोरी विक्षिप्तता के कारण उन्हें पहचान नहीं पा रही थी। इसके लिए फिर चाइल्ड लाइन टीम को सिर खपाना पड़ा और आखिर में उसकी याददाश्त जाग गई जिससे चाइल्ड लाइन की टीम की मेहनत सफल हो गई। टीम ने उसे बाल कल्याण समिति के सामने ले जाकर विधिवत माता पिता के सुपुर्द कराया जिनके आंसू थम नहीं रहे थे। उनका कहना था कि हम लोग तो यह मान बैठे थे कि वह किसी अनहोनी की शिकार हो गई। लेकिन हमें क्या पता कि चाइल्ड लाइन की टीम हमारे लिए फरिश्ता साबित होगी जिसने बेटी को हमें वापस मिला दिया।

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Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS