नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में भारत का प्रथम मॉर्गेज समर्थित पास-थ्रू सर्टिफिकेट सूचीबद्ध किया गया
वित्तीय सेवा विभाग के सचिव ने अर्थव्यवस्था के विकास के लिए आवास क्षेत्र और आवास वित्त क्षेत्र के महत्व पर बल दिया
वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग के सचिव श्री एम. नागराजू ने 05 मई, 2025 को आरएमबीएस डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड द्वारा संरचित भारत के प्रथम मॉर्गेज समर्थित पास-थ्रू सर्टिफिकेट (पीटीसी) को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध किया। श्री एम. नागराजू ने घंटी बजाकर लिस्टिंग की। लिस्टिंग समारोह में कई बैंकों, हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों और अन्य वित्तीय संस्थानों के प्रमुखों ने भाग लिया।
ये पीटीसी एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड द्वारा शुरू किए गए आवास ऋणों के पूल द्वारा समर्थित हैं। 1,000 करोड़ रुपये (1,00,000 रुपये अंकित मूल्य के 1,00,000 पीटीसी) का निर्गम पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया।
यह पीटीसी का पहला इश्यू है, जहां कूपन नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के "इलेक्ट्रॉनिक बुक प्रोवाइडर (ईबीपी)" प्लेटफॉर्म पर पाया गया था। जारी किए गए पीटीसी की अंतिम परिपक्वता लगभग बीस वर्ष होगी और कूपन 7.26 प्रतिशत प्रति वर्ष है। इंस्ट्रूमेंट की रेटिंग क्रिसिल और केयर रेटिंग्स द्वारा एएए(एसओ) है। ये पीटीसी डीमैट फॉर्म में जारी किए जाते हैं और हस्तांतरणीय होते हैं। चूंकि पीटीसी स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध है, इसलिए उनसे द्वितीयक बाजार में कारोबार किया जा सकता है।
इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री नागराजू ने हमारी अर्थव्यवस्था के विकास के लिए आवास क्षेत्र और आवास वित्त क्षेत्र के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आवास वित्त का इंफ्रास्ट्रक्चर सहित कई अन्य उद्योगों के साथ आगे-पीछे कई संबंध हैं। इतनी बड़ी आबादी वाले देश में, समग्र आर्थिक विकास हासिल करने के लिए आवास की जरूरतों को जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रतिभूतिकरण आवास वित्त बाजार और ऋण बाजार के लिए एक एकीकृत कारक के रूप में कार्य कर सकता है। आरएमबीएस के महत्व को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि यह आवास वित्त क्षेत्र के विकास के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य कर सकता है।