एससी-एसटी उद्यमियों के लिये जालौन में राष्ट्रीय एससी-एसटी हब मेगा कान्क्लेव का आयोजन

एससी-एसटी उद्यमियों के लिये जालौन, उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय एससी-एसटी हब मेगा कान्क्लेव का आयोजन

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) ने राष्ट्रीय एससी-एसटी हब और मंत्रालय की अन्य योजनाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उद्यमिता संस्कृति को बढ़ावा देने के लिये उत्तर प्रदेश के जालौन में आज एक बड़े सम्मेलन का आयोजन किया। इस अवसर पर केंद्रीय एमएसएमई राज्य मंत्री श्री भानु प्रताप सिंह वर्मा, उत्तर प्रदेश सरकार के सामाजिक कल्याण, अनुसूचित जाति और जनजातिय कल्याण राज्य मंत्री श्री संजीव कुमार गोंड, विधायक श्री गौरी शंकर वर्मा, एमएसएमई मंत्रालय में संयुक्त सचिव-एसएमई सुश्री मर्सी एपाओ और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी भी उपस्थित थे। सम्मेलन का आयोजन वीरांगना झलकारी बाई की याद में झलकारी बाई जयंती के अवसर पर किया गया। झलकारी बाई एक महान स्वतंत्रता सैनानी थी जिन्होंने झांसी की रानी के साथ स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया। कार्यक्रम में जालौन और आसपास के क्षेत्रों से 800 से अधिक एससी-एसटी आकांक्षी और वर्तमान उद्यमियों ने भाग लिया।


कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री भानु प्रताप सिंह वर्मा द्वारा राष्ट्रीय एससी-एसटी हब कार्यालय (एनएसएसएचओ) जालौन की भी शुरूआत की गई। सम्मेलन के दौरान आयोजित विभिन्न सत्रों के जरिये आकांक्षी/मौजूदा उद्यमियों के लिये केन्द्र और राज्य सरकारों के विभागों, केन्द्रीय सार्वजनिक उपक्रमों और उद्योग संघों के साथ बातचीत का मंच भी उपलब्ध कराया गया।


सम्मेलन को संबोधित करते हुये श्री संजीव कुमार गोंड ने उद्यमशीलता के महत्व और राज्य की एससी-एसटी जनसंख्या के सामाजिक-आर्थिक, शैक्षणिक और वित्तीय उत्थान की दिशा में की गई विभिन्न पहलों के बारे में बताया। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री के राज्य की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डालर तक पहुंचाने के विजन के महत्व पर भी जोर दिया।


श्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने सम्मेलन को संबोधित करते हुये देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) और भारत से होने वाले सकल निर्यात में योगदान को देखते हुये भारतीय अर्थव्यवस्था में एमएसएमई क्षेत्र की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि एमएसएमई न केवल बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराते हैं बल्कि यह ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में औद्योगीकरण को बढ़ावा देने में भी मदद करते हैं। उन्होंने एमएसएमई क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिये सरकार की विभिन्न योजनाओं से उत्पन्न संभावनाओं का भी उल्लेख किया और कहा कि इस सम्मेलन के जरिये राज्य के एससी/एसटी उद्यमी नये नये तौर तरीकों, व्यवसायिक अवसरों की खोज कर सकेंगे और इन योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठायेंगे।


एमएसएमई मंत्रालय में संयुक्त सचिव सुश्री मर्सी एपाओ ने इस अवसर पर अपने संबोधन में मंत्रालय की अन्य प्रमुख योजनाओं के साथ ही एससी/एसटी उद्यमियों के लिये राष्ट्रीय एससी-एसटी हब योजना के तहत क्रियान्वयन में लाई गई विभिन्न पहलों के बारे में बताया। उन्होंने सम्मेलन में पहुंचे सभी भागीदारों से एमएसएमई मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं में मिलने वाली सुविधाओं का लाभ उठाने का आग्रह किया।


विधायक, श्री गौरी शंकर वर्मा ने ओरई, जालौन में एनएसएसएच कार्यालय के उद्घाटन पर प्रसन्नता वयक्त की। इस कार्यालय के खुलने से एससी/एसटी युवाओं को उद्यमशीलता के रास्ते पर बढ़ने में मदद मिलेगी और मौजूदा उद्यमों को उन्नत बनाया जा सकेगा। उन्होंने भागीदारों से सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत मिलने वाली सुविधाओं का लाभ उठाने का आग्रह करते हुये उन्हें रोजगार चाहने वाले के बजाय रोजगार देने वाला बनने पर जोर दिया।


इस दौरान केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (सीपीएसई), बैंकों और कर्ज देने वाले वित्त संस्थानों के साथ एक विशेष तकनीकी सत्र का भी आयोजन किया गया जिसमें मौजूदा एससी/एसटी उद्यमियों और आकांक्षी भागीदारी के लिये चर्चा और बातचीत का मंच उपलब्ध कराया गया। इस दौरान दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल), भारतीय परमाणु उर्जा निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल), उत्तर मध्यम रेलवे, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड, भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड, गेल इंडिया लिमिटेड, बुंदेलखंड सौर उर्जा लिमिटेड (बीएसयूएल), नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड जैसे केन्द्रीय सार्वजनिक उपक्रमों ने अपने कामकाज में विक्रेताओं को शामिल करने की प्रक्रिया को लेकर प्रस्तुतीकरण दिया साथ ही एससी-एसटी स्वामित्व वाले लघु और मध्यम उद्यमों से खरीदे जाने वाले उत्पाद/सेवाओं के बारे में भी बताया। कार्यक्रम में सिडबी, आईएफसीआई, उद्यम पूंजी कोष और इंडियन बैंक जैसे वित्तीय संस्थानों ने भी भाग लिया और एमएसएमई क्षेत्र से जुड़ी विभिन्न रिण योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। जीईएम और यूपीएसएफडीसी जैसी अन्य सरकारी संस्थाओं ने भी कार्यक्रम में भाग लिया और एमएसएमई की सुविधा के लिये बनी अपनी योजनाओं के बारे में बताया। कार्यक्रम में एससी/एसटी एमएसई भागीदारों के लिये प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना और उद्यम पंजीकरण के लिये सीएससी जालौन का सहायता डेस्क भी लगाया गया था जिसमें स्थल पर ही पंजीकरण सुविधा उपलब्ध कराई गई।

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Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS