जालौन : वैक्सीन को सुरक्षित रखने में कोल्ड चैन की महत्वपूर्ण भूमिका : सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा
कोल्ड चैन हैंडलर्स का दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न
जालौन : जिले में मंगलवार को कोल्ड चैन हैंडलर्स का दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हुआ। सीएमओ कार्यालय स्थित अचल प्रशिक्षण केंद्र में यह आयोजन यूनाइटेड नेशन डवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) क्लिंटन हेल्थ एक्सेस इनीशिएटिव (चाई) के संयुक्त तत्वावधान में हुआ। प्रशिक्षण शिविर में कोल्ड चैन हैंडलर्स को कोल्ड चैन में वैक्सीन के रखरखाव के बारे में प्रशिक्षित किया गया। साथ ही वैक्सीनेशन को बिना बाधित होकर संचालन के बारे में विस्तार से समझाया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनडी शर्मा ने कहा कि वैक्सीन को व्यवस्थित और सुरक्षित रखने में कोल्ड चैन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है और इसका संचालन करने वालों की जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है। वैक्सीन को जिस तापमान की जरूरत है, उस तापमान पर रखा जाए। साथ ही वैक्सीन को जितने समय तक सुरक्षित रखना है, उसे उसी अनुसार मैंटेन करने की जरूरत है। उन्होंने निर्देश दिया कि जो वैक्सीन फील्ड में भेजी जाती है, उसे कंडीशन आइसपैक करके वैक्सीन कैरियर में भेजा जाए।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि वैक्सीन का नियमित तापमान दिन में दो बार चेक किया जाना चाहिए। वैक्सीन का जो तापमान है, अगर वह एक बार गड़बड़ हो गया तो उसे बहाल नहीं किया जा सकता है। लिहाजा टीम की जिम्मेदारी है, इस मामले में लापरवाही न बरती जाए। यदि किसी कोल्ड चैन उपकरण में खराबी आती है तो कोल्ड चैन हैंडलर्स की जिम्मेदारी है कि इसे तत्काल अपने अधिकारियों को अवगत कराए। साथ ही जिला वैक्सीन स्टोर से नया उपकरण प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के लिए जहां भी कैंप लगाया जाए, उनकी वैक्सीन की खाली शीशी को एकत्रित कर वैक्सीन स्टोर में जमा किया जाना चाहिए।
यूएनडीपी के प्रोजेक्ट मैनेजर चंद्रभूषण सिंह ने बताया कि ई विन एडवांस पोर्टल के बारे में बताया और वैक्सीन को रखने का जो क्रम है, उसे उसी अनुसार नंबर डालकर क्रम रखा जाए। चाई संस्था के प्रतिनिधि दीपक दुबे ने माइक्रोप्लानिंग और वैक्सीन को ले जाने की व्यवस्था के बारे में समझाया। शासन से निर्देशानुसार जो भी प्रोफार्मा आया है, उसे उसी के अनुसार भरा जाए। यूएनडीपी के वैक्सीन कोल्ड चैन मैनेजर अजय महतेले ने बताया कि वैक्सीन को निर्धारित 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान पर रखा जाए। इसकी बराबर निगरानी की जाए। इस दौरान कोल्ड चैन मैनेजर रविंद्र सिंह, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अरविंद सिंह, कोल्ड चैन हैंडलर प्रदीप कुमार एवं सीएचसी व पीएचसी के दो दो कोल्ड चैन हैंडलर्स ने प्रशिक्षण में प्रतिभाग किया। अंत में टेस्ट भी लिया गया और प्रतिभागियों को मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। पीएचसी डकोर में तैनात स्वास्थ्य पर्यवेक्षक जयनारायण सेन ने कहा कि प्रशिक्षण में नियमित टीकाकरण के अलावा कोरोना की वैक्सीन के रखरखाव के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण मेंं कई बातें सीखी।