आतंकवाद एक गंभीर वैश्विक चुनौती है और इसे समाप्त करने के लिए सभी लोकतांत्रिक देशों को एक साथ आना होगा: लोक सभा अध्यक्ष ओम बिड़ला
जापान के प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष महामहिम श्री नुकागा फुकुशिरो ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को जापान के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया
वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में, वैश्विक शांति, समृद्धि और स्थिरता के लिए भारत और जापान के बीच मैत्री आवश्यक है: लोक सभा अध्यक्ष
भारत और जापान क्वाड, जी-20 और अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन जैसे बहुपक्षीय मंचों पर घनिष्ठ सहयोगी हैं: लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ओम बिड़ला
श्री बिड़ला ने भारत के 50,000 से अधिक कुशल जनशक्ति को विभिन्न क्षेत्रों में अवसर प्रदान करने के जापान के प्रस्ताव का स्वागत किया
जापान के संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने संसद भवन परिसर में लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला से भेंट की
लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला ने आज बल देकर कहा कि शांति, सुरक्षा और कानून के शासन के लिए साझा प्रतिबद्धता से बंधे सभी लोकतांत्रिक देशों को आतंकवाद के खतरे को समाप्त करने के लिए एक साथ आना होगा। उन्होंने बल देकर कहा कि आतंकवाद एक गंभीर वैश्विक चुनौती है जो राष्ट्रीय सीमाओं को पार कर शांतिपूर्ण समाजों के मूल ढांचे को खतरे में डालती है। उन्होंने आतंकवाद का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने और लोकतांत्रिक समाजों को परिभाषित करने वाले मूल्यों को बनाए रखने के लिए आपसी विश्वास और अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के प्रति सम्मान पर आधारित सामूहिक और दृढ़ प्रतिक्रिया का आह्वान किया।
श्री बिड़ला ने आज नई दिल्ली में संसद भवन परिसर में जापान के प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष महामहिम श्री नुकागा फुकुशिरो के नेतृत्व में जापान के संसदीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में ये टिप्पणी कीं।
महामहिम श्री नुकागा फुकुशिरो ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए आतंकवाद के विरुद्ध भारत की लड़ाई में जापान के दृढ़ समर्थन की पुनः दोहराया। श्री बिड़ला ने पहलगाम आतंकी हमले पर भारत के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए जापान के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए इस बात पर बल दिया कि वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में वैश्विक शांति, समृद्धि और स्थिरता के लिए भारत और जापान के बीच मैत्री आवश्यक है।
भारत और जापान के बीच क्वाड, जी-20 तथा अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन जैसे बहुपक्षीय मंचों में साझेदारी का उल्लेख करते हुए श्री बिड़ला ने कहा कि क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर हमारी चिंताएं और विचार समान हैं। उन्होंने कहा कि आपसी समझ पर आधारित हमारे संबंध आपसी-लाभकारी प्रगति के साथ-साथ हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि बदलते परिप्रेक्ष्य में मैत्री ने अब सामरिक और वैश्विक सहयोग का रूप ले लिया है।
श्री बिड़ला ने कहा कि भारत और जापान के बीच मैत्री सभ्यतागत संपर्कों, बौद्ध धर्म की साझा विरासत और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति साझा प्रतिबद्धता पर आधारित है। उन्होंने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की कि प्रत्येक वर्ष बड़ी संख्या में जापानी पर्यटक और तीर्थयात्री बौद्ध धर्म से संबंधित स्थानों के भ्रमण के लिए भारत आते हैं, जिससे दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी संपर्क को प्रोत्साहन मिलता है।
श्री बिड़ला ने जापान के विभिन्न क्षेत्रों में भारत के 50,000 से अधिक कुशल मानव संसाधनों को अवसर प्रदान करने के जापानी प्रस्ताव का भी स्वागत किया। उन्होंने देश में भारतीय विद्यार्थियों को अधिक अवसर प्रदान करने के लिए जापान की प्रशंसा की। श्री बिड़ला ने भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र के बुनियादी ढांचे के विकास में सहायता के आश्वासन के लिए जापान को धन्यवाद दिया।
पिछले वर्ष भारत ने संविधान के 75 वर्षों की स्वर्णिम यात्रा पूरी की है। इस अवसर पर श्री बिड़ला ने कहा कि भारत की प्रगति और विकास की यात्रा में संविधान की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि संविधान के मार्गदर्शन में देश ने स्वतंत्रता के बाद बड़े पैमाने पर सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन किए हैं और जन कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।
‘दिव्यांग अधिकार अधिनियम-2016’ और ‘ट्रांसजेंडर व्यक्ति अधिनियम, 2019’ जैसे कानूनों का उल्लेख करते हुए श्री बिड़ला ने कहा कि इन कानूनों ने समाज के अंतिम व्यक्ति को मुख्यधारा से जोड़ने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने जापान के प्रतिनिधिमंडल को बताया कि आधुनिक, संतुलित और प्रगतिशील समाज के निर्माण के लिए हमारी विधायी प्रक्रिया में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ पारित किया गया है, जिसमें संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए सीटों का आरक्षण प्रदान किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय संसद ने अपने कामकाज में पारदर्शिता लाने और इसे जनता के लिए सुलभ और अधिक कुशल बनाने के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी और आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस (एआई) का उपयोग प्रोत्साहित किया है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। उन्होंने इन अनुभवों को जापान की संसद के साथ साझा करने की आकांक्षा व्यक्त की।
इस अवसर पर राज्यसभा के उपसभापति श्री हरिवंश; राज्यसभा सांसद श्री संजय झा, लोकसभा सांसद श्री भर्तृहरि महताब, श्री दीपेंद्र सिंह हुड्डा और सुश्री कमलजीत सहरावत उपस्थित थे।