मध्य प्रदेश के 126 लाभार्थियों को मशीनरी और टूल्स किट्स का वितरण

मध्य प्रदेश के 126 लाभार्थियों को मशीनरी और टूल्स किट्स का वितरण

पीएमईजीपी के अंतर्गत 75 करोड़ रुपये की मार्जिन मनी सब्सिडी का वितरण

पीएमईजीपी के तहत महिला उद्यमी द्वारा स्थापित ‘पैकेज वॉटर यूनिट’ का शुभारंभ

खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी), सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के माननीय अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने शुक्रवार को भोपाल के जेतपुरा पंचायत में स्थित ग्राम मुड़िया खेड़ा में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के अंतर्गत 75 करोड़ रुपये की मार्जिन मनी सब्सिडी और ग्रामोद्योग विकास योजना के अंतर्गत 126 लाभार्थियों को मशीनरी और टूल्स किट्स का वितरण किया। वितरण कार्यक्रम में भोपाल की बैरसिया सीट से माननीय विधायक श्री विष्णु खत्री उपस्थित रहे। कारीगरों को संबोधित करते हुए अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत तीव्र गति से ‘विश्वगुरू’ बनने की दिशा में अग्रसर है। भारत की इस विकास यात्रा में ‘नये भारत की नयी खादी’ का भी अहम योगदान है। उन्होंने आगे कहा कि ग्रामीण भारत की अर्थव्यवस्था को सशक्त करने वाली जिस खादी को 9 वर्ष पहले तक भुला दिया गया था, आज वहीं खादी माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में ‘वैश्विक ब्रांड’ बनकर विश्व पटल पर भारत का मान बढ़ा रही है। श्री कुमार ने बताया कि खादी सेक्टर में 80 प्रतिशत महिला कत्तिन और बुनकरों की भागीदारी है। खादी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में नारीशक्ति ने सबसे महत्वपूर्ण योगदान दिया है।




वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केवीआईसी अध्यक्ष श्री कुमार ने कहा कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अंतर्गत चलने वाली योजनाओं ने ग्रामीण परिवेश में रहनेवाले करोड़ों लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने नीति आयोग के उस आंकड़े का हवाला दिया जिसमें कहा गया है कि पिछले 5 वर्षों में 13.5 करोड़ लोग भारत में गरीबी से बाहर निकले हैं। उन्होंने बताया कि 9 वर्ष पूर्व खादी और ग्रामोद्योगी उत्पादों की वार्षिक बिक्री 33 हजार करोड़ रुपये के करीब थी। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल मार्गदर्शन में ये आंकड़ा पिछले 9 वित्त वर्षों में लगातार बढ़ा है। पिछले वित्त वर्ष में ये आंकड़ा 1.34 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है। पिछले 9 वर्षों में अतिरिक्त 1 लाख करोड़ रुपये इस सेक्टर में आए हैं। ये पैसा गांवों में खादी और ग्रामोद्योग सेक्टर से जुड़े गरीब, दलित, पिछड़े, अति पिछड़े, किसान, नौजवान, बेरोजगार और आदिवासी समाज से जुड़े भाइयों-बहनों के पास गया हैं, जिसने उन्हें गरीबी से बाहर निकालने और खाद्य सुरक्षा प्रदान करने में अहम भूमिका निभाई है। पिछले वित्त वर्ष में केवीआईसी ने 9.54 लाख नये रोजगार सृजन का रिकॉर्ड बनाया है।  




लाभार्थियों और कारीगरों को संबोधित करते हुए भोपाल के बैरसिया से माननीय विधायक श्री विष्णु खत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में केवीआईसी द्वारा ग्रामोद्योग विकास योजना के अन्‍तर्गत भारतीय परम्‍परागत उद्योगों के कामगारों को टूल्स एवं मशीनरी का वितरण किया जा रहा है, जिससे परम्‍परागत उद्योगों के कामगारों की आय में वृद्वि से उनके जीवन स्‍तर में व्‍यापक सुधार हुआ है। उन्होंने खादी और ग्रामोद्योग द्वारा ग्रामीण क्षेत्र की जनता के लिए किये जा रहे विकास कार्यों की सराहना की।   




इस अवसर पर केवीआईसी अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने मध्य प्रदेश के अगल-अलग हिस्सों से आये 20 कुम्हारों को कुम्हार सशक्तिकरण के अंतर्गत 20 विद्युत चालित चाक, 26 महिला उद्यमियों को अगरबत्ती मशीन, 40 उद्यमियों को टर्नवुड क्रॉफ्ट मशीनें, फल एवं सब्जी प्रसंस्करण उद्योग के अंतर्गत 4 स्वयं सहायता समूहों की 40 महिला उद्यमियों को 4 सेट मशीन एवं उपकरण, पीएमईजीपी के 10 लाभार्थियों को ऋण स्वीकृति पत्र का वितरण किया। कार्यक्रम के दौरान पीएमईजीपी के अंतर्गत देशभर के 1779 लाभार्थियों को 75 करोड़ रुपये की मार्जिन मनी सब्सिडी का वितरण किया गया। इसके माध्यम से जहां पूरे देश में 19569 नये रोजगार का सृजन हुआ है वहीं मध्य प्रदेश में 1089 नये लोगों को रोजगार मिला है।  




वितरण कार्यक्रम के बाद केवीआईसी अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने सीहोर की तहसील श्यामपुर के ग्राम झरखेड़ा में महिला उद्यमी श्रीमति रीना द्वारा पीएमईजीपी के माध्यम से 47.50 लाख रुपये का ऋण लेकर स्थापित ‘पैकेज वॉटर यूनिट’ का शुभारंभ किया। ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित इस यूनिट के लिए केवीआईसी के माध्यम से भारत सरकार 35 प्रतिशत यानी करीब 17.50 लाख रुपये की सहायता राशि दे रही है। महिला उद्यमी श्रीमति रीना ने केवीआईसी अध्यक्ष श्री मनोज कुमार को बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित इस पैकेज वॉटर यूनिट से गांव के ही करीब 20 लोगों को रोजगार मिल रहा है।     




बता दें, मध्य प्रदेश में खादी और ग्रामोद्योग आयोग के माध्यम से खादी विकास योजना, ग्रामोद्योग विकास योजना, पीएमईजीपी, स्फूर्ति जैसी भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई जा रही हैं। खादी विकास योजना के अंतर्गत कार्यरत 23 खादी संस्थाओं के माध्यम से 2347 खादी कारीगरों को रोजगार मिल रहा है। ग्रामोद्योग विकास योजना के अंतर्गत पिछले पांच वर्षों में 500 मधुमक्खी पालकों को 5 हजार मधुमक्खी बॉक्स, 560 कुम्हारों को 560 विद्युत चालित चॉक, चर्म उद्योग कार्यक्रम के अंतर्गत 68 कारीगरों को टूल्स किट का वितरण किया गया है। इसी तरह पीएमईजीपी योजना के अंतर्गत पिछले पांच वर्षों में 23592 नयी इकाइयों की स्थापना की गई है जिसके लिए भारत सरकार ने 709.38 करोड़ रुपये की सब्सिडी जारी की है। इन नई इकाइयों के माध्यम से 18,87,736 लोगों को रोजगार मिल रहा है। मध्य प्रदेश में 4 स्फूर्ति क्लस्टर कार्यरत हैं जिसके माध्यम से 1783 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। कार्यक्रम में मध्य प्रदेश सरकार और केवीआईसी के अधिकारी और कर्मचारीगण मौजूद रहे।

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Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS