मानसिक स्वास्थ्य समेत पांच तरह के मरीजों को रेफर करेंगे सीएचओ

मानसिक स्वास्थ्य समेत पांच तरह के मरीजों को रेफर करेंगे सीएचओ  सीएचओ को मानसिक स्वास्थ्य, कान, नाक, गला और आंख की बीमारियों के बारे में प्रशिक्षण दिया गया    जालौन : सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) का पांच दिवसीय प्रशिक्षण सीएमओ कार्यालय स्थित अचल प्रशिक्षण केंद्र में हुआ। इस दौरान मानसिक स्वास्थ्य, कान, नाक, गला और आंख की बीमारियों के बारे में प्रशिक्षण दिया गया।    रामपुरा सीएचसी के चिकित्सक और प्रशिक्षक डॉ प्रदीप कुमार ने बताया कि सीएचओ की जिम्मेदारी होती है कि उनके क्षेत्र में जो भी मरीज आए, उनकी स्क्रीनिंग करें और उसे उच्च स्तरीय स्वास्थ्य केंद्रों के लिए रेफर करें। रेफर पर्चे पर मरीज की बीमारी के बारे में भी बताए और उसमें लिखे कि मरीज को किस तरह का उपचार दिया गया। मरीज की बीमारी का समय अवधि भी लिख दें। उन्होंने बताया कि धीरे धीरे मरीज का पर्चा आनलाइन हो रहा है। इसलिए पर्चे पर सभी जानकारी स्पष्ट रुप से भरी जाए।  नदीगांव सीएचसी के चिकित्सक और प्रशिक्षक डॉ अनिल कुमार ने बताया कि सीएचओ के माध्यम से टेली मेडिसन सेवाएं भी संचालित हो रही है। मरीज के बारे में सीएचओ अच्छा फीडबैक रखे ताकि विशेषज्ञ को बताते समय उन्हें किसी तरह की दिक्कत न आए।    सीएचसी जालौन की स्टाफ नर्स रेनू और पीएचसी अरबन कालपी की स्टाफ नर्स नीरज पाल ने भी प्रशिक्षण के दौरान सीएचओ के साथ ग्रुप डिस्कशन दिया।  डकोर ब्लाक के गढ़र की सीएचओ शिवानी ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान पांच तरह की बीमारियों के बारे में बताया गया। इसमें सिखाया गया कि मरीज की बीमारी के बारे में ठीक से जानकारी कर लें। साथ ही रेफर करने के बारे में भी समझाया गया।    कोंच ब्लाक के पनियारा के सीएचओ पंकज ने बताया कि प्रशिक्षण में जो भी बीमारियों के बारे में बताया गया, वह सीएचओ के स्तर पर ठीक होने वाली नहीं है। उसमें मरीज को शुरूआती लक्षण देखकर स्क्रीनिंग करनी है और उच्च स्वास्थ्य केंद्र पर रेफर करना है।    जिला सामुदायिक प्रोसेस प्रबंधक (डीसीपीएम) डॉ धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण में डकोर और कोंच ब्लाक  क्षेत्रों की 26 सीएचओ को प्रशिक्षण दिया गया। जिले में 144 सीएचओ कार्यरत है। यह प्रशिक्षण आगे भी जारी रहेगा। अलग अलग बैच में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद सभी सीएचओ को प्रमाणपत्र भी दिए गए। इस दौरान जपाइगो के जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ विकास, सरोज गौर, चेतना, अंजली, दीपिका, रश्मि, संगम आदि मौजूद रहे।मानसिक स्वास्थ्य समेत पांच तरह के मरीजों को रेफर करेंगे सीएचओ  सीएचओ को मानसिक स्वास्थ्य, कान, नाक, गला और आंख की बीमारियों के बारे में प्रशिक्षण दिया गया    जालौन : सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) का पांच दिवसीय प्रशिक्षण सीएमओ कार्यालय स्थित अचल प्रशिक्षण केंद्र में हुआ। इस दौरान मानसिक स्वास्थ्य, कान, नाक, गला और आंख की बीमारियों के बारे में प्रशिक्षण दिया गया।    रामपुरा सीएचसी के चिकित्सक और प्रशिक्षक डॉ प्रदीप कुमार ने बताया कि सीएचओ की जिम्मेदारी होती है कि उनके क्षेत्र में जो भी मरीज आए, उनकी स्क्रीनिंग करें और उसे उच्च स्तरीय स्वास्थ्य केंद्रों के लिए रेफर करें। रेफर पर्चे पर मरीज की बीमारी के बारे में भी बताए और उसमें लिखे कि मरीज को किस तरह का उपचार दिया गया। मरीज की बीमारी का समय अवधि भी लिख दें। उन्होंने बताया कि धीरे धीरे मरीज का पर्चा आनलाइन हो रहा है। इसलिए पर्चे पर सभी जानकारी स्पष्ट रुप से भरी जाए।  नदीगांव सीएचसी के चिकित्सक और प्रशिक्षक डॉ अनिल कुमार ने बताया कि सीएचओ के माध्यम से टेली मेडिसन सेवाएं भी संचालित हो रही है। मरीज के बारे में सीएचओ अच्छा फीडबैक रखे ताकि विशेषज्ञ को बताते समय उन्हें किसी तरह की दिक्कत न आए।    सीएचसी जालौन की स्टाफ नर्स रेनू और पीएचसी अरबन कालपी की स्टाफ नर्स नीरज पाल ने भी प्रशिक्षण के दौरान सीएचओ के साथ ग्रुप डिस्कशन दिया।  डकोर ब्लाक के गढ़र की सीएचओ शिवानी ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान पांच तरह की बीमारियों के बारे में बताया गया। इसमें सिखाया गया कि मरीज की बीमारी के बारे में ठीक से जानकारी कर लें। साथ ही रेफर करने के बारे में भी समझाया गया।    कोंच ब्लाक के पनियारा के सीएचओ पंकज ने बताया कि प्रशिक्षण में जो भी बीमारियों के बारे में बताया गया, वह सीएचओ के स्तर पर ठीक होने वाली नहीं है। उसमें मरीज को शुरूआती लक्षण देखकर स्क्रीनिंग करनी है और उच्च स्वास्थ्य केंद्र पर रेफर करना है।    जिला सामुदायिक प्रोसेस प्रबंधक (डीसीपीएम) डॉ धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण में डकोर और कोंच ब्लाक  क्षेत्रों की 26 सीएचओ को प्रशिक्षण दिया गया। जिले में 144 सीएचओ कार्यरत है। यह प्रशिक्षण आगे भी जारी रहेगा। अलग अलग बैच में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद सभी सीएचओ को प्रमाणपत्र भी दिए गए। इस दौरान जपाइगो के जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ विकास, सरोज गौर, चेतना, अंजली, दीपिका, रश्मि, संगम आदि मौजूद रहे।
मानसिक स्वास्थ्य समेत पांच तरह के मरीजों को रेफर करेंगे सीएचओ  सीएचओ को मानसिक स्वास्थ्य, कान, नाक, गला और आंख की बीमारियों के बारे में प्रशिक्षण दिया गया    जालौन : सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) का पांच दिवसीय प्रशिक्षण सीएमओ कार्यालय स्थित अचल प्रशिक्षण केंद्र में हुआ। इस दौरान मानसिक स्वास्थ्य, कान, नाक, गला और आंख की बीमारियों के बारे में प्रशिक्षण दिया गया।    रामपुरा सीएचसी के चिकित्सक और प्रशिक्षक डॉ प्रदीप कुमार ने बताया कि सीएचओ की जिम्मेदारी होती है कि उनके क्षेत्र में जो भी मरीज आए, उनकी स्क्रीनिंग करें और उसे उच्च स्तरीय स्वास्थ्य केंद्रों के लिए रेफर करें। रेफर पर्चे पर मरीज की बीमारी के बारे में भी बताए और उसमें लिखे कि मरीज को किस तरह का उपचार दिया गया। मरीज की बीमारी का समय अवधि भी लिख दें। उन्होंने बताया कि धीरे धीरे मरीज का पर्चा आनलाइन हो रहा है। इसलिए पर्चे पर सभी जानकारी स्पष्ट रुप से भरी जाए।  नदीगांव सीएचसी के चिकित्सक और प्रशिक्षक डॉ अनिल कुमार ने बताया कि सीएचओ के माध्यम से टेली मेडिसन सेवाएं भी संचालित हो रही है। मरीज के बारे में सीएचओ अच्छा फीडबैक रखे ताकि विशेषज्ञ को बताते समय उन्हें किसी तरह की दिक्कत न आए।    सीएचसी जालौन की स्टाफ नर्स रेनू और पीएचसी अरबन कालपी की स्टाफ नर्स नीरज पाल ने भी प्रशिक्षण के दौरान सीएचओ के साथ ग्रुप डिस्कशन दिया।  डकोर ब्लाक के गढ़र की सीएचओ शिवानी ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान पांच तरह की बीमारियों के बारे में बताया गया। इसमें सिखाया गया कि मरीज की बीमारी के बारे में ठीक से जानकारी कर लें। साथ ही रेफर करने के बारे में भी समझाया गया।    कोंच ब्लाक के पनियारा के सीएचओ पंकज ने बताया कि प्रशिक्षण में जो भी बीमारियों के बारे में बताया गया, वह सीएचओ के स्तर पर ठीक होने वाली नहीं है। उसमें मरीज को शुरूआती लक्षण देखकर स्क्रीनिंग करनी है और उच्च स्वास्थ्य केंद्र पर रेफर करना है।    जिला सामुदायिक प्रोसेस प्रबंधक (डीसीपीएम) डॉ धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण में डकोर और कोंच ब्लाक  क्षेत्रों की 26 सीएचओ को प्रशिक्षण दिया गया। जिले में 144 सीएचओ कार्यरत है। यह प्रशिक्षण आगे भी जारी रहेगा। अलग अलग बैच में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद सभी सीएचओ को प्रमाणपत्र भी दिए गए। इस दौरान जपाइगो के जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ विकास, सरोज गौर, चेतना, अंजली, दीपिका, रश्मि, संगम आदि मौजूद रहे।

मानसिक स्वास्थ्य समेत पांच तरह के मरीजों को रेफर करेंगे सीएचओ

सीएचओ को मानसिक स्वास्थ्य, कान, नाक, गला और आंख की बीमारियों के बारे में प्रशिक्षण दिया गया


जालौन : सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) का पांच दिवसीय प्रशिक्षण सीएमओ कार्यालय स्थित अचल प्रशिक्षण केंद्र में हुआ। इस दौरान मानसिक स्वास्थ्य, कान, नाक, गला और आंख की बीमारियों के बारे में प्रशिक्षण दिया गया।


रामपुरा सीएचसी के चिकित्सक और प्रशिक्षक डॉ प्रदीप कुमार ने बताया कि सीएचओ की जिम्मेदारी होती है कि उनके क्षेत्र में जो भी मरीज आए, उनकी स्क्रीनिंग करें और उसे उच्च स्तरीय स्वास्थ्य केंद्रों के लिए रेफर करें। रेफर पर्चे पर मरीज की बीमारी के बारे में भी बताए और उसमें लिखे कि मरीज को किस तरह का उपचार दिया गया। मरीज की बीमारी का समय अवधि भी लिख दें। उन्होंने बताया कि धीरे धीरे मरीज का पर्चा आनलाइन हो रहा है। इसलिए पर्चे पर सभी जानकारी स्पष्ट रुप से भरी जाए।

नदीगांव सीएचसी के चिकित्सक और प्रशिक्षक डॉ अनिल कुमार ने बताया कि सीएचओ के माध्यम से टेली मेडिसन सेवाएं भी संचालित हो रही है। मरीज के बारे में सीएचओ अच्छा फीडबैक रखे ताकि विशेषज्ञ को बताते समय उन्हें किसी तरह की दिक्कत न आए।


सीएचसी जालौन की स्टाफ नर्स रेनू और पीएचसी अरबन कालपी की स्टाफ नर्स नीरज पाल ने भी प्रशिक्षण के दौरान सीएचओ के साथ ग्रुप डिस्कशन दिया।

डकोर ब्लाक के गढ़र की सीएचओ शिवानी ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान पांच तरह की बीमारियों के बारे में बताया गया। इसमें सिखाया गया कि मरीज की बीमारी के बारे में ठीक से जानकारी कर लें। साथ ही रेफर करने के बारे में भी समझाया गया।


कोंच ब्लाक के पनियारा के सीएचओ पंकज ने बताया कि प्रशिक्षण में जो भी बीमारियों के बारे में बताया गया, वह सीएचओ के स्तर पर ठीक होने वाली नहीं है। उसमें मरीज को शुरूआती लक्षण देखकर स्क्रीनिंग करनी है और उच्च स्वास्थ्य केंद्र पर रेफर करना है।


जिला सामुदायिक प्रोसेस प्रबंधक (डीसीपीएम) डॉ धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण में डकोर और कोंच ब्लाक  क्षेत्रों की 26 सीएचओ को प्रशिक्षण दिया गया। जिले में 144 सीएचओ कार्यरत है। यह प्रशिक्षण आगे भी जारी रहेगा। अलग अलग बैच में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद सभी सीएचओ को प्रमाणपत्र भी दिए गए। इस दौरान जपाइगो के जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ विकास, सरोज गौर, चेतना, अंजली, दीपिका, रश्मि, संगम आदि मौजूद रहे।

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Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS