कारगर दवाओं के माध्यम से टीबी पर लग रही लगाम

कारगर दवाओं के माध्यम से टीबी पर लग रही लगाम

24 मार्च को मनाया जाएगा विश्व क्षय रोग दिवस

जालौन : आज शुक्रवार को विश्व क्षय रोग दिवस जिला अस्पताल के सभागार में जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में मनाया जाएगा। इसका उ्ददेश्य टीबी बीमारी के प्रति लोगों में जनजागरुकता लाना है। टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है। टीबी को कारगर दवाओं के माध्यम से ठीक किया जा सकता है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारीडॉ. एनडी शर्मा ने अपने कार्यालय में गुरुवार को आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान दी।

उन्होंने बताया कि टीबी कीजांच के लिए एक सीबी नाट और पांच ट्रूनाट मशीनें स्थापित की गई है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत प्राइवेट सेक्टर में भी इलाज कराने वाले क्षय रोगियों को डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से मरीज के खाते में हर माह पांच सौ रुपये पोषण भत्ते के रुप में भेजे जाते हैं। जिले के 140 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से क्षय रोगियों को चिह्नित करके बलगम की जांच और सैंपल नजदीकी माइक्रोस्कोपिक सेंटर पर जांच के लिए भेजा जाता है। टीबी मुक्त भारत अभियान के लिए सामाजिक संगठनों, शैक्षिक संगठनों से जुड़े लोगों, गणमान्य नागरिकों को निक्षय मित्र बनाकर क्षय रोगियों को गोद दिया जाता है। जनपद में इस समय 469 निक्षय मित्र है। जिनके माध्यम से 728 क्षय रोगियों को गोद लिया गया है। यह निक्षय मित्र टीबी रोगियों को पोषक आहार उपलब्ध कराने के साथ ही उनके इलाज में भी सहयोग करते हैं। उन्होंने बताया कि जिले में जनवरी 2023 से अब तक 834नएक्षय रोगी पंजीकृत हुए हैं। लगातार बुखार आना, बलगम में खून आना, खांसी ठीक न होने पर टीबी की जांच करानी चाहिए। समय से टीबी की जांच औरउपचारकराने पर यह रोग जल्दी ठीक हो जाता है।

इस अवसर पर  अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह, डॉ एसडी चौधरी, एनटीईपी के डीपीसी नुरुल हुदा, आलोक मिश्रा, सिराज मुहम्मद आदि मौजूद रहे।

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Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS