कायाकल्प योजना की चेकलिस्ट बनाकर कमियों को करें दूर

कायाकल्प योजना की चेकलिस्ट बनाकर कमियों को करें दूर   कायाकल्प अवार्ड योजना में सभी स्वास्थ्य इकाइयों को किया गया शामिल  कायाकल्प अवार्ड योजना के तहत जिला अस्पताल में दिया गया एक दिवसीय प्रशिक्षण  जालौन : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत क्वालिटी एश्योरेंस एवं कायाकल्प अवार्ड योजना के तहत एक दिवसीय ओरिएटेंशन कम अवेयरनेस कार्यशाला का आयोजन जिला अस्पताल के सभागार में किया गया।  मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एनआर वर्मा ने कहा कि कायाकल्प अवार्ड के लिए जो भी चेकलिस्ट बताई गई है, इसमें योजना बनाकर काम शुरू कर दें। इसमें किसी तरह की लापरवाही न बरती जाए।   जनपदीय परामर्शदाता क्वालिटी एश्योरेंस डॉ अरुण कुमार ने बताया कि कायाकल्प अवार्ड योजना के तहत जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल समेत जनपद के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को शामिल किया गया है। इन स्वास्थ्य केंद्रों में कायाकल्प के तहत निर्धारित चेकलिस्ट की कमियों को दूर किया जाना है। इन कमियों को दूर करने की जिम्मेदारी संस्था प्रमुख के अलावा क्वालिटी टीम की होगी। लिहाजा चेक लिस्ट का बिंदुवार अध्ययन कर लें और कायाकल्प के लिए कार्ययोजना बनाकर काम करें। किसी तरह की समस्या होने पर क्वालिटी टीम से भी संपर्क किया जा सकता है। कोशिश करें कि स्वास्थ्य इकाई कायाकल्प योजना में चयनित हो जाए। कायाकल्प हर स्वास्थ्य इकाई का होना है। इसलिए अभी से तैयार कर लेंगे तो बेहतर होगा। बाद में काम का दबाव रहेगा। उन्होंने बताया कि नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्वास) के तहत जिले की सोलह चिकित्सा इकाइयों को एनक्वास कराने का लक्ष्य जिलाधिकारी ने दिया है। जिसमें जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कदौरा और माधौगढ़, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुठौंद, शेखपुर बुजुर्ग और भेड़, एवं प्रत्येक ब्लाक से एक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को शामिल किया गया है। इसके साथ ही शासन स्तर से भी राज्य में एक हजार चिकित्सा इकाइयों का एनक्वास कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके तहत जिले के पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोंच, जालौन, नदीगांव, माधौगढ़, कदौरा को भी शामिल किया गया है। प्रशिक्षण में बिंदुवार कायाकल्प अवार्ड योजना, लक्ष्य कार्यक्रम और एनक्वास के बारे में विस्तार से बताया गया।  प्रशिक्षण में रामपुरा, माधौगढ़, छिरिया सलेमपुर, कुठौंद एवं कदौरा के चिकित्सा अधीक्षक, बीपीएम, बीसीपीएम, स्टाफ नर्स, नर्स मेंटर और तीन तीन सीएचओ को प्रशिक्षण दिया गया।
कायाकल्प योजना की चेकलिस्ट बनाकर कमियों को करें दूर   कायाकल्प अवार्ड योजना में सभी स्वास्थ्य इकाइयों को किया गया शामिल  कायाकल्प अवार्ड योजना के तहत जिला अस्पताल में दिया गया एक दिवसीय प्रशिक्षण  जालौन : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत क्वालिटी एश्योरेंस एवं कायाकल्प अवार्ड योजना के तहत एक दिवसीय ओरिएटेंशन कम अवेयरनेस कार्यशाला का आयोजन जिला अस्पताल के सभागार में किया गया।  मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एनआर वर्मा ने कहा कि कायाकल्प अवार्ड के लिए जो भी चेकलिस्ट बताई गई है, इसमें योजना बनाकर काम शुरू कर दें। इसमें किसी तरह की लापरवाही न बरती जाए।   जनपदीय परामर्शदाता क्वालिटी एश्योरेंस डॉ अरुण कुमार ने बताया कि कायाकल्प अवार्ड योजना के तहत जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल समेत जनपद के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को शामिल किया गया है। इन स्वास्थ्य केंद्रों में कायाकल्प के तहत निर्धारित चेकलिस्ट की कमियों को दूर किया जाना है। इन कमियों को दूर करने की जिम्मेदारी संस्था प्रमुख के अलावा क्वालिटी टीम की होगी। लिहाजा चेक लिस्ट का बिंदुवार अध्ययन कर लें और कायाकल्प के लिए कार्ययोजना बनाकर काम करें। किसी तरह की समस्या होने पर क्वालिटी टीम से भी संपर्क किया जा सकता है। कोशिश करें कि स्वास्थ्य इकाई कायाकल्प योजना में चयनित हो जाए। कायाकल्प हर स्वास्थ्य इकाई का होना है। इसलिए अभी से तैयार कर लेंगे तो बेहतर होगा। बाद में काम का दबाव रहेगा। उन्होंने बताया कि नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्वास) के तहत जिले की सोलह चिकित्सा इकाइयों को एनक्वास कराने का लक्ष्य जिलाधिकारी ने दिया है। जिसमें जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कदौरा और माधौगढ़, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुठौंद, शेखपुर बुजुर्ग और भेड़, एवं प्रत्येक ब्लाक से एक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को शामिल किया गया है। इसके साथ ही शासन स्तर से भी राज्य में एक हजार चिकित्सा इकाइयों का एनक्वास कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके तहत जिले के पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोंच, जालौन, नदीगांव, माधौगढ़, कदौरा को भी शामिल किया गया है। प्रशिक्षण में बिंदुवार कायाकल्प अवार्ड योजना, लक्ष्य कार्यक्रम और एनक्वास के बारे में विस्तार से बताया गया।  प्रशिक्षण में रामपुरा, माधौगढ़, छिरिया सलेमपुर, कुठौंद एवं कदौरा के चिकित्सा अधीक्षक, बीपीएम, बीसीपीएम, स्टाफ नर्स, नर्स मेंटर और तीन तीन सीएचओ को प्रशिक्षण दिया गया।

कायाकल्प योजना की चेकलिस्ट बनाकर कमियों को करें दूर 

कायाकल्प अवार्ड योजना में सभी स्वास्थ्य इकाइयों को किया गया शामिल

कायाकल्प अवार्ड योजना के तहत जिला अस्पताल में दिया गया एक दिवसीय प्रशिक्षण

जालौन : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत क्वालिटी एश्योरेंस एवं कायाकल्प अवार्ड योजना के तहत एक दिवसीय ओरिएटेंशन कम अवेयरनेस कार्यशाला का आयोजन जिला अस्पताल के सभागार में किया गया।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एनआर वर्मा ने कहा कि कायाकल्प अवार्ड के लिए जो भी चेकलिस्ट बताई गई है, इसमें योजना बनाकर काम शुरू कर दें। इसमें किसी तरह की लापरवाही न बरती जाए। 

जनपदीय परामर्शदाता क्वालिटी एश्योरेंस डॉ अरुण कुमार ने बताया कि कायाकल्प अवार्ड योजना के तहत जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल समेत जनपद के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को शामिल किया गया है। इन स्वास्थ्य केंद्रों में कायाकल्प के तहत निर्धारित चेकलिस्ट की कमियों को दूर किया जाना है। इन कमियों को दूर करने की जिम्मेदारी संस्था प्रमुख के अलावा क्वालिटी टीम की होगी। लिहाजा चेक लिस्ट का बिंदुवार अध्ययन कर लें और कायाकल्प के लिए कार्ययोजना बनाकर काम करें। किसी तरह की समस्या होने पर क्वालिटी टीम से भी संपर्क किया जा सकता है। कोशिश करें कि स्वास्थ्य इकाई कायाकल्प योजना में चयनित हो जाए। कायाकल्प हर स्वास्थ्य इकाई का होना है। इसलिए अभी से तैयार कर लेंगे तो बेहतर होगा। बाद में काम का दबाव रहेगा। उन्होंने बताया कि नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्वास) के तहत जिले की सोलह चिकित्सा इकाइयों को एनक्वास कराने का लक्ष्य जिलाधिकारी ने दिया है। जिसमें जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कदौरा और माधौगढ़, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुठौंद, शेखपुर बुजुर्ग और भेड़, एवं प्रत्येक ब्लाक से एक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को शामिल किया गया है। इसके साथ ही शासन स्तर से भी राज्य में एक हजार चिकित्सा इकाइयों का एनक्वास कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके तहत जिले के पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोंच, जालौन, नदीगांव, माधौगढ़, कदौरा को भी शामिल किया गया है। प्रशिक्षण में बिंदुवार कायाकल्प अवार्ड योजना, लक्ष्य कार्यक्रम और एनक्वास के बारे में विस्तार से बताया गया।

प्रशिक्षण में रामपुरा, माधौगढ़, छिरिया सलेमपुर, कुठौंद एवं कदौरा के चिकित्सा अधीक्षक, बीपीएम, बीसीपीएम, स्टाफ नर्स, नर्स मेंटर और तीन तीन सीएचओ को प्रशिक्षण दिया गया।

एक टिप्पणी भेजें (0)
और नया पुराने

Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS