जालौन : अनियमित जीवनशैली व खान-पान में बदलाव से बढ़ रही बीमारियां

जालौन : अनियमित जीवनशैली व खान-पान में बदलाव से बढ़ रही बीमारियां  विश्व कैंसर दिवस (04 फरवरी)  पर विशेष   जालौन : कैंसर के बारे में समुदाय में जागरुकता लाने  और इसकी रोकथाम के लिए हर साल चार फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। वर्ष 1933 में विश्व कैंसर दिवस मनाने की शुरुआत की गई थी। इस दिवस का मनाने का उद्देश्य लोगों को कैंसर की बीमारी से बचने के बारे में जानकारी देना और उन्हें जागरुक करना होता है।    मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनडी शर्मा का कहना है कि कैंसर एक गंभीर  बीमारी है। अस्त - व्यस्त दिनचर्या और खानपान में हो रहे बदलाव के कारण यह बीमारी बढ़ रही है। कैंसर के शुरूआती लक्षण दिखने  पर यदि समय से जांच करा ली जाए तो कैंसर का  इलाज संभव है। कैंसर के मरीजों के साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं करना चाहिए बल्कि उनका सहयोग और साथ देना चाहिए। उन्होंने बताया कि कैंसर कई तरह के होते है। इसमें पेट का कैंसर, सवाईकल कैेंसर, ब्लड कैंसर, गले का कैंसर, गर्भाशय का कैंसर, अंडाशय का कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, मस्तिष्क कैंसर, लीवर कैंसर, मुंह का कैंसर, फेफेड़ों का कैंसर आदि होते है। उन्होंने कहा कि जिसे भी कैंसर की बीमारी हो जाती है, उसका इलाज काफी लंबा चलता है। यदि इस बीमारी  का कोई व्यक्ति शिकार हो जाता है तो उसे हार नहीं माननी चाहिए। हालांकि इससे बचने के लिए अपने खानपान में सुधार करना चाहिए और नशे, ध्रूमपान, गुटका आदि के सेवन से बचना चाहिए।    अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व गैर संचारी रोगों (एनसीडी) के नोडल अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह का कहना है कि एनसीडी के अंतर्गत हुई जांच में अप्रैल 2021 से जनवरी 2022 तक मुंह के कैंसर के 53, स्तन कैंसर के 5 व अन्य तरह के कैंसर के 5  रोगी चिह्नित किए गए हैं।  इन्हें विशेषज्ञ चिकित्सक के पास इलाज के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि कैंसर की शुरूआती  दौर में ही जांच कराने से इस बीमारी से लड़ा जा सकता है।

जालौन : अनियमित जीवनशैली व खान-पान में बदलाव से बढ़ रही बीमारियां

विश्व कैंसर दिवस (04 फरवरी)  पर विशेष


जालौन : कैंसर के बारे में समुदाय में जागरुकता लाने  और इसकी रोकथाम के लिए हर साल चार फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। वर्ष 1933 में विश्व कैंसर दिवस मनाने की शुरुआत की गई थी। इस दिवस का मनाने का उद्देश्य लोगों को कैंसर की बीमारी से बचने के बारे में जानकारी देना और उन्हें जागरुक करना होता है।


मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनडी शर्मा का कहना है कि कैंसर एक गंभीर  बीमारी है। अस्त - व्यस्त दिनचर्या और खानपान में हो रहे बदलाव के कारण यह बीमारी बढ़ रही है। कैंसर के शुरूआती लक्षण दिखने  पर यदि समय से जांच करा ली जाए तो कैंसर का  इलाज संभव है। कैंसर के मरीजों के साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं करना चाहिए बल्कि उनका सहयोग और साथ देना चाहिए। उन्होंने बताया कि कैंसर कई तरह के होते है। इसमें पेट का कैंसर, सवाईकल कैेंसर, ब्लड कैंसर, गले का कैंसर, गर्भाशय का कैंसर, अंडाशय का कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, मस्तिष्क कैंसर, लीवर कैंसर, मुंह का कैंसर, फेफेड़ों का कैंसर आदि होते है। उन्होंने कहा कि जिसे भी कैंसर की बीमारी हो जाती है, उसका इलाज काफी लंबा चलता है। यदि इस बीमारी  का कोई व्यक्ति शिकार हो जाता है तो उसे हार नहीं माननी चाहिए। हालांकि इससे बचने के लिए अपने खानपान में सुधार करना चाहिए और नशे, ध्रूमपान, गुटका आदि के सेवन से बचना चाहिए।


अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व गैर संचारी रोगों (एनसीडी) के नोडल अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह का कहना है कि एनसीडी के अंतर्गत हुई जांच में अप्रैल 2021 से जनवरी 2022 तक मुंह के कैंसर के 53, स्तन कैंसर के 5 व अन्य तरह के कैंसर के 5  रोगी चिह्नित किए गए हैं।  इन्हें विशेषज्ञ चिकित्सक के पास इलाज के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि कैंसर की शुरूआती  दौर में ही जांच कराने से इस बीमारी से लड़ा जा सकता है।

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Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS