आजादी का अमृत महोत्सव
नागर विमानन मंत्रालय ने सतर्कता जागरूकता पर सेमिनार का आयोजन किया
सेमिनार में हुए विचार-विमर्श भ्रष्टाचार को समाप्त करने के हमारे संकल्प को और मजबूत बनाएंगे : नागर विमानन राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. वी.के. सिंह
इस आयोजन के दौरान ‘‘व्यवस्थित सुधारों पर सार-संग्रह’’ लॉन्च किया गया
नागर विमानन मंत्रालय ने आज भारतीय विमानन अकादमी में सतर्कता जागरूकता पर एक सेमिनार का आयोजन किया। केन्द्रीय सतर्कता आयोग द्वारा दिया गया इस सेमिनार का विषय ‘स्वतंत्र भारत @ 75: सत्यनिष्ठा से आत्मनिर्भरता’ नागर विमानन मंत्रालय द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के कार्यक्रमों की श्रृंखला का एक हिस्सा था। इस सेमिनार का उद्देश्य भ्रष्टाचार के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता पैदा करना और सार्वजनिक जीवन से भ्रष्टाचार को समाप्त करने के तरीकों की रणनीति बनाना था।
श्रोताओं को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए, नागर विमानन एवं सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. वी.के. सिंह ने विश्वास व्यक्त किया कि इस सेमिनार के परिणामस्वरूप प्राप्त हुए विचार-विमर्श भ्रष्टाचार का उन्मूलन करने और नए भारत का निर्माण करने के हमारे संकल्प को और मजबूत बनाएंगे।
नागर विमानन सचिव, श्री राजीव बंसल ने उपस्थितजनों को प्रणालियों में सुधार लाने और भ्रष्ट प्रथाओं को समाप्त करने के लिए एसओपी लाने की चल रही प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंत्रालय ने ईजीसीए और ईबीसीएएस प्लेटफॉर्म लॉन्च किए हैं, जहां सभी कार्यों और परिचालन प्रक्रियाओं को क्रमश: नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) और नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) में कम्प्यूटरीकृत प्रबंधन कमांड पर लाया जा रहा है जहां सार्वजनिक संपर्क सबसे अधिक है।
केन्द्रीय सतर्कता आयोग से विशेष अतिथि श्री सुधीर कुमार, अपर सचिव ने उपस्थिति जनों को भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए सीवीसी द्वारा की गई कई पहलों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने पीआईडीपीआई (पब्लिक इंटरेस्ट डिस्क्लोजर एंड प्रोटेक्शन ऑफ इन्फॉर्मर रेजोल्यूशन, 2004) के तहत प्रावधानों के बारे में भी जानकारी देते हुए बताया कि यह किस प्रकार अपनी स्थापना से ही भ्रष्टाचार के पैमाने को कम करने में सहायक और बहुत प्रभावी रहा है। संयुक्त निदेशक-सीबीआई, श्री पंकज श्रीवास्तव ने भी सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार के खतरे से लड़ने के बारे में अपने अनुभव साझा किए।
इस आयोजन के दौरान ‘‘व्यवस्थित सुधारों पर सार-संग्रह’’ नामक पुस्तक का विमोचन किया गया। यह पुस्तक मंत्रालय के सतर्कता विभाग और उसके सहयोगी संगठनों द्वारा गहन जांच के आधार पर मामलों के अध्ययन का संकलन है, जो व्यवस्थित सुधारों का सुझाव भी देती है।
इस सेमिनार में नागर विमानन मंत्रालय, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों सहित संबद्ध और अधीनस्थ कार्यालयों: भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, एयर इंडिया और पवन हंस लिमिटेड से बड़ी संख्या में वरिष्ठ अधिकारियों और संगठनों के प्रमुखों ने भाग लिया।