पशुपालन और डेयरी विभाग में हिंदी पखवाड़े का आयोजन
पशुपालन और डेयरी विभाग (मुख्यालय) में दिनांक 14 से 28 सितम्बर 2024 तक हिंदी पखवाड़े का आयोजन किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह और राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल की ओर से संयुक्त संदेश जारी कर सभी अधिकारियों व कर्मचारियों से अधिक से अधिक कार्य राजभाषा हिंदी में करने की अपील की गई।
इस दौरान सचिव सुश्री अलका उपाध्याय के अनुमोदन से मुख्यालय में निबंध व काव्य-पाठ प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें विभाग के सभी वर्ग के कार्मिकों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। निबंध के लिए ‘भविष्य दर्पण-भारत@2047(मेरी दृष्टि से)’ विषय का चयन किया गया और इसमें मुख्यालय के कुल 24 कार्मिकों ने भाग लिया। काव्य-पाठ प्रतियोगिता के लिए कार्मिकों में अति उत्साह देखा गया और इसकी अध्यक्षता संयुक्त सचिव (राजभाषा) द्वारा की गई। काव्य-पाठ में प्रतियोगियों को स्वरचित कविता और किसी भी कवि की कविता के पठन की छूट दी गई। इस बार के निर्णायक मंडल में राजभाषा से जुड़े गणमान्य व्यक्तियों की सहभागिता रही। काव्य-पाठ के निर्णायक मंडल के लिए राजभाषा विभाग, दिल्ली विश्वविद्यालय और राजभाषा संवर्ग से सदस्यों को आमंत्रित किया गया। दोनों ही प्रतियोगिताओं में महिला कार्मिकों की सहभागिता उत्साहवर्धक रही। हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत विभाग के अधिकारियों/ कर्मचारियों के लिए एक दिवसीय हिंदी कार्यशाला का आयोजन भी किया गया और इसमें अधीनस्थ कार्यालयों को भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जोड़ा गया।
इसके साथ-साथ देश के विभिन्न स्थानों में स्थित 33 अधीनस्थ कार्यालयों में भी हिंदी पखवाड़े का आयोजन किया गया। इन कार्यालयों में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में अधिकारियों और कर्मचारियों में हिंदी के प्रति उत्साह देखा गया और सभी ने इसमें सउल्लास भाग लिया।
पशुपालन और डेयरी विभाग में सभी अधीनस्थ कार्यालयों के साथ मिलकर अखिल भारतीय निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। सभी ने अधिक से अधिक काम हिंदी में करने और राजभाषा विभाग द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रण लिया।
हिंदी पखवाड़े के दौरान आयोजित प्रतियोगिताओं के लिए पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन शीघ्र ही किया जाएगा जिसमें केंद्रीय मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह के कर कमलों से सभी विजयी प्रतियोगियों को प्रशस्ति पत्र एवं नकद पुरस्कार वितरित किए जाएंगे। इसी समारोह में विभागीय राजभाषा वार्षिक पत्रिका 'सुरभि' के द्वितीय अंक का विमोचन भी किया जाएगा।