एनटीपीसी का निष्पादन, कार्य संस्कृति और प्रगति सराहनीय रही है : बिजली मंत्री श्री आर. के. सिंह
• एनटीपीसी ने अपनी प्रतिभा और नेतृत्व के 47 वर्ष पूरे होने पर संस्थापना दिवस मनाया।
• श्री आर. के. सिंह ने एनटीपीसी को उसकी सराहनीय यात्रा और भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में उसके योगदान के लिए बधाई दी।
श्री आर के सिंह एनटीपीसी के 48वें संस्थापना दिवस के अवसर पर संबोधित करते हुए
केंद्रीय बिजली और नवीन तथा नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर. के. सिंह ने एनटीपीसी को उसके 48वें स्थापना दिवस समारोह पर बधाई देते हुए कहा कि एनटीपीसी का निष्पादन, कार्य संस्कृति और प्रगति सराहनीय रही है। हमने कठिन समय में भी बिजली संकट नहीं होने दिया।
श्री सिंह एनटीपीसी के संस्थापना दिवस के अवसर पर नई दिल्ली के सिरी फोर्ट में एनटीपीसी के वरिष्ठ प्रबंधन और कर्मचारियों तथा उनके परिवार के सदस्यों सहित अन्य गणमान्य लोगों को संबोधित कर रहे थे।
श्री सिंह ने अपने संबोधन में जोर देते हुए कहा कि आर्थिक विकास ऊर्जा के बिना टिकाऊ नहीं हो सकता और ऊर्जा की मांग त्वरित गति से बढ़ रही है तथा हमें विकास की गति के साथ चलने की आवश्यकता है। श्री सिंह ने महत्वपूर्ण निर्णय लेने, प्रतिभाशाली और प्रखर युवाओं को आकर्षित करने और उन्हें जोखिम उठाने एवं लीक से हटकर सोचने के लिए प्रोत्साहित करने के महत्व पर भी बल दिया।
देश भर से आए एनटीपीसी कर्मियों के समूह को संबोधित करते हुए, एनटीपीसी के सीएमडी श्री गुरदीप सिंह ने एनटीपीसी के प्रत्येक कर्मी के प्रयासों की सराहना की और कहा कि हमने 1975 में अपनी यात्रा आरंभ की थी। इन 47 वर्षों में हमने एक सफल यात्रा पूरी की है। प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से हमारे विकास में योगदान देने वाले सभी व्यक्ति को धन्यवाद।
उन्होंने प्रौद्योगिकी के महत्व पर बल देते हुए कहा कि हम हमेशा विश्वसनीय, निर्बाध और किफायती बिजली का लक्ष्य रखते हैं। हमने अपनी प्रक्रियाओं को स्वचालित किया है और विशेष रूप से महामारी के दौरान डिजिटल टूल्स को एकीकृत किया है।
कार्यक्रम के दौरान बिजली और भारी उद्योग राज्य मंत्री श्री कृष्ण पाल, बिजली मंत्रालय में सचिव श्री आलोक कुमार और मंत्रालय तथा एनटीपीसी के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
श्री आर. के. सिंह एनटीपीसी कोरबा को स्वर्ण शक्ति पुरस्कार प्रदान करते हुए
श्री आर. के. सिंह ने एनटीपीसी कोरबा को उत्पादकता में सर्वश्रेष्ठ निष्पादन के लिए स्वर्ण शक्ति पुरस्कार, एनटीपीसी बाढ़ को परियोजना प्रबंधन और सुरक्षा पुरस्कार, एनटीपीसी कहलगांव को सुरक्षा पुरस्कार (ओ एंड एम), एनटीपीसी कनिहा को पर्यावरण संरक्षण और सुधार के लिए पुरस्कार, एनटीपीसी पकरी बरवाडीह और एनटीपीसी चट्टी बरियातु को कोयला खनन के लिए पुरस्कार, आरई परियोजना निष्पादन के लिए एनटीपीसी सिम्भू की बुर्ज-I, मानव संसाधन के लिए एनटीपीसी सीपत, राजभाषा के लिए एनटीपीसी रामागुंडम को पुरस्कार प्रदान किया गया। एनटीपीसी बाढ़ को समग्र चैंपियन का पुरस्कार प्रदान किया गया, जबकि एनटीपीसी कनिहा दूसरे स्थान पर रही।