उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) द्वारा विशेष अभियान 2.0 का आयोजन
उद्योग और आतंरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) विशेष अभियान 2.0 के तहत स्वच्छता अभियान लागू कर रहा है। इस अभियान की सफलता के लिए वह अपने पूरे प्रयास कर रहा है। विभाग ने 95 अभियान स्थलों की पहचान की है जिसमें उद्योग भवन और वाणिज्य भवन में मुख्य विभाग परिसर और डीपीआईआईटी के तहत पूरे देश में फैले 19 संगठन शामिल हैं। डीएआरपीजी द्वारा पहचान किये गए सभी 11 मानदंड़ों की विभाग द्वारा नियमित आधार पर निगरानी की जा रही है।
विभाग ने गतिविधियों के समग्र समन्वय के लिए नोडल अधिकारी के नेतृत्व में समन्वय समिति का गठन किया है। इस समन्वय में सहायता प्रदान करने के लिए विभाग ने एक समर्पित पोर्टल का सृजन किया है, जिसमें संगठन इस अभियान के तहत अर्जित प्रगति अपलोड करते हैं। इसी प्रकार उद्योग भवन और वाणिज्य भवन में साफ-सफाई की गतिविधियों की निगरानी करने के लिए एक स्वच्छता समिति का भी गठन किया गया है।
प्रारंभिक चरण के दौरान विभाग ने समीक्षा के लिए लगभग 5.42 लाख भौतिक फाइलों और 46,616 ई-फाइलों की पहचान की है। इनमें से 73,389 भौतिक फाइलों को पहले ही हटा दिया गया है और 1096 ई-फाइलों को बंद कर दिया गया है।.
विभाग ने लोक शिकायत, संसद आश्वासन, आईएमसी संदर्भ, सांसदों के संदर्भों आदि से संबंधित सभी लंबित संदर्भों की पहचान कर ली गई है और इन संदर्भों का दैनिक आधार पर निपटान करने के लिए निगरानी की जा रही है। नियम/प्रक्रिया सरलीकरण के क्षेत्र में विभाग ने विशेष अभियान 1.0 में 134 नियमों/प्रक्रिया को सरल बनाया था और अब अभियान 2.0 के लिए 6 नियमों/प्रक्रियाओं की पहचान की है।
निगरानी और समीक्षा
सीआईएम और एमओएस द्वारा अभियान की प्रगति की निगरानी से अभियान को बढ़ावा मिलता है। डीपीआईआईटी, सचिव भी वरिष्ठ अधिकारियों की साप्ताहिक बैठक में इसकी निगरानी करते हैं। विभाग ने पूरे देश में कुल 75 अभियान स्थलों के निरीक्षण और रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए 49 अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की है। विभाग और उसके संगठन अभियान की प्रगति के बारे में ट्वीट भेजते हैं।