जालौन : क्षय रोगियों की सूचना निजी चिकित्सक भी दें : सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा

जालौन : क्षय रोगियों की सूचना निजी चिकित्सक भी दें : सीएमओ    प्रोत्साहन राशि के रूप में मिलेंगे 500 रुपए   जालौन : निजी चिकित्सक संभावित क्षय रोगियों की सूचना जिला क्षय रोग नियंत्रण केंद्र में दें। क्षय रोगियों की सूचना देने पर निजी चिकित्सकों को प्रोत्साहन राशि के रूप में 500 रुपये दिये जाएंगे। यह निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनडी शर्मा ने दिए।  डा. शर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। विशेष रूप फील्ड में काम करने वाले कार्यकर्ताओं और निजी प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि सरकार की योजना के तहत निजी चिकित्सक यदि किसी क्षय रोगी का पंजीकरण कराते है तो उन्हें 500 रुपये प्रति रोगी के हिसाब से दिया जाता है। यही नहीं इलाज कराने पर भी 500 रुपये प्रति रोगी एक बार दिया जाता है। शासनादेश में यह भी है कि यदि कोई निजी चिकित्सक या मेडिकल स्टोर संचालक किसी क्षय रोगी के बारे में सूचना छिपाता है तो उस पर कार्रवाई करने का भी प्रावधान है।  जिला क्षय रोग अधिकारी डा. कौशल किशोर सिंह ने बताया कि इस समय सरकारी अस्पतालों में 1411 क्षय रोगी इलाज करा रहे हैं। साथ ही प्राइवेट चिकित्सकों के यहां 320 क्षय रोगियों का इलाज चल रहा है। यह आकंड़े जनवरी 2002 से जुलाई 2022 तक के हैं। उन्होंने बताया कि क्षय रोग का समय से इलाज कराने पर यह रोग पूरी तरह से ठीक हो जाता है। लक्षण आने पर जांच कराए और रोग होने पर इलाज शुरू कराए। इलाज के दौरान मरीज को प्रतिमाह पांच सौ रुपये दिए जाते हैं।    यह लक्षण होने पर कराएं टीबी की जांच

जालौन : क्षय रोगियों की सूचना निजी चिकित्सक भी दें : सीएमओ  

प्रोत्साहन राशि के रूप में मिलेंगे 500 रुपए 

जालौन : निजी चिकित्सक संभावित क्षय रोगियों की सूचना जिला क्षय रोग नियंत्रण केंद्र में दें। क्षय रोगियों की सूचना देने पर निजी चिकित्सकों को प्रोत्साहन राशि के रूप में 500 रुपये दिये जाएंगे। यह निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनडी शर्मा ने दिए।

डा. शर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। विशेष रूप फील्ड में काम करने वाले कार्यकर्ताओं और निजी प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि सरकार की योजना के तहत निजी चिकित्सक यदि किसी क्षय रोगी का पंजीकरण कराते है तो उन्हें 500 रुपये प्रति रोगी के हिसाब से दिया जाता है। यही नहीं इलाज कराने पर भी 500 रुपये प्रति रोगी एक बार दिया जाता है। शासनादेश में यह भी है कि यदि कोई निजी चिकित्सक या मेडिकल स्टोर संचालक किसी क्षय रोगी के बारे में सूचना छिपाता है तो उस पर कार्रवाई करने का भी प्रावधान है।

जालौन : क्षय रोगियों की सूचना निजी चिकित्सक भी दें : सीएमओ    प्रोत्साहन राशि के रूप में मिलेंगे 500 रुपए   जालौन : निजी चिकित्सक संभावित क्षय रोगियों की सूचना जिला क्षय रोग नियंत्रण केंद्र में दें। क्षय रोगियों की सूचना देने पर निजी चिकित्सकों को प्रोत्साहन राशि के रूप में 500 रुपये दिये जाएंगे। यह निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनडी शर्मा ने दिए।  डा. शर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। विशेष रूप फील्ड में काम करने वाले कार्यकर्ताओं और निजी प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि सरकार की योजना के तहत निजी चिकित्सक यदि किसी क्षय रोगी का पंजीकरण कराते है तो उन्हें 500 रुपये प्रति रोगी के हिसाब से दिया जाता है। यही नहीं इलाज कराने पर भी 500 रुपये प्रति रोगी एक बार दिया जाता है। शासनादेश में यह भी है कि यदि कोई निजी चिकित्सक या मेडिकल स्टोर संचालक किसी क्षय रोगी के बारे में सूचना छिपाता है तो उस पर कार्रवाई करने का भी प्रावधान है।  जिला क्षय रोग अधिकारी डा. कौशल किशोर सिंह ने बताया कि इस समय सरकारी अस्पतालों में 1411 क्षय रोगी इलाज करा रहे हैं। साथ ही प्राइवेट चिकित्सकों के यहां 320 क्षय रोगियों का इलाज चल रहा है। यह आकंड़े जनवरी 2002 से जुलाई 2022 तक के हैं। उन्होंने बताया कि क्षय रोग का समय से इलाज कराने पर यह रोग पूरी तरह से ठीक हो जाता है। लक्षण आने पर जांच कराए और रोग होने पर इलाज शुरू कराए। इलाज के दौरान मरीज को प्रतिमाह पांच सौ रुपये दिए जाते हैं।    यह लक्षण होने पर कराएं टीबी की जांच जालौन : क्षय रोगियों की सूचना निजी चिकित्सक भी दें : सीएमओ    प्रोत्साहन राशि के रूप में मिलेंगे 500 रुपए   जालौन : निजी चिकित्सक संभावित क्षय रोगियों की सूचना जिला क्षय रोग नियंत्रण केंद्र में दें। क्षय रोगियों की सूचना देने पर निजी चिकित्सकों को प्रोत्साहन राशि के रूप में 500 रुपये दिये जाएंगे। यह निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनडी शर्मा ने दिए।  डा. शर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। विशेष रूप फील्ड में काम करने वाले कार्यकर्ताओं और निजी प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि सरकार की योजना के तहत निजी चिकित्सक यदि किसी क्षय रोगी का पंजीकरण कराते है तो उन्हें 500 रुपये प्रति रोगी के हिसाब से दिया जाता है। यही नहीं इलाज कराने पर भी 500 रुपये प्रति रोगी एक बार दिया जाता है। शासनादेश में यह भी है कि यदि कोई निजी चिकित्सक या मेडिकल स्टोर संचालक किसी क्षय रोगी के बारे में सूचना छिपाता है तो उस पर कार्रवाई करने का भी प्रावधान है।   जिला क्षय रोग अधिकारी डा. कौशल किशोर सिंह ने बताया कि इस समय सरकारी अस्पतालों में 1411 क्षय रोगी इलाज करा रहे हैं। साथ ही प्राइवेट चिकित्सकों के यहां 320 क्षय रोगियों का इलाज चल रहा है। यह आकंड़े जनवरी 2002 से जुलाई 2022 तक के हैं। उन्होंने बताया कि क्षय रोग का समय से इलाज कराने पर यह रोग पूरी तरह से ठीक हो जाता है। लक्षण आने पर जांच कराए और रोग होने पर इलाज शुरू कराए। इलाज के दौरान मरीज को प्रतिमाह पांच सौ रुपये दिए जाते हैं।    यह लक्षण होने पर कराएं टीबी की जांच    15 दिन से अधिक खांसी आने पर    खांसी के साथ बलगम आने पर    बलगम में खून आने पर    भूख न लगने और वजन कम होने पर    प्रतिदिन शाम को हल्का बुखार आने पर    सीने में दर्द होने और प्रतिरोधक क्षमता कम होने पर

जिला क्षय रोग अधिकारी डा. कौशल किशोर सिंह ने बताया कि इस समय सरकारी अस्पतालों में 1411 क्षय रोगी इलाज करा रहे हैं। साथ ही प्राइवेट चिकित्सकों के यहां 320 क्षय रोगियों का इलाज चल रहा है। यह आकंड़े जनवरी 2002 से जुलाई 2022 तक के हैं। उन्होंने बताया कि क्षय रोग का समय से इलाज कराने पर यह रोग पूरी तरह से ठीक हो जाता है। लक्षण आने पर जांच कराए और रोग होने पर इलाज शुरू कराए। इलाज के दौरान मरीज को प्रतिमाह पांच सौ रुपये दिए जाते हैं।


यह लक्षण होने पर कराएं टीबी की जांच


15 दिन से अधिक खांसी आने पर


खांसी के साथ बलगम आने पर


बलगम में खून आने पर


भूख न लगने और वजन कम होने पर


प्रतिदिन शाम को हल्का बुखार आने पर


सीने में दर्द होने और प्रतिरोधक क्षमता कम होने पर

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Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS