जालौन : “हक की बात जिलाधिकारी के साथ” कार्यक्रम में बालिकाओं ने खुलकर की बात

प्रशिक्षण में दिए जायेंगे आत्मरक्षा के टिप्स  इंदिरा स्टेडियम और जीजीआईसी में मिलेगा प्रशिक्षण  “हक की बात जिलाधिकारी के साथ” कार्यक्रम में बालिकाओं ने खुलकर की बात   मिशन शक्ति फेज 4 के अंतर्गत महिला कल्याण विभाग की ओर से आयोजित हुआ मेगा इवेंट  जालौन : मिशन शक्ति 4.0  के तहत सोमवार को महिला कल्याण विभाग द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार में “हक की बात जिलाधिकारी के साथ” मेगा  इवेंट का आयोजन जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन की उपस्थिति में हुआ। इसमें जिलाधिकारी ने बालिकाओं को आत्मरक्षा के लिए सशक्त बनाने पर जोर दिया। कुछ छात्राओं ने सुझाव दिया कि इसके लिए जीजीआईसी या इंदिरा स्टेडियम में आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा सकता है। इस पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह बालिकाओं के प्रशिक्षण के लिए इंदिरा स्टेडियम और जीजीआईसी में व्यवस्था कराएं।   कार्यक्रम मेंउपस्थित विद्यालय की शिक्षिकाओं ने बालिकाओं को संगीत की शिक्षा के साथ साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए ब्यूटीशियन का कोर्स कराने की बात कही। इस पर जिलाधिकारी ने संबंधित विभाग को निर्देशित किया कि वह इस बारे में कार्ययोजना बनाएं  ताकि बालिकाएं, महिलाएं स्वावलंबी बन सकें और उनमें आत्मविश्वास की भावना का विकास हो सके। इसके लिए जिलाधिकारी ने टाउनहाल को माडल के रूप में विकसित करने की बात कही। जिलाधिकारी ने प्रत्येक पात्र बालिकाओं को कन्या सुमंगला योजना से आच्छादित करने के निर्देश जिला प्रोबेशन अधिकारी को दिए। कुछ महिलाओं ने योगा तथा सेल्फ डिफेंस की क्लास के लिए आनलाइन व्यवस्था का भी सुझाव दिया। इस पर जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित किया कि इसकी समुचित व्यवस्था की जाए। छात्रा रिया ने घरेलू हिंसा के नियंत्रण एवं नशा मुक्ति संबंधित सवाल भी पूछे। जिसके प्रतिउत्तर में जिलाधिकारी ने कहा कि परिवार में आपसी सहमति की आवश्यकता है। यदि इसके बावजूद भी पारिवारिक सहमति नहीं बनती है तो जिला प्रोबेशन कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। इस पर समुचित कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने जिला उद्यान अधिकारी आशीष कटियार को निर्देशित किया कि वह विद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्रों पर सहजन के पौधे उपलब्ध कराएं  ताकि विद्यालय और आंगनबाड़ी परिसर में रोपित किया जा सके। सहजन के सेवन से पोषण स्तर में सुधार होता है। कार्यक्रम का संचालन जिला प्रोबेशन अधिकारी डा, अमरेंद्र कुमार पौत्स्यायन ने किया।   कार्यक्रम में जिला विद्यालय निरीक्षक भगवत पटेल, परियोजना अधिकारी डूडा एसी तिवारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी शिवसिंह, सीडीपीओ विमलेश आर्या, महिला कल्याण अधिकारी अलकमा अख्तर, संरक्षण अधिकारी जूली खातून, बाल कल्याण समिति की सदस्या गरिमा पाठक, महिला कल्याण विभाग से नीतू, सुरेश, रचना कुशवाहा, चंदन सिंह, डा. ममता स्वर्णकार आदि मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में जिले की विभिन्न विद्यालय की छात्राओं के अलावा, आंगनबाड़ी केंद्र, स्वयंसहायता समूह, गैर सरकारी संगठनों से जुड़ी महिलाओं ने प्रतिभाग किया।  उद्यमी बनकर दूसरों को रोजगार देने की सोचें बालिकाएं  जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने कहा कि बालिकाओं को उद्यमी बनने की आवश्यकता है ताकि वह दूसरों को रोजगार देने में सक्षम हो सकें। खुद का व्यवसाय अपना सकें। इससे जहां बेरोजगारी की समस्या दूर होगी, वहीं बालिकाएं आत्मनिर्भर भी बनेंगी। उन्होंने कहा कि केवल सरकारी नौकरी के भरोसे न रहें बल्कि खुद का व्यवसाय करने की भी कोशिश करें।
प्रशिक्षण में दिए जायेंगे आत्मरक्षा के टिप्स  इंदिरा स्टेडियम और जीजीआईसी में मिलेगा प्रशिक्षण  “हक की बात जिलाधिकारी के साथ” कार्यक्रम में बालिकाओं ने खुलकर की बात   मिशन शक्ति फेज 4 के अंतर्गत महिला कल्याण विभाग की ओर से आयोजित हुआ मेगा इवेंट  जालौन : मिशन शक्ति 4.0  के तहत सोमवार को महिला कल्याण विभाग द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार में “हक की बात जिलाधिकारी के साथ” मेगा  इवेंट का आयोजन जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन की उपस्थिति में हुआ। इसमें जिलाधिकारी ने बालिकाओं को आत्मरक्षा के लिए सशक्त बनाने पर जोर दिया। कुछ छात्राओं ने सुझाव दिया कि इसके लिए जीजीआईसी या इंदिरा स्टेडियम में आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा सकता है। इस पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह बालिकाओं के प्रशिक्षण के लिए इंदिरा स्टेडियम और जीजीआईसी में व्यवस्था कराएं।   कार्यक्रम मेंउपस्थित विद्यालय की शिक्षिकाओं ने बालिकाओं को संगीत की शिक्षा के साथ साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए ब्यूटीशियन का कोर्स कराने की बात कही। इस पर जिलाधिकारी ने संबंधित विभाग को निर्देशित किया कि वह इस बारे में कार्ययोजना बनाएं  ताकि बालिकाएं, महिलाएं स्वावलंबी बन सकें और उनमें आत्मविश्वास की भावना का विकास हो सके। इसके लिए जिलाधिकारी ने टाउनहाल को माडल के रूप में विकसित करने की बात कही। जिलाधिकारी ने प्रत्येक पात्र बालिकाओं को कन्या सुमंगला योजना से आच्छादित करने के निर्देश जिला प्रोबेशन अधिकारी को दिए। कुछ महिलाओं ने योगा तथा सेल्फ डिफेंस की क्लास के लिए आनलाइन व्यवस्था का भी सुझाव दिया। इस पर जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित किया कि इसकी समुचित व्यवस्था की जाए। छात्रा रिया ने घरेलू हिंसा के नियंत्रण एवं नशा मुक्ति संबंधित सवाल भी पूछे। जिसके प्रतिउत्तर में जिलाधिकारी ने कहा कि परिवार में आपसी सहमति की आवश्यकता है। यदि इसके बावजूद भी पारिवारिक सहमति नहीं बनती है तो जिला प्रोबेशन कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। इस पर समुचित कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने जिला उद्यान अधिकारी आशीष कटियार को निर्देशित किया कि वह विद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्रों पर सहजन के पौधे उपलब्ध कराएं  ताकि विद्यालय और आंगनबाड़ी परिसर में रोपित किया जा सके। सहजन के सेवन से पोषण स्तर में सुधार होता है। कार्यक्रम का संचालन जिला प्रोबेशन अधिकारी डा, अमरेंद्र कुमार पौत्स्यायन ने किया।   कार्यक्रम में जिला विद्यालय निरीक्षक भगवत पटेल, परियोजना अधिकारी डूडा एसी तिवारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी शिवसिंह, सीडीपीओ विमलेश आर्या, महिला कल्याण अधिकारी अलकमा अख्तर, संरक्षण अधिकारी जूली खातून, बाल कल्याण समिति की सदस्या गरिमा पाठक, महिला कल्याण विभाग से नीतू, सुरेश, रचना कुशवाहा, चंदन सिंह, डा. ममता स्वर्णकार आदि मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में जिले की विभिन्न विद्यालय की छात्राओं के अलावा, आंगनबाड़ी केंद्र, स्वयंसहायता समूह, गैर सरकारी संगठनों से जुड़ी महिलाओं ने प्रतिभाग किया।  उद्यमी बनकर दूसरों को रोजगार देने की सोचें बालिकाएं  जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने कहा कि बालिकाओं को उद्यमी बनने की आवश्यकता है ताकि वह दूसरों को रोजगार देने में सक्षम हो सकें। खुद का व्यवसाय अपना सकें। इससे जहां बेरोजगारी की समस्या दूर होगी, वहीं बालिकाएं आत्मनिर्भर भी बनेंगी। उन्होंने कहा कि केवल सरकारी नौकरी के भरोसे न रहें बल्कि खुद का व्यवसाय करने की भी कोशिश करें।

प्रशिक्षण में दिए जायेंगे आत्मरक्षा के टिप्स

इंदिरा स्टेडियम और जीजीआईसी में मिलेगा प्रशिक्षण

“हक की बात जिलाधिकारी के साथ” कार्यक्रम में बालिकाओं ने खुलकर की बात 

मिशन शक्ति फेज 4 के अंतर्गत महिला कल्याण विभाग की ओर से आयोजित हुआ मेगा इवेंट

जालौन : मिशन शक्ति 4.0  के तहत सोमवार को महिला कल्याण विभाग द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार में “हक की बात जिलाधिकारी के साथ” मेगा  इवेंट का आयोजन जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन की उपस्थिति में हुआ। इसमें जिलाधिकारी ने बालिकाओं को आत्मरक्षा के लिए सशक्त बनाने पर जोर दिया। कुछ छात्राओं ने सुझाव दिया कि इसके लिए जीजीआईसी या इंदिरा स्टेडियम में आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा सकता है। इस पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह बालिकाओं के प्रशिक्षण के लिए इंदिरा स्टेडियम और जीजीआईसी में व्यवस्था कराएं। 

कार्यक्रम मेंउपस्थित विद्यालय की शिक्षिकाओं ने बालिकाओं को संगीत की शिक्षा के साथ साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए ब्यूटीशियन का कोर्स कराने की बात कही। इस पर जिलाधिकारी ने संबंधित विभाग को निर्देशित किया कि वह इस बारे में कार्ययोजना बनाएं  ताकि बालिकाएं, महिलाएं स्वावलंबी बन सकें और उनमें आत्मविश्वास की भावना का विकास हो सके। इसके लिए जिलाधिकारी ने टाउनहाल को माडल के रूप में विकसित करने की बात कही। जिलाधिकारी ने प्रत्येक पात्र बालिकाओं को कन्या सुमंगला योजना से आच्छादित करने के निर्देश जिला प्रोबेशन अधिकारी को दिए। कुछ महिलाओं ने योगा तथा सेल्फ डिफेंस की क्लास के लिए आनलाइन व्यवस्था का भी सुझाव दिया। इस पर जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित किया कि इसकी समुचित व्यवस्था की जाए। छात्रा रिया ने घरेलू हिंसा के नियंत्रण एवं नशा मुक्ति संबंधित सवाल भी पूछे। जिसके प्रतिउत्तर में जिलाधिकारी ने कहा कि परिवार में आपसी सहमति की आवश्यकता है। यदि इसके बावजूद भी पारिवारिक सहमति नहीं बनती है तो जिला प्रोबेशन कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। इस पर समुचित कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने जिला उद्यान अधिकारी आशीष कटियार को निर्देशित किया कि वह विद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्रों पर सहजन के पौधे उपलब्ध कराएं  ताकि विद्यालय और आंगनबाड़ी परिसर में रोपित किया जा सके। सहजन के सेवन से पोषण स्तर में सुधार होता है। कार्यक्रम का संचालन जिला प्रोबेशन अधिकारी डा, अमरेंद्र कुमार पौत्स्यायन ने किया। 

कार्यक्रम में जिला विद्यालय निरीक्षक भगवत पटेल, परियोजना अधिकारी डूडा एसी तिवारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी शिवसिंह, सीडीपीओ विमलेश आर्या, महिला कल्याण अधिकारी अलकमा अख्तर, संरक्षण अधिकारी जूली खातून, बाल कल्याण समिति की सदस्या गरिमा पाठक, महिला कल्याण विभाग से नीतू, सुरेश, रचना कुशवाहा, चंदन सिंह, डा. ममता स्वर्णकार आदि मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में जिले की विभिन्न विद्यालय की छात्राओं के अलावा, आंगनबाड़ी केंद्र, स्वयंसहायता समूह, गैर सरकारी संगठनों से जुड़ी महिलाओं ने प्रतिभाग किया।

उद्यमी बनकर दूसरों को रोजगार देने की सोचें बालिकाएं

जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने कहा कि बालिकाओं को उद्यमी बनने की आवश्यकता है ताकि वह दूसरों को रोजगार देने में सक्षम हो सकें। खुद का व्यवसाय अपना सकें। इससे जहां बेरोजगारी की समस्या दूर होगी, वहीं बालिकाएं आत्मनिर्भर भी बनेंगी। उन्होंने कहा कि केवल सरकारी नौकरी के भरोसे न रहें बल्कि खुद का व्यवसाय करने की भी कोशिश करें।

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Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS