उरई : अजब-गजब, ​आठ बार हाईस्कूल और चार बार इंटर कर दिनेश ने रच दिया इतिहास

अजब-गजबः ​आठ बार हाईस्कूल और चार बार इंटर कर दिनेश ने रच दिया इतिहास  इस बार हाईस्कूल की नौवीं बार और इंटर की पांचवी बार परीक्षा दी है दिनेश वैज्ञानिक ने  दिनेश बोले, ​​बुंदेलखंड का नाम दुनिया में रोशन करने का है इरादा    उरई, जालौन : शहर के मोहल्ला राजेंद्रनगर निवासी दिनेश कुमार वैज्ञानिक ने यूपी बोर्ड में सबसे ज्यादा बार आठ बार हाईस्कूल करके एक रिकार्ड कायम किया है। उन्हें हाईरेंज आफ द बुक आफ द वर्ल्ड रिकार्ड की ओर से रिकार्ड बनाने पर गोल्ड मेडल व प्रशस्तिपत्र दिया गया है। दिनेश ने सबसे पहले वर्ष 1999 में विज्ञान वर्ग से हाईस्कूल किया था। इसके बाद 2003 में कृषि, वर्ष 2011 में गृह विज्ञान, वर्ष 2012 मेें मानव विज्ञान, वर्ष 2013 में कला (पेंटिंग), वर्ष 2014 रंजन कला (ड्राइंग), वर्ष 2019 में कामर्स, 2021 में संस्कृत विषय से हाईस्कूल की परीक्षा पास की। इसके अलावा वह इंटरमीडिएट वर्ष 2002 (विज्ञान वर्ग), वर्ष 2013 में उर्दू से व वर्ष 2021 में शिक्षाशास्त्र विषय से इंटर की परीक्षा पास की। जबकि अलग अलग ट्रेडों से तीन बार आईटीआई का डिप्लोमा भी किया है। इसमें वर्ष 2006 में वायरमैन, 2008 में टर्नर, वर्ष 2010 में इलैक्ट्रीकल ट्रेड से आईटीआई पास की। इसके अलावा वर्ष 2016 में समाजशास्त्र से परास्नातक पास किया। इस साल हाईस्कूल की नौवीं बार संगीत वादन और पांचवी बार इंटरमीडिएट की परीक्षा शिक्षा​शास्त्र विषय से दी है।    दिनेश कुमार बताते है कि उन्होंने यूपी बोर्ड से जन सूचना अधिकार (आरटीआई) के माध्यम से जानकारी मांगी थी कि यूपी बोर्ड में सबसे ज्यादा किसने हाईस्कूल पास किया था। क्या कोई ऐसा भी व्यक्ति है, जिसने आठ बार से ज्यादा पास किया हो। बोर्ड की ओर से बताया गया कि ऐसा रिकार्ड उनके पास नहीं है। इस पर उन्होंने सबसे ज्यादा रिकार्ड के लिए रिकार्ड बनाने वाली संस्थाओं के पास आवेदन किया। इस पर उन्हें हाईरेंज आफ द बुक आफ द वर्ल्ड रिकार्ड की ओर से रिकार्ड बनाने पर गोल्ड मेडल व प्रशस्तिपत्र दिया गया है।    बता दें कि शहर के मोहल्ला नया राजेंद्रनगर निवासी दिनेश कुमार वैज्ञानिक नए नए नवाचार करते रहते हैं। उन्होंने पढ़ाई और शोध को लेकर कई रिकार्ड भी बनाए है। जिन्हें कई बार विभिन्न संगठन व संस्थाओं द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है। मौजूदा समय में दिनेश पंचायती राज विभाग जालौन में बतौर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रुप में काम कर रहे हैं। वह डकोर ब्लाक के करमेर न्याय पंचायत में तैनात है। बीती 13 फरवरी को हैदराबाद में नार्थ हेल्दी कल्चरल एकेडमी (एनडीसीए) की ओर से स्वामी विवेकानंद इंडियन आईकॉन अवार्ड 2022 से सम्मानित किया गया। एनडीसीए के नेशनल डायरेक्टर डॉ चंद्रवदन (आईएएस) ने बताया कि समारोह में पूरे देश से 24 लोगों को सम्मानित किया गया है। जिसमें यूपी से दिनेश कुमार वैज्ञानिक अकेले शामिल थे। समारोह से लौटने के बाद दिनेश को डीआईओएस भगवत पटेल, डीपीआरओ अवधेश सिंह, एडीओ पंचायत बलवीर सिंह सेंगर आदि ने बधाई दी। साथ ही आश्वासन दिया कि जल्द जिला स्तर पर एक समारोह में उन्हें सम्मानित किया जाएगा।         अपने नवाचार से चर्चा में रहते हैं दिनेश वैज्ञानिक    दिनेश कई शोध कार्य भी कर चुके हैं। इसमें नवाचार के रुप में उन्होंने आटोमैटिक झाडू बनाई है। जो एक घंटे में करीब 20 किलोमीटर तक सफाई कर सकती है। इसी तरह चारों दिशाओं में देखने वाला चश्मा भी बनाया है। इसके अलावा अवशिष्ट कचरे से प्लास्टिक की सड़क बनाने का मॉडल भी बनाया है। साथ ही ऐसा हेलमेट भी बनाया है, जिसे पहने बिना बाइक स्टार्ट नहीं होगी। इसके लिए उन्हें कई बार सम्मानित किया जा चुका है। दिनेश कहते है कि यदि आर्थिक मदद मिलती है तो वह कई और शोध कर सकते हैं।  दिनेश का कहना है कि वह अधिकारियों से मिलकर अपने नवाचार के बारे में चर्चा करते रहते है और अधिकारी भी आश्वस्त करते है कि वह उनकी मदद करेंगे।

अजब-गजबः ​आठ बार हाईस्कूल और चार बार इंटर कर दिनेश ने रच दिया इतिहास

इस बार हाईस्कूल की नौवीं बार और इंटर की पांचवी बार परीक्षा दी है दिनेश वैज्ञानिक ने

दिनेश बोले, ​​बुंदेलखंड का नाम दुनिया में रोशन करने का है इरादा


उरई, जालौन : शहर के मोहल्ला राजेंद्रनगर निवासी दिनेश कुमार वैज्ञानिक ने यूपी बोर्ड में सबसे ज्यादा बार आठ बार हाईस्कूल करके एक रिकार्ड कायम किया है। उन्हें हाईरेंज आफ द बुक आफ द वर्ल्ड रिकार्ड की ओर से रिकार्ड बनाने पर गोल्ड मेडल व प्रशस्तिपत्र दिया गया है। दिनेश ने सबसे पहले वर्ष 1999 में विज्ञान वर्ग से हाईस्कूल किया था। इसके बाद 2003 में कृषि, वर्ष 2011 में गृह विज्ञान, वर्ष 2012 मेें मानव विज्ञान, वर्ष 2013 में कला (पेंटिंग), वर्ष 2014 रंजन कला (ड्राइंग), वर्ष 2019 में कामर्स, 2021 में संस्कृत विषय से हाईस्कूल की परीक्षा पास की। इसके अलावा वह इंटरमीडिएट वर्ष 2002 (विज्ञान वर्ग), वर्ष 2013 में उर्दू से व वर्ष 2021 में शिक्षाशास्त्र विषय से इंटर की परीक्षा पास की। जबकि अलग अलग ट्रेडों से तीन बार आईटीआई का डिप्लोमा भी किया है। इसमें वर्ष 2006 में वायरमैन, 2008 में टर्नर, वर्ष 2010 में इलैक्ट्रीकल ट्रेड से आईटीआई पास की। इसके अलावा वर्ष 2016 में समाजशास्त्र से परास्नातक पास किया। इस साल हाईस्कूल की नौवीं बार संगीत वादन और पांचवी बार इंटरमीडिएट की परीक्षा शिक्षा​शास्त्र विषय से दी है।


दिनेश कुमार बताते है कि उन्होंने यूपी बोर्ड से जन सूचना अधिकार (आरटीआई) के माध्यम से जानकारी मांगी थी कि यूपी बोर्ड में सबसे ज्यादा किसने हाईस्कूल पास किया था। क्या कोई ऐसा भी व्यक्ति है, जिसने आठ बार से ज्यादा पास किया हो। बोर्ड की ओर से बताया गया कि ऐसा रिकार्ड उनके पास नहीं है। इस पर उन्होंने सबसे ज्यादा रिकार्ड के लिए रिकार्ड बनाने वाली संस्थाओं के पास आवेदन किया। इस पर उन्हें हाईरेंज आफ द बुक आफ द वर्ल्ड रिकार्ड की ओर से रिकार्ड बनाने पर गोल्ड मेडल व प्रशस्तिपत्र दिया गया है।


बता दें कि शहर के मोहल्ला नया राजेंद्रनगर निवासी दिनेश कुमार वैज्ञानिक नए नए नवाचार करते रहते हैं। उन्होंने पढ़ाई और शोध को लेकर कई रिकार्ड भी बनाए है। जिन्हें कई बार विभिन्न संगठन व संस्थाओं द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है। मौजूदा समय में दिनेश पंचायती राज विभाग जालौन में बतौर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रुप में काम कर रहे हैं। वह डकोर ब्लाक के करमेर न्याय पंचायत में तैनात है। बीती 13 फरवरी को हैदराबाद में नार्थ हेल्दी कल्चरल एकेडमी (एनडीसीए) की ओर से स्वामी विवेकानंद इंडियन आईकॉन अवार्ड 2022 से सम्मानित किया गया। एनडीसीए के नेशनल डायरेक्टर डॉ चंद्रवदन (आईएएस) ने बताया कि समारोह में पूरे देश से 24 लोगों को सम्मानित किया गया है। जिसमें यूपी से दिनेश कुमार वैज्ञानिक अकेले शामिल थे। समारोह से लौटने के बाद दिनेश को डीआईओएस भगवत पटेल, डीपीआरओ अवधेश सिंह, एडीओ पंचायत बलवीर सिंह सेंगर आदि ने बधाई दी। साथ ही आश्वासन दिया कि जल्द जिला स्तर पर एक समारोह में उन्हें सम्मानित किया जाएगा।


 


अपने नवाचार से चर्चा में रहते हैं दिनेश वैज्ञानिक


दिनेश कई शोध कार्य भी कर चुके हैं। इसमें नवाचार के रुप में उन्होंने आटोमैटिक झाडू बनाई है। जो एक घंटे में करीब 20 किलोमीटर तक सफाई कर सकती है। इसी तरह चारों दिशाओं में देखने वाला चश्मा भी बनाया है। इसके अलावा अवशिष्ट कचरे से प्लास्टिक की सड़क बनाने का मॉडल भी बनाया है। साथ ही ऐसा हेलमेट भी बनाया है, जिसे पहने बिना बाइक स्टार्ट नहीं होगी। इसके लिए उन्हें कई बार सम्मानित किया जा चुका है। दिनेश कहते है कि यदि आर्थिक मदद मिलती है तो वह कई और शोध कर सकते हैं।  दिनेश का कहना है कि वह अधिकारियों से मिलकर अपने नवाचार के बारे में चर्चा करते रहते है और अधिकारी भी आश्वस्त करते है कि वह उनकी मदद करेंगे।

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Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS