जालौन : कायाकल्प योजना में जगह बनाने के लिए कमियों को जल्द करें दूर
मरीजों को गुणवत्तायुक्त सेवाएं प्रदान की जाएं, कार्यशाला आयोजित
जालौन : कायाकल्प अवार्ड योजना के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन जिला अस्पताल सभागार में किया गया। इसमें जिला अस्पताल, महिला अस्पताल और सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारियों, प्रत्येक ब्लाक के ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, नर्स मेंटर एवं संक्रमण नियंत्रण नर्स को प्रशिक्षण दिया गया।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व नोडल क्वालिटी एश्योरेंस अधिकारी डा. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि क्वालिटी एश्योरेंस कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए शासन की योजनाएं सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर लागू की जानी हैं । इसलिए सभी स्वास्थ्य केंद्र के प्रमुख अपने - अपने अस्पतालों में क्वालिटी एश्योरेंस के मानक पूरे रखें, जो भी कमियां है, उन्हें समय से पूरा कर लें, जिससे गुणवत्तापूर्ण सेवाएं मरीजों को प्रदान की जा सकें ।
जिला परामर्शदाता क्वालिटी एश्योरेंस एवं प्रशिक्षक डा. अरुण कुमार राजपूत ने कायाकल्प अवार्ड योजना, नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन, मेरा अस्पताल पोर्ट, की परफारमेंस इंडीकेटर एवं क्वलिटी टूल्स के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कायाकल्प अवार्ड योजना के राज्य स्तरीय और राष्ट्र स्तर पर होने वाली प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने के लिए प्रत्येक ब्लाक के एक हेल्थ एंड वेलनेस, एक नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य एवं समस्त ब्लाक स्तरीय स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को चिह्नित किया जाना है। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि वह अपने - अपने अस्पताल को केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित मानक (चेकलिस्ट) के अनुसार कमियां चिह्नित कर उनको दूर करें। यदि कोई समस्या आती हो तो जनपद स्तरीय वार्ता कर उन कमियों को दूर करें। जिले से ज्यादा से ज्यादा अस्पताल इस अवार्ड योजना में प्रतिभाग करें। इस योजना के अंतर्गत पुरस्कार पाने के लिए तीन स्तर पर मूल्यांकन होता है, जिसमें हर चरण में 70 फीसदी से अधिक अंक पाना अनिवार्य होता है। इसलिए कोशिश करें कि निर्धारित कमियों को समय रहते दूर कर लिया जाए।
प्रशिक्षण में कालपी, नदीगांव,जालौन, कदौरा, बाबई, पिंडारी, कुठौंद, डकोर, कोंच व सभी नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी मौजूद रहे।