11 राजकीय व पाँच निजी चिकित्सालयों का पंजीकरण शुरू
राजकीय मेडिकल कॉलेज से हुई शुरुआत
नागरिकों का बनना है हेल्थ कार्ड, 14 अंकों का है हेल्थ कार्ड
डिजिटल डेटा अपलोड होंगे, अब नहीं ले जाना होगा रिपोर्ट या दवा की पर्ची
आरोग्य सेतु एप पर खुद भी अपलोड कर सकते हैं कार्डजालौन : आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में शामिल जनपद के समस्त राजकीय व निजी चिकित्सालयों को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू हो गई है । जनपद के राजकीय मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, जिला महिला चिकित्सालय एवं सीएचसी कोंच, कालपी, कदौरा, रामपुरा, माधौगढ़, नदीगांव और जालौन सहित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुठौंद एवं डकोर को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन में पंजीकृत किया जाएगा।
आयुष्मान भारत योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ आशीष कुमार झा ने बताया कि 27 सितंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की शुरुआत की गई थी। इस योजना में हेल्थ फैसिलिटी रजिस्ट्री एक महत्वपूर्ण निर्माण खंड है । जन आरोग्य योजना में शामिल सभी सूचीबद्ध अस्पतालों को डिजिटल मिशन पर जोडऩे की प्रक्रिया जिलाधिकारी के निर्देश पर शुरू की जा चुकी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एनडी शर्मा ने बताया कि जनपद में कार्यरत जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को सभी पंजीकृत अस्पतालों को डिजिटल मिशन से लिंक करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं। जनपद में आयुष्मान भारत योजना में शामिल 16 अस्पतालों में से 11 को अब तक जोड़ दिया गया है। पांच अन्य अस्पतालों को निर्देश जारी किए जा चुके हैं।
यूनिक आईडी व पासवर्ड से भरा जाएगा ब्योरा
योजना के प्रभारी डॉ आशीष ने बताया कि सबसे पहले अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षक को डिजिटल मिशन के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आधार कार्ड के माध्यम से एक यूनिक आईडी और पासवर्ड जनरेट करना होता है। एक बार आईडी और पासवर्ड मिलने के बाद उक्त फैसिलिटी की पूरी जानकारी विस्तृत ब्योरे के साथ ऑनलाइन भरना पड़ता है। पूरी प्रक्रिया समाप्त हो जाने के बाद अस्पताल के फैसिलिटी मैनेजर जो अधीक्षक के नाम से एक आईडी नंबर मिलता है। जिसे बाद में लाभार्थियों को योजना के अनुसार डिजिटल सुविधा दिलाने में इस्तेमाल किया जा सकता है।
क्या है आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन
डॉ आशीष ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा 15 अगस्त 2020 को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन लांच करने की घोषणा की गई थी। इसके बाद 6 केंद्र शासित प्रदेशों में मिशन मोड में इस मिशन को आरंभ किया गया था। 27 सितंबर 2021 को इस योजना का पूरे देश के लिए शुरू कर दिया गया है। इस योजना के माध्यम से देश के नागरिकों के स्वास्थ्य कार्ड का डाटाबेस तैयार किया जाएगा | नागरिकों को एक हेल्थ आईडी कार्ड भी प्रदान किया जाएगा । उन्होंने बताया कि हेल्थ आईडी कार्ड में नागरिकों का हेल्थ डेटाबेस तैयार होगा। इस डेटाबेस को डॉक्टरों द्वारा नागरिकों की सहमति से ही देखा जा सकेगा। डेटाबेस में नागरिकों के स्वास्थ्य से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां जैसे की परामर्श रिपोर्ट, डॉक्टर प्रेस्क्रिप्शन आदि डिजिटल स्टोर की जाएगी। अब देश के नागरिक देश के किसी भी डॉक्टर से घर बैठे परामर्श भी प्राप्त कर सकेंगे।
आरोग्य सेतु एप से भी बनाया जा सकेगा आयुष्मान भारत डिजिटल अकाउंट
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन में प्रत्येक नागरिक को अपना आईडी बनवाना अनिवार्य है। आरोग्य सेतु एप का उपयोग करके आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता बनाया जा सकता है, जो 14 अंकों का होता है। उपयोगकर्ता अपने पुराने और नए रिकॉर्ड को इस नंबर से लिंक कर सकते हैं। यह सभी रिकॉर्ड रजिस्टर्ड हेल्थ प्रोफेशनल सर्विस प्रोवाइडर के साथ शेयर किए जाएंगे। इस अकाउंट पर नागरिक की पूरी मेडिकल हिस्ट्री उपलब्ध होगी | यह अकाउंट खोलने का तरीका बहुत ही सरल है। रजिस्ट्रेशन के समय अपना आधार नंबर के साथ ऑथेंटिकेशन किया जा सकता है जिससे नाम, जन्मतिथि, लिंग जैसी जानकारी होगी। यदि आप आधार के जरिए आयुष्मान भारत हेल्थ कार्ड नहीं बनवाना चाहते हैं तो ड्राइविंग लाइसेंस या मोबाइल नंबर से भी अकाउंट खुलवा सकते हैं।