फ्रंटलाइन और हेल्थ केयर वर्कर को दी जा रही एहतियाती डोज
सीएमओ डॉ. नरेंद्र देव शर्मा ने कोविड के नोडल अधिकारी को अपने हाथ से लगाई वैक्सीन
जालौन : जनपद में फ्रंटलाइन वर्कर और स्वास्थ्य कर्मियों को प्री काशनरी डोज (एहतियाती डोज) लगनी शुरू हो गई है। एसीएमओ व कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ. संजीव प्रभाकर को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र देव शर्मा ने अपने हाथों से वैक्सीन लगाई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग में सबको वैक्सीन लगवानी जरूरी है।
सीएमओ बताया कि जिले में 12॰54 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई जानी है। इसमें 10.67 से अधिक पहली डोज लगाई जा चुकी है, जबकि 6॰14 लाख से अधिक को दोनों डोज लगाई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि 85 फीसदी आबादी को पहली और करीब 49 फीसदी आबादी को दोनों डोज लगाई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि 126 हेल्थ केयर को एहतियाती डोज भी लगाई जा चुकी है। वहीं 131 फ्रंटलाइन वर्कर को एहतियाती डोज लगाई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि टीके की दोनों डोज हर व्यक्ति को लगानी है। बीमार , गर्भवती के साथ धात्री महिलाएं भी वैक्सीन लगवाएं । इसमें किसी तरह का नुकसान नहीं है। यह वैक्सीन कोरोना से लड़ने में मदद करती है। इसमें मृत्यु की स्थिति न के बराबर होती है। इसके अलावा 15 से 18 साल तक के बच्चों को भी कोवैक्सीन लगाई जा रही है।
कोविड के नोडल अधिकारी डा. संजीव प्रभाकर ने बताया कि उन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज के साथ एहतियाती डोज भी लगवा ली है। उन्हे किसी तरह की कोई समस्या नहीं है। वैक्सीन हर व्यक्ति को लगानी है। इसके साथ ही खांसी, जुकाम या बुखार होने की स्थिति में डाक्टर की सलाह पर कोरोना की जांच जरूर कराए। वैक्सीन हर व्यक्ति के लिए जरूरी है। टीका लगवाने के साथ ही कोविड प्रोटोकाल का पालन करना भी बहुत जरूरी है | घर से बाहर निकलें तो मास्क जरूर लगाएं, भीड़भाड़ में जाने से बचें और एक दूसरे से दो गज की दूरी बनाकर रखें और हाथों को बार-बार साबुन-पानी से धुलते रहें |