जालौन : अब नेम प्लेट पर नाम संग अंकित होगा मोबाइल नंबर

जालौन : अब नेम प्लेट पर नाम संग अंकित होगा मोबाइल नंबर  जिला महिला अस्पताल में स्टाफ को बांटे गए मोबाइल  जालौन : अब जिला अस्पताल में हर जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी की नेम प्लेट पर उसके नाम के साथ उसका मोबाइल नंबर भी अंकित होगा। इसके लिए जिला महिला अस्पताल में मोबाइल वितरित किए जा चुके हैं। यह कार्य शासन के निर्देश पर नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड ; एनक्यूएएसद्ध के तहत किया जा रहा है। भविष्य यही व्यवस्था सीएचसी और पीएचसी स्तर पर भी लागू की जाएगी।  इस संबंध में जानकारी देते हुए जनपदीय कायाकल्प परामर्शदाता डॉ अरुण कुमार राजपूत ने बताया कि मरीजों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए विभागीय जानकारी के लिए प्रभागवार चिकित्सीय स्टाफ  को मोबाइल दिए गए हैं। जो मोबाइल दिए गए है, उन सबका मोबाइल नंबर विभाग के बाहर डिस्प्ले होगा। जिससे मरीज उस नंबर पर फोन कर समस्या या जानकारी प्राप्त कर सकता है। चिकित्सीय स्टाफ को भी निर्देशित किया गया है कि वह आने वाली कॉल पर संतोषजनक जवाब दें। इससे मरीज को भटकना नहीं पड़ेगा। साथ ही स्टाफ  आपस में बातचीत भी कर सकता है। इसका पूरा खर्चा सरकार वहन करेगी।  जिला महिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एके त्रिपाठी ने बताया कि जिला महिला अस्पताल में आपरेशन थियेटर (ओटी) एसएनसीयू, लेवर रूम, फार्मेसी, ओपीडी, पोस्ट पार्टम केयर (पीपीसी) हाउस कीपिंग, प्रशासनिक कार्यालय, जेएसवाई कार्यालय आदि प्रभागों (विभाग) को मोबाइल आवंटित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इसका बड़ा लाभ यह होगा कि यदि कोई मरीज जनपद के चिकित्सालय या जिले के बाहर के चिकित्सालय में रेफर किया जाता है तो संबंधित मरीज का फालोअप करने में आसानी रहेगी और रेफर किए गए चिकित्सालय में पूर्व सूचना देकर मरीज की हालत जानकारी भी दी जा सकेगी, जिससे उसके इलाज के लिए तैयार रहे।  यह होगा स्टाफ का काम  जिस प्रभाग (विभाग) में यह मोबाइल नंबर दिए गए है, यह मोबाइल नंबर 24 घंटे सक्रिय रहेगी। इन्हें बंद नहीं किया जा सकेगा। स्टाफ की जिम्मेदारी रहेगी कि जब वह उसकी ड्यूटी समाप्त हो तो वह दूसरे ड्यूटी स्टाफ को मोबाइल नंबर लिखित में सौंपकर जाए और संबंधित स्थिति के बारे में भी अवगत कराता जाए।  मोबाइल मिलने से स्टाफ भी खुश  मोबाइल मिलने से जिला महिला अस्पताल का स्टाफ  भी खुश है। महिला अस्पताल की स्टाफ नर्स ऊषा यादव व रामजानकी का कहना है कि सरकारी मोबाइल नंबर मिलने से कुछ हद तक मानसिक तनाव कम होगा। क्योंकि कई बार घर ड्यूटी समाप्त होने के बाद रात में भी काल आ जाती है। अब नंबर डिस्प्ले होगा तो सरकारी नंबर पर ही काल आएगी। जिससे स्टाफ  और मरीज दोनों को सहूलियत होगी।

जालौन : अब नेम प्लेट पर नाम संग अंकित होगा मोबाइल नंबर

जिला महिला अस्पताल में स्टाफ को बांटे गए मोबाइल

जालौन : अब जिला अस्पताल में हर जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी की नेम प्लेट पर उसके नाम के साथ उसका मोबाइल नंबर भी अंकित होगा। इसके लिए जिला महिला अस्पताल में मोबाइल वितरित किए जा चुके हैं। यह कार्य शासन के निर्देश पर नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड ; एनक्यूएएसद्ध के तहत किया जा रहा है। भविष्य यही व्यवस्था सीएचसी और पीएचसी स्तर पर भी लागू की जाएगी।

इस संबंध में जानकारी देते हुए जनपदीय कायाकल्प परामर्शदाता डॉ अरुण कुमार राजपूत ने बताया कि मरीजों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए विभागीय जानकारी के लिए प्रभागवार चिकित्सीय स्टाफ  को मोबाइल दिए गए हैं। जो मोबाइल दिए गए है, उन सबका मोबाइल नंबर विभाग के बाहर डिस्प्ले होगा। जिससे मरीज उस नंबर पर फोन कर समस्या या जानकारी प्राप्त कर सकता है। चिकित्सीय स्टाफ को भी निर्देशित किया गया है कि वह आने वाली कॉल पर संतोषजनक जवाब दें। इससे मरीज को भटकना नहीं पड़ेगा। साथ ही स्टाफ  आपस में बातचीत भी कर सकता है। इसका पूरा खर्चा सरकार वहन करेगी।

जिला महिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एके त्रिपाठी ने बताया कि जिला महिला अस्पताल में आपरेशन थियेटर (ओटी) एसएनसीयू, लेवर रूम, फार्मेसी, ओपीडी, पोस्ट पार्टम केयर (पीपीसी) हाउस कीपिंग, प्रशासनिक कार्यालय, जेएसवाई कार्यालय आदि प्रभागों (विभाग) को मोबाइल आवंटित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इसका बड़ा लाभ यह होगा कि यदि कोई मरीज जनपद के चिकित्सालय या जिले के बाहर के चिकित्सालय में रेफर किया जाता है तो संबंधित मरीज का फालोअप करने में आसानी रहेगी और रेफर किए गए चिकित्सालय में पूर्व सूचना देकर मरीज की हालत जानकारी भी दी जा सकेगी, जिससे उसके इलाज के लिए तैयार रहे।

यह होगा स्टाफ का काम

जिस प्रभाग (विभाग) में यह मोबाइल नंबर दिए गए है, यह मोबाइल नंबर 24 घंटे सक्रिय रहेगी। इन्हें बंद नहीं किया जा सकेगा। स्टाफ की जिम्मेदारी रहेगी कि जब वह उसकी ड्यूटी समाप्त हो तो वह दूसरे ड्यूटी स्टाफ को मोबाइल नंबर लिखित में सौंपकर जाए और संबंधित स्थिति के बारे में भी अवगत कराता जाए।

मोबाइल मिलने से स्टाफ भी खुश

मोबाइल मिलने से जिला महिला अस्पताल का स्टाफ  भी खुश है। महिला अस्पताल की स्टाफ नर्स ऊषा यादव व रामजानकी का कहना है कि सरकारी मोबाइल नंबर मिलने से कुछ हद तक मानसिक तनाव कम होगा। क्योंकि कई बार घर ड्यूटी समाप्त होने के बाद रात में भी काल आ जाती है। अब नंबर डिस्प्ले होगा तो सरकारी नंबर पर ही काल आएगी। जिससे स्टाफ  और मरीज दोनों को सहूलियत होगी।

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Journalist Anil Prabhakar

Editor UPVIRAL24 NEWS