लाकडाउन में घर तक पहुंचाई दवा, अब अस्पताल में मुहैया करा रहे इलाज
कोविड के समय में टीबी मरीज बरतें खास सतर्कता
टीबी मरीज़ मदद के लिए कर सकते हैं कॉल
जालौन, 8 जून 2021 : टीबी रोगियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। ऐसे में उनके कोरोना संक्रमण की चपेट में आने की संभावना ज्यादा होती है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीबी रोगियों को खास ध्यान देने की जरूरत है। टीबी मरीज़ों के इलाज़ में रुकावट न पैदा हो, इसके लिए लाक डाउन में उनके घर तक दवा पहुंचाने का काम किया जा रहा है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. सुग्रीव बाबू ने बताया कि कोविड की दूसरी लहर में भी यह वायरस उन्ही को अपनी जद में ले रहा है, जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हैं। ऐसे में जरूरी है कि टीबी के मरीज घर पर ही रहें। बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें । उन्होंने बताया कि लाकडाउन में टीबी मरीजों को उनके घर तक दवा पहुंचाने की व्यवस्था की गई। अधिकतर मरीजों को टीम ने घर तक दवा मुहैया कराई। हालांकि अब अस्पताल की ओपीडी शुरू हो गयी है। ऐसे में मरीज अस्पताल आने लगे हैं, लेकिन जिन मरीजों को परेशानी हो रही है, वह टीम को काल करके दवा मंगा सकते हैं । उन्होंने कहा कि खतरा अभी टला नहीं है। ऐसे में टीबी रोगियों के साथ सभी मास्क और सामाजिक दूरी का पालन करें। टीबी का मरीज एक बार खांसने पर लगभग 30 हजार टीबी बैक्टीरिया हवा में छोड़ता है। अगर वह कोरोना पाजिटिव हो गया तो संक्रमण बड़े स्तर पर फैल सकता है। किसी भी संक्रमण को रोकने के लिए मास्क का उपयोग बहुत जरूरी होता है।
टीबी के जिला कार्यक्रम समन्वयक नुरुल हुदा ने बताया कि जिले में वर्तमान में जनवरी से मई तक लगभग 762 टीबी मरीजों का उपचार चल रहा है। एमडीआर मरीजों को फोन से संपर्क किया जा रहा है और दवा आदि न होने पर उनको दवा भी नजदीकी टीबी यूनिट से पहुंचाई जा रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की समस्या होने पर अस्पताल आकर संपर्क किया जा सकता है।
इन नंबरों पर कर सकते हैं संपर्क-
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि टीबी मरीज़ किसी भी समस्या या दवा के
अभाव में इन नंबरों पर कॉल कर सकते हैं ।
• नुरुल हुदा, टीबी जिला कार्यक्रम समन्वयक- 9161512788
• आलोक मिश्रा, जिला पीपीएम समन्वयक- 9935527175
• राजीव उपाध्याय, एसटीएस-6386902485
टीबी और कोरोना से बचाव करेगा मास्क:
खांसने और छींकने पर संपर्क में आने से टीबी और कोरोना के फैलने का खतरा है। इसलिए हम अगर मास्क लगाते हैं तो वह दोनों से हमारी रक्षा करता है।
टीबी मरीज़ ऐसे पहने मास्क:
• मास्क इस तरह पहनें की नाक और मुंह ढका रहे।
• मास्क को इस्तेमाल करने के बाद बाहर की तरफ से न छुएं।
• सर्जिकल मास्क एक बार से ज्यादा प्रयोग न करें।
• कपड़े के मास्क को अच्छी तरह धोने के बाद धूप में सुखाकर ही इस्तेमाल करें।
• मास्क को कभी उल्टा इस्तेमाल न करें।